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अजीत डोभाल की हत्या की साजिश का खुलासा, जैश आतंकी ने की ऑफिस की रेकी, पाक में आकाओं को भेजा वीडियो

अजीत डोभाल 2016 के उरी सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट हवाई हमले के बाद से आतंकियों के निशाने पर हैं। खास बात ये है कि उन्होंने 1994 में गिरफ्तारी के बाद जैश प्रमुख मसूद अजहर से पूछताछ की थी और विमान अपहरण के बाद अजहर को कंधार पहुंचाने वाले लोगों में शामिल थे।

फाइल फोटोः सोशल मीडिया
फाइल फोटोः सोशल मीडिया 

पाकिस्तान का आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल की हत्या की फिराक में है। यह खुलासा जैश के आंतकी हिदायतुल्लाह की गिरफ्तारी के बाद जांच में हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों को हिदायत उल्लाह के मोबाईल से एनएसए डोभाल की रेकी का एक वीडियो मिला है, जिसने सभी के कान खड़े कर दिए हैं। फिलहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए डोभाल की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।

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सुरक्षा एजेंसियों ने 6 फरवरी को कश्मीर के शोपियां में रहने वाले हिदायत उल्ला को गिरफ्तार किया था, जिस पर भारत में जैश ए मोहम्मद का खास ऑपरेटिव होने का आरोप है। उसके फोन की जांच में उसके पास से एनएसए डोभाल के ऑफिस का वीडियो बरामद हुआ, जिसने सुरक्षा अधिकारियों को चौंका दिया। पूछताछ में उसने बताया कि उसने यह वीडियो पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को भेजा है।

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मामले की जांच में शामिल जम्मू पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "जम्मू पुलिस ने 6 फरवरी को हिदायतउल्ला मलिक नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान उसने कबूल किया कि उसने डोभाल के कार्यालय और कई अन्य स्थानों की रेकी की है और उसे पाकिस्तान में जेईएम के कमांडरों को भेजा है।"

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पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किये गए शोपियां निवासी हिदायत उल्ला मलिक के खिलाफ जम्मू के गंगयाल पुलिस स्टेशन में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने कहा कि मलिक एक जैश मोर्चा समूह, लश्कर-ए-मुस्तफा का प्रमुख है और उसे अनंतनाग से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने उसके कब्जे से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया।

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पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि पूछताछ के दौरान मलिक ने खुलासा किया कि उसने पिछले साल मई में दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी और डोभाल के कार्यालय का एक वीडियो रिकॉर्ड किया और फिर उसे अपने पाकिस्तानी कमांडर जिसका नाम डॉक्टर है, को व्हाट्सएप के माध्यम से भेज दिया। मलिक ने यह भी स्वीकार किया कि उसने समीर अहमद डार के साथ 2019 के मध्य में सांबा सेक्टर सीमा क्षेत्र तक रेकी की थी, जिसे पिछले साल जनवरी में एनआईए ने 2019 के पुलवामा हमले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

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दिल्ली में अधिकारियों ने नाम न उजागर करने की शर्त पर कहा कि गिरफ्तार आतंकवादी के खुलासे के बाद सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। अजीत डोभाल 2016 के उरी सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट हवाई हमले के बाद से आतंकियों के निशाने पर हैं। उन्होंने 1994 में गिरफ्तारी के बाद जेईएम प्रमुख मसूद अजहर से भी पूछताछ की थी और आईसी-814 अपहरण के मद्देनजर अजहर को कंधार ले जाने वाले व्यक्तियों में से भी एक थे।

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