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आरजी कर हत्याकांड की पहली बरसी: पीड़िता के माता-पिता के आह्वान पर कोलकाता में राज्य सचिवालय तक मार्च आज, सुरक्षा कड़ी

पीड़िता के माता-पिता ने 'नबन्ना अभिजन (राज्य सचिवालय तक मार्च)' का आह्वान किया है और सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे अपनी बेटी की पुण्यतिथि पर न्याय की मांग करते हुए बिना झंडे के इस जुलूस में शामिल हों।

फोटो: PTI
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पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में एक महिला प्रशिक्षु डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना को एक साल पूरा हो गया है। घटना के एक साल पूरा होने पर विरोध-प्रदर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कोलकाता में 9 अगस्त यानी आज पीड़िता के माता-पिता ने 'नबन्ना अभिजन (राज्य सचिवालय तक मार्च)' का आह्वान किया है और सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे अपनी बेटी की पुण्यतिथि पर न्याय की मांग करते हुए बिना झंडे के इस जुलूस में शामिल हों।

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विरोध मार्च के मद्देनजर सुरक्षा कड़ी

वहीं, आज 'नबन्ना अभिजन' विरोध मार्च से पहले शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यह मार्च आज आरजी कर छात्रा के बलात्कार और हत्या मामले की पहली बरसी पर आयोजित किया जाएगा।

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8 अगस्त से विरोध-प्रदर्शन की हुई शुरूआत

विरोध-प्रदर्शन की शुरूआत 8 अगस्त से हुई। विभिन्न समूहों द्वारा आयोजित यह विरोध-प्रदर्शन 15 अगस्त तक चलेंगे। बलात्कार और हत्या की पहली बरसी पर होने वाला यह प्रदर्शन, प्रदेश सरकार और सीबीआई की जांच पूरी न होने को लेकर है।

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पीड़िता की याद में निकाला गया मशाल जुलूस

महिला जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना को 1 साल पूरा होने की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों के छात्रों ने आम लोगों के साथ मिलकर जुलूस निकाला और पीड़िता की याद में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की।

जुलूस में शामिल लोगों ने तख्तियां ले रखी थीं, जिन पर इस जघन्य अपराध में शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी और सजा की मांग की गई थी। प्रदर्शनकारी ‘हमे न्याय चाहिए’ के नारे लगा रहे थे। कई लोगों ने सिर पर काली पट्टी लगाई थी जिसपर लिखा था, ‘‘हम भूले नहीं हैं और न ही भूलेंगे’।

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पूरा मामला क्या है?

बलात्कार-हत्या की शिकार हुई जूनियर डॉक्टर का शव 9 अगस्त की सुबह अस्पताल के सेमिनार हॉल में मिला था। इसके बाद कोलकाता समेत पूरे देश में आक्रोश फैल गया। कोलकाता समेत देशभर में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हुए और महिला जूनियर डॉक्टर के लिए इंसाफ की मांग की गई।

मुख्य आरोपी संजय रॉय को निचली अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है, लेकिन इस अपराध में एक बड़ी साजिश के आरोप लगाए गए। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) इस पहलू से भी जांच कर रही थी। हालांकि, केंद्रीय एजेंसी अपराध के पीछे कथित 'बड़ी साजिश' की अपनी जांच पूरी नहीं कर पाई।

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अब क्या चाहता है पीड़ित परिवार?

बलात्कार और हत्या की पहली बरसी पर होने वाला यह प्रदर्शन, प्रदेश सरकार और सीबीआई की जांच पूरी न होने को लेकर है। दंपति इस मामले में केंद्रीय एजेंसी द्वारा की जा रही जांच की प्रगति पर अपनी शिकायतें व्यक्त करने के लिए सीबीआई निदेशक प्रवीण सूद से मिलने नई दिल्ली भी पहुंचे।

सीबीआई निदेशक प्रवीण सूद से मुलाकात के बाद पीड़िता के पिता ने कहा, "हमारे पास सीबीआई के लिए कई सवाल थे। उनके पास हमारे किसी भी सवाल का जवाब नहीं है। हमारे इतने सारे सवाल सुनने के बाद, निदेशक जाने के लिए उठ गए और कहा कि वह कोर्ट केस छोड़ देंगे। इसलिए हमने उनसे कहा कि वह कोर्ट में जाकर यह बात कहें। फिर वह वापस आए और तीन बार कहा कि वह हमें आश्वस्त करने के लिए पूरक आरोपपत्र देंगे। जैसे कलकाता पुलिस ने इस मामले को दबाने की कोशिश की, वैसे ही सीबीआई भी इसे दबाने की कोशिश कर रही है।"

पीड़िता के माता-पिता ने पुष्टि की है कि वे 9 अगस्त को यानी आज 'नबन्ना अभिजन' में हिस्सा लेने के लिए कोलकाता लौट आएंगे।

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