कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने मंगलवार को पटना में शिक्षक भर्ती परीक्षा के पूरक परिणाम जारी करने की मांग को लेकर धरना दे रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की निंदा की और आरोप लगाया कि राज्य में अब ‘फर्जी डबल इंजन’ वाली ‘लाठीमार सरकार’ है। उन्होंने कहा कि लाठीजार्च और शिक्षक भर्ती परीक्षा में कथित अनियमितता की न्यायिक जांच तथा बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) का ऑडिट होना चाहिए।
बिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास के पास मंगलवार को शिक्षक भर्ती परीक्षा के पूरक परिणाम जारी करने की मांग को लेकर धरना दे रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। प्रदर्शनकारी शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई-3) के पूरक परिणाम जारी करने की मांग को लेकर एक, अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास के गेट के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे थे।
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कांग्रेस नेता और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के प्रभारी कन्हैया कुमार ने घटना पर दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा, ‘‘पटना में बिहार के अभ्यर्थियों पर पुलिस ने फिर से बर्बर लाठीचार्ज किया है। यह पहला मामला नहीं है। पहले भी कई बार अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया गया है। यह सब इसलिए भी हो रहा है, क्योंकि डबल इंजन की फर्जी सरकार अहंकार में है।’’
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उन्होंने दावा किया कि बिहार में नौकरियों का अंबार होना चाहिए, लेकिन वहां ‘‘लाठियों की बौछार’’ है। कुमार ने कहा, ‘‘प्रदेश में बेरोजगारी दर, देश की बेरोजगारी दर से ज़्यादा है और ग्रामीण क्षेत्र की बेरोजगारी (दर) तो और भी चिंताजनक है। प्रदेश में छात्र अपना भविष्य बेहतर बनाने के लिए बहुत ही अमानवीय स्थिति में रहते हैं और संघर्ष करते हैं, लेकिन जब नौकरी का नंबर आता है तो उनके साथ अन्याय होता है।’’
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उनके मुताबिक, बिहार में लगभग 4 लाख पद खाली हैं और 2 लाख पद अकेले शिक्षा के क्षेत्र में खाली हैं, लेकिन उन्हें भरा नहीं जा रहा है। कुमार ने कहा, ‘‘पटना में छात्रों पर लाठीचार्ज बेहद दुखद और चिंता का विषय है। हम उसकी कड़ी भर्त्सना करते हैं।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में ‘फर्जी डबल इंजन’ वाली सरकार और ‘लाठीमार सरकार’ है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है- बिहार में लाठीचार्ज की घटना की निष्पक्ष और न्यायिक जांच हो और जो भी अधिकारी दोषी हों, उन पर कार्रवाई की जाए। बीपीएससी का ऑडिट हो, क्योंकि इस संस्था पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी छात्र हितों के लिए उनके साथ मजबूती से खड़ी है।’’
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कन्हैया ने कहा कि कोई भी मुद्दा हो, बेरहमी के साथ अभ्यथियों के साथ मारपीट की जाती है। वे सिर्फ इतनी मांग कर रहे हैं कि समय पर बहाली निकालिए और पारदर्शी तरीके से उस प्रकिया को पूरा करिए। बिहार के लोगों को बिहार में नौकरी नहीं मिलती। रोजगार नहीं मिलता। सरकार ने कोविड के दौरान जो आंकड़ा दिया था, उसके अनुसार 70 लाख लोगों ने पलायन किया था। बिहार में अभी भी ग्रेजुएशन 5 साल में होता है। प्रदेश में हर बहाली में गड़बड़ी होती है और यह सब सरकार की शह के बिना कैसे संभव है? बीपीएससी छात्रों की मांग सुनती नहीं है। बिहार में TRE-3 का एग्जाम हुआ, रिजल्ट आया तो उसकी गड़बड़ी पर सवाल हुए। इसमें एक ही व्यक्ति का सिलेक्शन कई जगह हो गया। छात्रों ने सवाल किया कि एक व्यक्ति का कई जगह सिलेक्शन क्यों किया जा रहा है। उसके बदले मेरिट में आए लोगों को बहाली का मौका दिया जाए, लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है।
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