असम में बाढ़ की स्थिति बुधवार को भी बहुत गंभीर बनी हुई है और लगातार बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में जलस्तर बढ़ गया और नए इलाके जलमग्न हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
ब्रह्मपुत्र सहित सात नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जबकि गुवाहाटी स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने राज्य में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का पूर्वानुमान जताया है।
Published: undefined
धुबरी, दक्षिण सलमारा-मनकाचर, ग्वालपारा और कोकराझार में गरज के साथ बारिश होने और बिजली चमकने तथा 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की मंगलवार रात की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हैलाकांडी, श्रीभूमि, मोरीगांव, कछार, सोनितपुर और तिनसुकिया जिलों में छह और लोगों की जान चली गई और 21 जिलों में लगभग 6.5 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
इस वर्ष बाढ़ और भूस्खलन में मरने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 17 हो गई है।
Published: undefined
एएसडीएमए के एक अधिकारी ने बताया, "सुबह से ही निचले असम के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। बारपेटा, बोंगाईगांव, नलबाड़ी, ग्वालपारा और बक्सा के कई स्थान प्रभावित हुए हैं।"
कुल मिलाकर 21 जिलों के 69 राजस्व क्षेत्रों और 1,506 गांवों के 6,33,114 लोग बाढ़ से प्रभावित रहे।
राज्य में बाढ़ प्रभावितों के लिए कुल 223 राहत शिविर संचालित हैं, जो 39,746 विस्थापित लोगों को आश्रय प्रदान कर रहे हैं, जबकि 288 राहत वितरण केन्द्र भी चालू हैं।
पीटीआई के इनपुट के साथ
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined