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उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लाइन उद्घाटन पर कांग्रेस बोली- ये भी 'ब्रह्मोस' की तरह... जिसे PM कभी नहीं करते स्वीकार

जयराम रमेश ने कहा कि 272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लाइन (USBRL) परियोजना को पहली बार मार्च 1995 में मंजूरी दी गई थी, जब पीवी नरसिंह राव देश के प्रधानमंत्री थे। मार्च 2002 में जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तब इसे एक राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया गया था।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लाइन को लेकर अहम जानकारी शेयर की है। इस संबंध में उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बयान साझा किया है। बयान साझा करते हुए उन्होंने लिखा, "आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं, जहां वे उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेलवे लाइन (USBRL) से जुड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।"

उन्होंने आगे लिखा, "USBRL भी 'ब्रह्मोस' की तरह शासन में निरंतरता (continuity in governance) का एक शानदार उदाहरण है, जिसे प्रधानमंत्री कभी स्वीकार नहीं करते, लेकिन जिससे बच भी नहीं सकते। USBRL पर हमारा यह वक्तव्य:"

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जयराम रमेश द्वारा जारी बयान में कहा गया है, "शासन एक निरंतर प्रक्रिया है। यह एक ऐसा तथ्य है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी आत्म-मुग्धता की चिरस्थायी प्रवृत्ति में लगातार नकारते रहे हैं। उनसे जुड़ी यह बात विशेष रूप से तब सच हो जाती है, जब विषय चुनौतीपूर्ण विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन की होती है।"

बयान में उन्होंने आगे लिखा, "272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लाइन (USBRL) परियोजना को पहली बार मार्च 1995 में मंजूरी दी गई थी, जब पीवी नरसिंह राव देश के प्रधानमंत्री थे। मार्च 2002 में जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तब इसे एक राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया गया था। फिर क्रमश:

1.  13 अप्रैल 2005 को प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने जम्मू और उधमपुर के बीच 53 किलोमीटर लंबी रेल लिंक का उद्घाटन किया।

2. 11 अक्टूबर 2008 को प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र मजहोम और अनंतनाग के बीच 66 किलोमीटर लंबी रेल लिंक का उद्घाटन किया।

3. 14 फरवरी 2009 को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने श्रीनगर के बाहर मजहोम से बारामूला के बीच 31 किलोमीटर लंबी रेल लिंक का उद्घाटन किया।

4. 29 अक्टूबर 2009 को प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने अनंतनाग और काजीगुंड के बीच 18 किलोमीटर लंबी रेल लिंक का उद्घाटन किया।

5. 26 जून 2013 को प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने काजीगुंड से बनिहाल के बीच 11 किलोमीटर लंबी लिंक का उद्घाटन किया।"

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जयराम रमेश ने बयान में आगे कहा कि इसका मतलब यह हुआ कि 26 जून 2013 तक बारामूला से काजीगुंड के बीच 35 किलोमीटर लंबी रेल लाइन पूरी तरह से चालू हो चुकी थी।

उन्होंने कहा कि उधमपुर और कटरा के बीच 25 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का उद्घाटन 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए लागू आचार संहिता के कारण स्थगित करना पड़ा था। इस रेल खंड का उद्घाटन नए प्रधानमंत्री द्वारा 4 जुलाई 2014 को किया। यानी उनके कार्यभार संभालने के 39 दिन बाद।

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कांग्रेस महासचिव ने कहा, "2014 के बाद कटरा से बनिहाल के बीच 111 किलोमीटर लंबा रेल खंड पूरा हुआ है, जिसके लिए प्रमुख ठेके इससे काफी पहले ही दिए जा चुके थे। उदाहरण के लिए, प्रतिष्ठित चिनाब पुल के लिए ठेके 2005 में ही कोकण रेलवे कॉर्पोरेशन, अफकॉन्स, वीएसके इंडिया और दक्षिण कोरिया की अल्ट्रा कंस्ट्रक्शन एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड को दे दिए गए थे।"

उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इस महत्वपूर्ण अवसर पर जम्मू-कश्मीर की जनता को बधाई देती है। साथ ही, वह भारतीय रेलवे के कर्मचारियों और पिछले तीन दशकों में USBRL परियोजना के निर्माण में शामिल सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कंपनी को भी शुभकामनाएं देती है। यह कठिन परिस्थितियों में हमारी सामूहिक इच्छाशक्ति और सफलता का प्रतीक है।

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