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कोरोना वायरस को लेकर वरिष्ठ डॉक्टर की चेतावनी- कुछ द‍िन रुकजाइए, फ‍िर देख‍िएगा लोग...

डॉक्‍टर ने बताया कि कोरोना वायरस से कुछ दिन बाद मरीज को हार्ट अटैक, सीने में दिक्कत, सांस लेने में दिक्कत होने लगती हैं। इन समस्याओं को मरीज कबतक सहेगा। हमारे यहां डायलिसिस होता है। उसके टेक्निसियन को आने में अब दिक्कत हो रही है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

भारत में अब तक कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की संख्या भले ही कम दिख रहा हो, लेकिन आगे के हालात को लेकर चेतावानी दिए जा रहे हैं। एक ओर जहां दुनिया की एक बड़ी यूनिवर्सिटी ने अपनी रिपोर्ट में आने वाले खतरे को लेकर चेताया है, वहीं नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने भी कुछ ऐसा ही कहा है। डॉक्‍टर ने कहा है कि आगे हालात और भी बिगड़ सकते हैं। न्यूज चैनल एनडीटीवी से बात करते हुए डॉक्‍टर अजय कुमार ने बताया कि लोगों को अभी समझ नहीं आ रहा है। अभी इमरजेंसी केस को ही टैकल करने में हमारी स्थिति खराब है, अभी तो कुछ नहीं दो तीन दिन तो सबको लगता है कि ठीक हो जायेगा। लेकिन असली फेस तो अब आने वाला है। जब एक हफ्ता बीतेगा तो लोग दर्द सहन नहीं कर पाएंगे।

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डॉक्‍टर ने बताया कि कोरोना वायरस से कुछ दिन बाद मरीज को हार्ट अटैक, सीने में दिक्कत, सांस लेने में दिक्कत होने लगती हैं। इन समस्याओं को मरीज कबतक सहेगा। हमारे यहां डायलिसिस होता है। उसके टेक्निसियन को आने में अब दिक्कत हो रही है। ऐसे में आगे हमें और भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।

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डॉक्टर अजय को लोगों के व्यवहार से भी शिकायत है। उनका कहना है कि जनता ताली और थाली तो बजा ली, लेकिन अस्पताल के स्टाफ के साथ उनका व्यवहार अच्छे नहीं हैं। उन्होंने कहा “एम्स और देश में जो अन्य अस्पताल हैं उनके स्टाफ को लोग घर खाली करने के लिए कह रहे हैं। मकान मालिक उन्हें धमकी दे रहे हैं कि अगर अस्पताल गए तो घर खाली कर दो। ये बड़ी समस्या है। इसके चलते हमारे चौथे ग्रेड के कर्मचारी, तीसरे ग्रेड के कर्मचारी जो छोटी जगहों पर रहते हैं डर के मारे काम पर नहीं आ रहे हैं। जिसके चलते हमको कम स्टाफ से काम चलना पड़ रहा है।”

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अजय कुमार ने कहा कि इसका समाधान यही है कि अब दो तीन अस्पताल मिलकर एक बना लेना चाहिए। कुछ जगहों पर एक दो ही स्टाफ रह गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का इसलाज कर रहे डॉक्‍टरों के पास उचित सुरक्षा उपकरण नहीं हैं। मास्क और दस्ताने नहीं हैं। बता दें देश कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 724 पर पहुंच गई है। वहीं इस महामारी की चपेट में आकर देश में अब तक 17 लोगों ने दम तोड़ दिया है। हालांकि देश में 50 संक्रमित मरीज ठीक भी हुए हैं।

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