आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान पर सवाल उठाते हुए कहा कि कहीं यह संरक्षणवाद में न बदल जाए जिसका हमें पहले अच्छा परिणाम नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि पहले भी इस तरह की नीतियां अपनाई गई लेकिन उसका कोई लाभ नहीं मिला। आर्थिस शोध संस्थान इक्रियर के ऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रघुराम राजन ये बात कही।
Published: 08 Oct 2020, 11:12 AM IST
आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने कहा कि उन्हें अब तक यह साफ नहीं है कि आखिर सरकार का ‘आत्मनिर्भर भारत’ से मतलब क्या है? अगर यह उत्पादन के लिए एक परिवेश बनाने को लेकर है, तब यह ‘मेक इन इंडिया’ की तरह पेश करने जैसा ही है।
Published: 08 Oct 2020, 11:12 AM IST
उन्होंने आगे कहा कि अगर यह संरक्षणवाद को लेकर जैसा है, तो मैं कहना चाहता हूं कि दुर्भाग्य से भारत ने बीते दिनों शुल्क दरें बढ़ाई, तो मेरी समझ से यह रास्ता अपनाने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि हमने पहले इसको लेकर कोशिश कर ली है।
Published: 08 Oct 2020, 11:12 AM IST
रघुराम राजन ने कहा कि भारत को वैश्विक स्तर के मैन्युफैक्चरिंग व्यवस्था की जरूरत है और इसका मतलब है कि देश के विनिर्माताओं के लिए सस्ते आयात तक पहुंच हो। यह वास्तव में मजबूत निर्यात के लिए आधार बनाता है।
Published: 08 Oct 2020, 11:12 AM IST
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Published: 08 Oct 2020, 11:12 AM IST