मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज में हुई भगदड़ के बाद महाकुंभ क्षेत्र से लोग नदारद हो गए थे, लेकिन अचानक दो दिन बाद जो भीड़ आनी शुरू हुई वो अब थमने का नाम नहीं ले रही है। भगवान भरोसे चल रहा प्रशासन भी जब पानी सिर से ऊपर निकल गया तो एक्शन में आने लगा।
आनन फानन में जो हो सका वो फैसले लिए जा रहे हैं। प्रशासन ने तमाम बॉर्डर को ही सील कर दिया। न गाड़ी को आने दिया जा रहा है न ही सही रास्ते से जाने की जगह मिल पा रही है। रही बात ट्रेन से आने वालों की तो प्रयागराज संगम का स्टेशन भी अगले आदेश तक बंद कर दिया है। जिससे स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। अब लोगों के पास प्रयागराज स्टेशन या सूबेदार गंज स्टेशन ही एक मात्र विकल्प है, जहां से लंबे रूट की गाड़ी मिल सकती है।
Published: undefined
सूबेदार गंज स्टेशन जाने के लिए करीब 10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है, जिसे पैदल तय करने में करीब तीन घंटे तक का समय लग रहा है। उससे भी पास में प्रयागराज स्टेशन जरूर है लेकिन अब वहां भी एंट्री करने वालों को प्लैटफॉर्म नंबर 1 से भेजा जा रहा है। यानी जो लोग कुंभ से स्टेशन की तरफ जा रहे हैं उन्हे स्टेशन पहुंचने के बाद भी करीब 6 किलोमीटर और पैदल चलना पड़ेगा तब कहीं जाके वो स्टेशन पहुंचे पाएंगे।
Published: undefined
प्रयागराज जंक्शन स्टेशन में जहां से पहले एंट्री करते थे (प्लैटफॉर्म नंबर 10 से) अब वहां सिर्फ एग्जिट कर दिया है। ऐसे में श्रद्धालुओं को ना चाहते हुए भी संगम से करीब 17 से 18 किलोमीटर पैदल चलकर स्टेशन पहुंचना पड़ रहा है।
Published: undefined
भीड़ में फंसे लोगों से हमने बात की तो उनका कहना है कि ये सरकार निकम्मी है। इन्हें किसी का दर्द नहीं दिखाई देता। हम कई किलोमीटर पैदल चल चुके हैं अभी भी प्रशासन हमें बस घुमाए जा रहा है। कोई सही रास्ता नहीं बता पा रहा है। लोगों का कहना है कि कई जगह तो प्रशासन वापस लौटने तक को कह रहा है।
गुस्साए लोगों का कहना है कि अगर हमें आधे रास्ते से लौटाना ही था तो इतना बड़ा प्रचार क्यों किया? क्यों हमें निमंत्रण दिया कि आप यहां आइये आपके लिए पूरी व्यवस्था की है। ये जो काम अब कर रहे हैं, बॉर्डर सील कर रहे हैं ये पहले क्यों नहीं किया। इस सरकार को किसी की फिक्र नहीं है।
Published: undefined
आपको बता दें, प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। खबरें है कि बॉर्डर से लोगों को लौटाया जाने लगा है। लोग अपनी गाड़ियों से 10-10 घंटे जाम में फंसने के बाद शहर में तो आ गए हैं लेकिन यहां भी प्रशासन की ओर से व्यवस्था ना के बराबर है। अब स्थानीय लोग भी घरों में कैद होने लगे हैं। आलम यह है कि अगर लोग जाम में फंस जा रहे हैं तो कार और ड्राइवर छोड़कर पैदल ही निकल जा रहे हैं।
भीड़ को देखते हुए प्रयागराज स्टेशन से ऑटो और ई-रिक्शा को बंद कर दिया गया है। ऐसे में स्टेशन उतरने वाले लोग पैदल ही संगम की तरफ चल दे रहे हैं। प्रयागराज संगम स्टेशन को बंद करने के बाद अब लोग प्रयागराज जंक्शन की ओर जा रहे हैं, लोगों को यहां भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जो लोग किसी तरह प्लैटफॉर्म 10 की तरफ पहुंच रहे हैं तो उन्हें भी डायवर्ट किया जा रहा है। करीब 6 से 7 किलोमीटर अधिक चलने के बाद कहीं जाकर स्टेशन का गेट आ रहा है। वहां भी कई घंटों तक आपको स्टेशन के बाहर ही बिठाया जा रहा है, जब आपके गाड़ी की एनाउंसमेंट होगी तब आपको स्टेशन के बाहर बने कैंप से अंदर भेजा जा रहा है।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined