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प्रयागराज जा रहे वाहनों को जिलों के बॉर्डर पर रोका गया, लाखों श्रद्धालु जाम में फंसे, अखिलेश ने स्थानीय लोगों से की ये अपील

अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “हम उत्तर प्रदेश की दयालु जनता और स्वयंसेवी संस्थाओं से आग्रह करते हैं कि वो अपने गाँव-बस्ती-शहर में जाम में फँसे श्रद्धालुओं के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था करें।"

प्रयागराज जा रहे वाहनों को जिलों के बॉर्डर पर रोका गया
प्रयागराज जा रहे वाहनों को जिलों के बॉर्डर पर रोका गया 

प्रयागराज के महाकुंभ स्थल पर मचे भगदड़ में कई लोगों मारे जाने की खबरों के बीच प्रशासन ने बड़ा फैसला किया है। इस घटना के बाद श्रद्धालुओं को प्रयागराज के बॉर्डर जिलों में ही रोक दिया गया है। जिसकी वजह से लाखों लोग जाम में फंस गए हैं। इतना ही नहीं, इन जिलों में प्रयागराज जाने वाली बसों को बस स्टैंड पर ही रोक दिया गया। बॉर्डर पर वाहन रोके जाने से वाराणसी में 20 किमी लंबा जाम लग गया है। सुबह साढ़े तीन बजे गाड़ियां जहां की तहां खड़ी हैं। अन्य जिलों में भी हालात कुछ ऐसे ही हैं।

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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्थानीय लोगों से जाम में फंसे यात्रियों की मदद की अपील की है। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “हम उत्तर प्रदेश की दयालु जनता और स्वयंसेवी संस्थाओं से आग्रह करते हैं कि वो अपने गाँव-बस्ती-शहर में जाम में फँसे श्रद्धालुओं के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था करें। सरकार को इस तरह के बड़े प्रबंधन के लिए स्वयं तैयार रहना चाहिए था लेकिन न तो सरकार अब ऐसा कर सकती है और न ही उनकी तरफ़ से ऐसा करने की कोई संभावना दिख रही है। ऐसे गंभीर हालातों में श्रद्धालुओं की सेवा करना भी महाकुंभ के पुण्य से कम नहीं है।“

उन्होंने आगे लिखा, “हम सबको अपनी-अपनी सामर्थ्य और क्षमता के अनुरूप आगे आकर जन-सेवा के इस महायज्ञ में शांतिपूर्वक अनाम सहयोग करना चाहिए।“

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अखिलेश ने इससे पहले प्रशासन द्वारा गाड़ियों को जिले के बॉर्डर पर ही रोकने के फैसले को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने लिखा, “महाकुंभ मेला क्षेत्र; प्रयागराज के नगरीय क्षेत्र; जन परिवहन के केंद्रों; प्रयागराज शहर की सीमाओं और विभिन्न शहरों में प्रयागराज की ओर जानेवाले मार्गों को बंद करने से करोड़ों लोग सड़कों पर फँस गये हैं। लाखों वाहनों में करोड़ों लोग दसों किलोमीटर लंबे जाम में फँसे पड़े हैं। सरकार को इसे सामान्य बचाव के स्थान पर शासनिक-प्रशासनिक लापरवाही से जन्मी आपदा मानकर तुरंत सक्रिय हो जाना चाहिए। सूर्यास्त से पहले ही श्रद्धालुओं तक भोजन-पानी की राहत पहुँचनी चाहिए और उनमें ये भरोसा जगाना चाहिए कि सबको सकुशल अपने गंतव्य तक पहुँचाने की व्यवस्था प्रदेश सरकार और केंद्रीय सरकार के द्वारा की जाएगी। जो लापता हैं उन्हें ढूँढकर उनके घरों तक सही सलामत पहुँचाया जाएगा। मृतकों के प्रति श्रद्धा प्रकट करते हुए समस्त समारोह, उत्सवधर्मिता और स्वागत कार्यक्रम रद्द कर देने चाहिए।“

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बता दें कि प्रयागराज जाने वाली ज्यादातर सड़कों पर पुलिस ने बैरियर लगा दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रयागराज जाने वाले 8 जिलों के सीमाओं पर गाड़ियों को रोक दिया गया है। जिससे कई जगह 20 किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। लाखों श्रद्धालुओं को सड़क पर रहने को मजबूर होना पड़ रहा है।

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