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अब रेल यात्रियों का डेटा बेचेगी सरकार! IRCTC ने कंसल्टेंट नियुक्ति के लिए टेंडर निकाला, उठे सवाल

इंटरनेट फ्रीडम फाउंडेशन की रिपोर्ट के अनुसार आईआरसीटीसी ने डिजिटल डेटा मोनेटाइजेशन के जरिए 1000 करोड़ रुपये कमाने के लिए टेंडर भी जारी कर दिया है। इसके लिए वह एक कंसलटेंट नियुक्त करेगी, जो उन्हें यूजर्स के डेटा को मोनेटाइज करने के तरीकों पर सुझाव देगा।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

भारतीय रेलवे की टिकट बुकिंग इकाई आईआरसीटीसी ने डेटा मोनेटाइजेशन पर कंसल्टेंट नियुक्त करने के लिए एक टेंडर निकाला है। इस प्रक्रिया के जरिये आईआरसीटीसी की योजना 1000 करोड़ रुपये कमाने की है। लेकिन इस कदम पर सवाल उठ रहे हैं और आरोप लग रहे हैं कि आईआरसीटीसी की यह योजना यूजर्स का डेटा थर्ड पार्टी को बेचने की है।

Published: 19 Aug 2022, 5:24 PM IST

इंटरनेट फ्रीडम फाउंडेशन की रिपोर्ट के अनुसार आईआरसीटीसी ने डिजिटल डेटा मोनेटाइजेशन के जरिए 1000 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जुटाने की योजना बनाई है। आईआरसीटीसी ने इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिया है। इंटरनेट फ्रीडम फाउंडेशन के अनुसार टेंडर में कहा गया है कि आईआरसीटीसी एक कंसलटेंट नियुक्त करेगी, जो उन्हें यूजर्स के डेटा को मोनेटाइज करने के तरीकों पर सुझाव देगा।

Published: 19 Aug 2022, 5:24 PM IST

लेकिन इस टेंडर में कुछ ऐसी बातें हैं, जिनको लेकर यूजर्स के प्राइवेसी और सेफ्टी की सुरक्षा से जुड़े सवाल उठ रहे हैं। जानकारी के अनुसार आईआरसीटीसी के पास यूजर्स का 100टीबी से ज्यादा डेटा है। इसमें टिकट बुक करने वालों के नाम से लेकर नंबर तक तमाम डिटेल्स हैं। ऐसे में लोगों को लग रहा है कि सरकार उनकी निजी जानकारी बेचकर पैसा कमाने की योजना बना रही है। इंटरनेट फ्रीडम फाउंडेशन की भी चिंता यूजर्स की प्राइवेसी को लेकर है। उसका कहना है कि डेटा प्रोटेक्शन कानून नहीं होने की स्थिति में आईआरसीटीसी यूजर्स डेटा को थर्ड पार्टी वेंडर्स से कैसे शेयर करेगी?

Published: 19 Aug 2022, 5:24 PM IST

आईआईसीटीसी द्वारा यूजर्स के डेटा को मोनेटाइज करने की खबर सामने आने के बाद कांग्रेस ने भी इस पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने कहा कि सरकार से कोई डाटा मांगो तो जवाब होता है 'नो डाटा अवेलेबल' और आपकी व्यक्तिगत जानकारी जो रेलवे की सहायक कंपनी के पास है, उसे बेचकर कमाई की जाएगी। इससे ज्यादा शर्म की बात और क्या हो सकती है।

Published: 19 Aug 2022, 5:24 PM IST

फिलहाल यह साफ नहीं है कि आईआरसीटीसी यूजर्स डेटा को किस तरह इस्तेमाल के लिए बेचेगी। कंपनी का कहना है कि वह यूजर्स एक्सपीरियंस को बेहतर करना चाहती है और साथ ही थर्ड पार्टी से डेटा शेयर कर पैसे भी कमाना चाहती है। वहीं कुछ जानकारों का कहना है कि आईआरसीटीसी के पास यूजर्स का 100टीबी डेटा है, जिस पर से कंपनी अपना कंट्रोल कभी नहीं छोड़ेगी। कंपनी कभी पूरा डेटा नहीं बेचेगी, क्योंकि इससे सिर्फ एक बार कमाई होगी। बल्कि कंपनी इस डेटा का इस्तेमाल समय-समय पर बेचकर पैसे कमाने के लिए करेगी।

Published: 19 Aug 2022, 5:24 PM IST

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Published: 19 Aug 2022, 5:24 PM IST