हालात

अनिल अंबानी को राफेल में भागीदार फ्रांस या दसॉल्ट ने नहीं, भारत ने बनवाया, पूर्व राष्ट्रपति ओलांद का खुलासा

राफेल सौदे पर मोदी सरकार के झूठ का पर्दाफाश हो गया है। एक सनसनीखेज खुलासे में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने कहा है कि राफेल सौदे में अनिल अंबानी को दसाल्ट ने नहीं चुना था, बल्कि भारत की सरकार की तरफ से हमें उनका नाम दिया गया था।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया राफेल पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति का बड़ा खुलासा, अनिल अंबानी का नाम दिया गया, हमने नहीं चुना

राफेल सौदे पर सनसनीखेज खुलासा हुआ है। फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने कहा है कि राफेल सौदे में अनिल अंबानी को दसाल्ट ने नहीं चुना था, और उनके पास कोई विकल्प ही नहीं था, हमने वही पार्टनर चुना जो हमें दिया गया। यह खुलासा किया है फ्रांस की न्यूज वेबसाइट मीडियापार्ट ने।

Published: 21 Sep 2018, 7:37 PM IST

फ्रांस के राष्ट्रपति के इस बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीधे प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट में कहा कि, “प्रधानमंत्री ने निजी तौर पर मोलभाव किया और राफेल डील को पर्दे के पीछे बदल दिया। फ्रांस्वा ओलांद का शुक्रिया जिनकी वजह से अब हमे पता लग गया है कि पीएम मोदी ने निजी तौर पर अरबों डॉलर का सौदा दिवालिया अनिल अंबानी को दिलवाया। प्रधानमंत्री ने देश से धोखा किया है। उन्होंने जवानों के खून का अपमान किया है।”

Published: 21 Sep 2018, 7:37 PM IST

वहीं कांग्रेस ने इस खुलासे पर ट्वीट करते हुए कहा है, फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के इस खुलासे से मोदी सरकार के झूठतंत्र की पोल खुल गई है।

Published: 21 Sep 2018, 7:37 PM IST

वेबसाइट के पत्रकार जूलियन बोसू ने एक ट्वीट में फ्रांस के राष्ट्रपति से हुए सवाल जवाब का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा है कि जब उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति से पूछा कि राफेल डील में रिलायंस को पार्टनर बनाने का फैसला किसका था, तो उनका जवाब था कि, “रिलायंस को पार्टनर बनाने का फैसला दसाल्ट का नहीं था, हमने वही पार्टनर चुना जो हमें दिया गया”

Published: 21 Sep 2018, 7:37 PM IST

फ्रांस की वेबसाइट मीडियापार्ट ने राफेल डील के बारे में जब फ्रांस्वा ओलांद से रिलायंस डिफेंस कंपनी को बतौर पार्टनर चुनने से जुड़ा सवाल पूछा तो पूर्व राष्ट्रपति ओलांद ने कहा कि भारत सरकार ने ही रिलायंस का नाम प्रस्तावित किया था और ऐसे में राफेल निर्माता कंपनी दसॉल्ट के पास रिलायंस को पार्टनर बनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था।

ओलांद ने कहा, “हमारी उनसे पहले कोई बात नहीं थी। भारत सरकार ने इस सेवा समूह का रिलायंस का प्रस्ताव दिया और दसॉल्ट ने अनिल अंबानी के साथ बातचीत की। हमारे पास कोई विकल्प नहीं था, हमें जो वार्ताकार दिया गया था, उसे हमने स्वीकार कर लिया।”

Published: 21 Sep 2018, 7:37 PM IST

ओलांद का ये बयान मोदी सरकार के उस दावे के बिल्कुल खिलाफ है, जिसमें उसने कहा था कि दसॉल्ट ने ही अनिल अंबानी की रिलायंस को चुना था और उस फैसले में रक्षा मंत्रालय या सरकार का कोई हाथ नहीं था। भारत सरकार ने पहले कहा था, “रक्षा मंत्रालय ने राफेल डील में भारतीय भागीदार का चुनाव करने में कोई भूमिका नहीं निभाई थी।”

इस बीच रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति द्वारा दिए गए बयान से संबंधित खबर की पुष्टि की जदा रही है। हालांकि, उन्होंने फिर दोहराया कि इस समझौते में भारत सरकार की कोई भूमिका नहीं है।

Published: 21 Sep 2018, 7:37 PM IST

अभी दो दिन पहले ही रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) विमान बनाने में सक्षम ही नहीं थी, जिसका एचएएल के मुखिया रहे टी सुवर्ना राजू ने धज्जियां उड़ा दी थीं। टी सुवर्ना राजू अभी तीन सप्ताह पहले ही सेवानिवृत्त हुए हैं। उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, “आखिर सरकार राफेल विमान सौदे से जुड़ी फाइलें सार्वजनिक क्यों नहीं कर रही है?”

यह भी पढ़ें: राफेल सौदा: क्या रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण एक ‘झूठ’ को छिपाने के लिए बोल रही हैं बार-बार झूठ?

अरुण शौरी और यशवंत सिन्हा का दावा, राफेल घोटाले में मोदी व्यक्तिगत रूप से शामिल

राफेल डील: कांग्रेस का मोदी सरकार पर फिर हमला, कहा, वायुसेना ने मांगे थे 126 विमान तो 36 की डील क्यों?

राफेल सौदे पर विपक्षी दबाव से घबराई सरकार: राइफल सौदे में अडानी समूह को साझीदार बनाने की रूस की मांग ठुकराई

राफेल से पहले अनिल अंबानी की डिफेंस कंपनी ने रूस के साथ की थी रक्षा सौदे की कोशिश, लेकिन नहीं हुआ करार

Published: 21 Sep 2018, 7:37 PM IST

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: 21 Sep 2018, 7:37 PM IST