
कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने यूट्यूब चैनल पर व्यापारियों के साथ हुई एक बातचीत का वीडियो साझा कर एक बार फिर देश की आर्थिक नीतियों पर सीधा सवाल खड़ा किया है। इस वीडियो के जरिए राहुल गांधी ने छोटे और मध्यम व्यापारियों की उस पीड़ा को सामने रखा है, जिसे वह भारत की अर्थव्यवस्था के लिए “खतरे की घंटी” मानते हैं।
वीडियो में व्यापारियों से बातचीत के दौरान यह बात उभरकर आती है कि देश के कई हिस्सों में परंपरागत व्यापार गंभीर संकट के दौर से गुजर रहा है। बातचीत में शामिल व्यापारियों का कहना है कि बढ़ती लागत, जटिल सरकारी प्रक्रियाएं और टैक्स से जुड़ी दिक्कतों ने उनके लिए कारोबार चलाना मुश्किल कर दिया है। इसी संदर्भ में राहुल गांधी ने वीडियो साझा करते हुए लिखा कि “हमारा व्यापार खत्म होने की कगार पर है”, यह सिर्फ एक वाक्य नहीं, बल्कि एक पूरे वर्ग की व्यथा है।
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राहुल गांधी ने अपने संदेश में वैश्य समाज की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि यह वही समाज है जिसने दशकों तक देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती दी, रोजगार पैदा किए और बाजारों को जीवंत रखा। लेकिन आज वही समाज खुद को असहाय और हताश महसूस कर रहा है। उनके मुताबिक, यह स्थिति सामान्य नहीं है, बल्कि नीति-निर्माण में हुई गंभीर चूकों का नतीजा है।
उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि मौजूदा व्यवस्था में बड़े कॉरपोरेट और एकाधिकार वाली कंपनियों को खुली छूट दी गई है, जबकि छोटे और मध्यम व्यापारी नौकरशाही, जटिल नियमों और गलत तरीके से लागू जीएसटी जैसी नीतियों में उलझकर रह गए हैं। राहुल गांधी का कहना है कि यह सिर्फ प्रशासनिक समस्या नहीं, बल्कि उत्पादन, रोजगार और देश के आर्थिक भविष्य पर सीधा असर डालने वाला मुद्दा है।
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राहुल गांधी ने इस पूरे संकट को सरकार की “सामंतवादी सोच” का परिणाम बताते हुए कहा कि जब नीतियां कुछ गिने-चुने बड़े खिलाड़ियों के पक्ष में बनती हैं, तो उसका सबसे बड़ा नुकसान आम व्यापारी और कारीगर को उठाना पड़ता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी राजनीतिक लड़ाई का मकसद इसी सोच को चुनौती देना है।
अपने बयान के अंत में राहुल गांधी ने भरोसा दिलाया कि वह देश के व्यापार की रीढ़ कहे जाने वाले वैश्य समाज के साथ मजबूती से खड़े हैं। उनका कहना है कि जब तक छोटे व्यापारियों की आवाज नीति-निर्माण तक नहीं पहुंचेगी, तब तक देश की अर्थव्यवस्था संतुलित और टिकाऊ नहीं बन सकती। इस वीडियो और संदेश के जरिए राहुल गांधी ने न सिर्फ सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाए हैं, बल्कि व्यापारियों के मुद्दे को राष्ट्रीय बहस के केंद्र में लाने की कोशिश भी की है।
राहुल गांधी की व्यापारियों से बातचीत का पूरा वीडियो आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं।
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