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मुंडका अग्निकांड: घटनास्थल पर पहुंचे सीएम केजरीवाल, मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए किया मुआवजे का ऐलान

सीएम केजरीवाल ने कहा कि परिजनों से संपर्क किया जा रहा है। दिल्ली सरकार की तरफ से मैंने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिवार को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। घायलों को 50-50 हजार का मुआवजा दिया जाएगा।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास इमरात में शुक्रवार को लगी आग के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया है। घटनास्थल का जायजा लेने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मौके पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पीड़ितों से बात की। साथ ही उन्होंने मुआवजे का भी ऐलान किया।

Published: 14 May 2022, 12:05 PM IST

सीएम केजरीवाल ने कहा, “हमने एक हेल्प डेस्क भी लगाया है, परिजनों से संपर्क किया जा रहा है। दिल्ली सरकार की तरफ से मैंने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिवार को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। घायलों को 50-50 हजार का मुआवजा दिया जाएगा।”

मुख्यमंत्री ने कहा, “जांच के नतीजे आएंगे तभी पता चलेगा कि इस घटना के लिए कौन ज़िम्मेदार है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, जांच के नतीजे आने दीजिए।”

Published: 14 May 2022, 12:05 PM IST

वहीं, “लापता लोगों की संख्या 29 हो गई है। इनमें 24 महिलाएं और 5 पुरुष शामिल हैं। घटनास्थल पर मौजूद एनडीआरएफ की टीम तलाशी अभियान में जुटी हुई है। लापता लोगों की तलाश जारी है। अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है।”

दिल्ली फायर सर्विसेज के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा, “हमने कुल 30 फायर टेंडर को भेजा और काम में 125 लोगों को लगाया। हमें रात को 27 शव मिले, कुछ शवों के हिस्से सुबह मिले हैं, जिससे लगता है कि ये 2-3 शव और होंगे। कुल मृतकों की संख्या 29-30 हो सकती है।”

उन्होंने कहा “इस इमारत का फायर एनओसी नहीं था और आग बुझाने का कोई उपकरण भी नहीं था। इमारत में प्लास्टिक का सामान और CCTV आदि था, इसलिए आग एक मंजिल से दूसरी पर फैली। हमारा रेस्क्यू ऑपरेशन अब पूरा हो चुका है, अब इसमें और शव मिलने की संभावना नहीं है।”

Published: 14 May 2022, 12:05 PM IST

अग्निकांड पर एमसीडी के धर्मेंद्र कुमार ने कहा, “जिन लोगों को हल्की चोटें आई थी, उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया। जो 27 मृतक थे, उन्हें संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया। उनके परिजनों से हम संपर्क कर रहे हैं क्योंकि DNA के सैंपल्स के अलावा पहचान का कोई रास्ता नहीं है।”

उन्होंने कहा, “यहां 70-80 लोग काम करते थे। रेस्क्यू भी किया गया है। जिम्मेदारी जांच के बाद तय होगी। इस बारे में हम कयास नहीं लगा सकते। अभी हमारी प्राथमिकता है कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया जाए।”

Published: 14 May 2022, 12:05 PM IST

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Published: 14 May 2022, 12:05 PM IST