मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के गांव मुल्तानपुरा में चार मरीजों में गिलियन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) संक्रमण की पुष्टि हुई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
मंदसौर की जिलाधिकारी अदिति गर्ग ने कहा, "मुल्तानपुरा में जीबीएस के कुछ मामले सामने आए हैं लेकिन अभी इनकी संख्या कम है। कुल सात ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें से चार में संक्रमण की पुष्टि हुई है।"
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उन्होंने कहा कि जीबीएस की पुष्टि होने के बाद मुल्तानपुरा में जांच और सर्वे दल तैनात किए गए हैं, जो घर-घर जाकर यह पता लगा रहा कि कहीं और कोई तो इस संक्रमण से ग्रसित नहीं है।
जीबीएस एक दुर्लभ न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली तंत्रिकाओं पर हमला करती है, जिससे मांसपेशियों में कमज़ोरी और कभी-कभी पक्षाघात हो जाता है। जीबीएस के लक्षणों की शुरुआती पहचान और समय पर उपचार ठीक होने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
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गर्ग ने बताया कि ऐसी जानकारी भी सामने आई है कि जीबीएस पीड़ित कुछ मरीज मंदसौर से बाहर अहमदाबाद और इंदौर में अपना इलाज करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मरीजों के मेडिकल रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह कैसे संक्रमित हुए।
जिला अस्पताल और सर्वे के इंचार्ज डॉ शुभम सिलावट ने बताया कि जीबीएस से संक्रमित व्यक्ति में दस्त, बुखार, मांसपेशियों में कमजोरी और झनझनाहट होने जैसे शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
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