हालात

बिहार में सेल्फी लेने के चक्कर में गई युवक की जान, पूजा करने आया था मंदिर

बताया जाता है कि शयामपुर डाका गांव के रहने वाले रंजीत दास (22) अपनी पत्नी रूपा देवी के साथ पहाड़ी पर स्थित महादेव मंदिर में पूजा करने पहुंचे थे।

फोटो: IANS
फोटो: IANS 

आकर्षक सेल्फी लेने और उसे सोशल साइट पर पोस्ट करने का चलन इन दिनों ऐसा बढ़ गया है कि लोग अपनी जान की भी परवाह नहीं कर रहे। ऐसा ही एक मामला बिहार के बांका जिले के शंभूगंज थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां चुटिया पहाड़ पर मोबाइल फोन से सेल्फी लेने के दौरान युवक का पैर फिसल गया और वह नीचे खाई में गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई।

Published: undefined

दरअसल, यह मामला चुटिया पहाड़ी की है। बताया जाता है कि शयामपुर डाका गांव के रहने वाले रंजीत दास (22) अपनी पत्नी रूपा देवी के साथ पहाड़ी पर स्थित महादेव मंदिर में पूजा करने पहुंचे थे।

Published: undefined

दोनों की तीन महीने पूर्व शादी हुई थी। पूजा के बाद दोनों मोबाइल से सेल्फी लेने लगे। इसी बीच पति पहाड़ी के ऊपरी हिस्से में चढ़कर सेल्फी लेने की चाहत में ऊपर जाने लगा। पत्नी का कहना है कि उसने रोकने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने।

Published: undefined

सेल्फी लेने के दौरान रंजीत का पैर पहाड़ी के सतह से फिसल गया और वह करीब 200 फीट गहरी खाई में जा गिरा। अन्य श्रद्धालु दौड़ कर आए और उसे किसी तरह खाई से निकाला गया, लेकिन तब तक उसने दम तोड़ दिया था।

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined

  • उपराष्ट्रपति चुनाव: केजरीवाल ने विपक्ष के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी का किया समर्थन, सभी से साथ देने की अपील की

  • ,
  • खेल: एशिया कप से श्रेयस अय्यर को बाहर रखना चौंकाने वाला! और एशिया कप में पाकिस्तान से खेलने से नहीं रोकेगा केंद्र

  • ,
  • बड़ी खबर LIVE: बी सुदर्शन रेड्डी बोले- उपराष्ट्रपति का दायित्व राजनीतिक दायित्व नहीं है, यह उच्च संवैधानिक दायित्व है

  • ,
  • हरियाणा: भारी बवाल के बीच भिवानी में शिक्षिका मनीषा का हुआ अंतिम संस्कार, 3 बार हुआ पोस्टमार्टम, CBI करेगी जांच

  • ,
  • संसद अनिश्चितकाल तक स्थगित, हंगामे की भेंट चढ़ा पूरा सत्र, लोकसभा में सिर्फ 37 घंटे हुई चर्चा, राज्यसभा में 41 घंटे