हिंसा के बाद दूसरे दिन भी लेह में दुकानें बंद रहीं। सड़कों पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। प्रशासन ने एहतियातन स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया है। हालात पर नजर बनाए रखने के लिए पूरे जिले में कड़ी चौकसी बरती जा रही है।
Published: undefined
लद्दाख के उपराज्यपाल कविंदर गुप्ता ने कहा, "हिंसा में लगभग 90 लोग घायल हुए थे, जिनमें से 19 का अब भी इलाज चल रहा है। कुछ को हल्की तो कुछ को गंभीर चोटें आईं। हालात को सामान्य करने के प्रयास जारी हैं।"
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भीड़ में बाहर से आए लोग शामिल थे और उन्होंने सीआरपीएफ और पुलिस की गाड़ियों को जलाने की कोशिश की।
Published: undefined
लद्दाख के जाने-माने पर्यावरणविद् और शिक्षा सुधारक सोनम वांगचुक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को "विच हंटिंग" बताया। उन्होंने कहा कि लेह में हुई हिंसा के एक दिन बाद गृह मंत्रालय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उन्हें जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा, "CBI ने हमें नोटिस भेजा है कि हमारे संस्थान ने FCRA के बिना विदेशी फंडिंग ली। हमने FCRA इसलिए नहीं लिया, क्योंकि हमें विदेश से फंड नहीं चाहिए। लेकिन संयुक्त राष्ट्र ने हमारे ‘पैसिव सोलर हीटेड बिल्डिंग’ प्रोजेक्ट को अफगानिस्तान ले जाने के लिए फीस दी। इसी तरह स्विट्जरलैंड और इटली की संस्थाओं ने भी तकनीकी सहयोग के लिए फीस दी थी, जो टैक्स के साथ लिया गया था। अब हमें आयकर विभाग के नोटिस भी मिल रहे हैं। कल की घटनाओं के बाद सरकार ने पूरा ठीकरा मुझ पर फोड़ दिया है।"
Published: undefined
लेह में हाल के दिनों में लद्दाख को छठी अनुसूची की संवैधानिक सुरक्षा और पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर प्रदर्शन तेज हो गए थे। 24 सितंबर को हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान 4 लोगों की जान चली गई और दर्जनों लोग घायल हो गए।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined