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महाराष्ट्र में अजित पवार से समर्थन लेकर बुरी तरह फंसी बीजेपी? NCP के दो और विधायक लौटे, MLA की संख्या 53 हुई

महाराष्ट्र में बीजेपी यह दावा कर रही है कि विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए उसके पास जरूर संख्या है। लेकिन साफ-साफ यह नहीं बता रही है कि जो विधायक उसे समर्थन दे रहे हैं उनकी सही में संख्या कितनी है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

महाराष्ट्र में बीजेपी का दांव उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। जिन एनसीपी विधायकों के दम पर बीजेपी ने अजित पवार का समर्थन हासिल कर सरकार बनाया है, उनमें से लगभग सभी विधायक एनसीपी में लौट आए हैं। एनसीपी के तीन और विधायक पार्टी में आज लौट आए हैं। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि अब उनकी पार्टी के विधायकों की संख्या 53 हो गई है। जाहिर एनसीपी के कुल विधायक 54 हैं। इनमें से सिर्फ एक विधायक अब तक पार्टी में नहीं लौटा है और उनका नाम अजित पवार है, जिनके समर्थन से बीजेपी ने महाराष्ट्र में सरकार का गठन किया है।

Published: 25 Nov 2019, 9:41 AM IST

उधर, बीजेपी यह दावा कर रही है कि विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए उसके पास जरूर संख्या है। लेकिन साफ-साफ यह नहीं बता रही है कि जो विधायक उसे समर्थन दे रहे हैं उनकी सही में संख्या कितनी है। रविवार को मुंबई में हुई बीजेपी विधायकों की बैठक में पार्टी ने दावा किया था कि इस बैठक में 118 विधायक शामिल हुए थे। 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत के लिए 145 का आंकड़ा चाहिए। ऐसे में अगर बीजेपी के इस दावे को सभी भी मान लिया जाए कि उसकी बैठक में 118 विधायक शामिल हुए थे, इसके बावजूद बीजेपी को बहुमत के लिए 27 विधायकों की जरूरत पड़ेगी। कांग्रेस और एनसीपी के विधायक उसके साथ हैं। ऐसे में सवाल यह है कि बीजेपी यह आंकड़ा कहां से लाएगी?

Published: 25 Nov 2019, 9:41 AM IST

इस बीच आज सुबह 10.30 महाराष्ट्र में बीजेपी द्वारा सरकार बनाने को को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। कोर्ट ने राज्यपाल से उस समर्थन पत्र को तलब किया है, जिसमें विधायकों के नाम हैं। समर्थन पत्र सामने आने के बाद बाद इस बात से पर्दा उठ सकता है कि आखिर बीजेपी कैसे कह रह है कि उसके पास बुहमत के लिए जरूरी आंकड़ा है। उधर, विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि बीजेपी के पास जरूर आंकड़ा नहीं है। ऐस में वह राज्य में जोड़-तोड़ की राजनीति में जुट गई है। रविवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट से विपक्ष ने मांग की थी कि जोड़-तोड़ की राजनीति पर रोक लगनी चाहिए।

Published: 25 Nov 2019, 9:41 AM IST

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Published: 25 Nov 2019, 9:41 AM IST