लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि बाढ़ प्रभावित पंजाब में नुकसान का शीघ्र आकलन करके व्यापक राहत पैकेज जारी किया जाए। उन्होंने 16 सितंबर को लिखे पत्र में यह दावा भी किया कि केंद्र सरकार द्वारा 1,600 करोड़ रुपये की शुरुआती राहत की जो घोषणा की गई थी, वह बुरी तरह से तबाह पंजाब के साथ घोर अन्याय है।
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कांग्रेस नेता ने बीते 15 सितंबर को बाढ़ प्रभावित पंजाब का दौरा किया था। राहुल गांधी ने पत्र में कहा, "अपनी हाल की यात्रा के दौरान मैंने बाढ़ से हुई तबाही और नुकसान को देखा। चार लाख एकड़ से अधिक धान की फसल नष्ट हो गई है और 10 लाख से अधिक जानवर मर गए हैं। लाखों लोगों ने, जिनमें अधिकतर हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लोग हैं, अपने घर खो दिए हैं। बाढ़ ने निकट भविष्य में जमीन के विशाल भूभाग को खेती के अयोग्य बना दिया है।"
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नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज भी हजारों एकड़ जमीन जलमग्न है और गांवों का संपर्क कटा हुआ है। उन्होंने कहा, "इस संकट की गंभीरता के बावजूद, मैंने मानवता का सर्वोत्तम पक्ष देखा। विभिन्न समुदाय उन लोगों के पीछे एकजुट होकर खड़े हो गए जिन्होंने अपना सब कुछ खो दिया। लोगों ने अपने घरों को अजनबियों के लिए खोल दिया और उनके पास जो कुछ भी था उसे साझा किया। लोगों की उदारता और मदद करने की प्रतिबद्धता सराहनीय थी।"
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उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित 1,600 करोड़ रुपये की प्रारंभिक राहत पंजाब के लोगों के साथ घोर अन्याय है। कांग्रेस नेता ने कहा, "अनुमान है कि राज्य को कम से कम 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। यह संकट एक साहसिक प्रतिक्रिया की मांग करता है। मैं सरकार से नुकसान का शीघ्र आकलन करने और एक व्यापक राहत पैकेज देने का अनुरोध करता हूं।" उन्होंने कहा कि पंजाब को हर संभव मदद देने की आवश्यकता है।
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