पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भारी बारिश के बाद बुधवार को जनजीवन पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है। सॉल्ट लेक और शहर के उत्तरी व मध्य भाग के कुछ हिस्सों में अब भी जलभराव है। कोलकाता में एक दिन पहले मूसलाधार बारिश के कारण 10 लोगों की मौत हो गयी थी और सामान्य जनजीवन ठप हो गया था।
Published: undefined
शहर के कई हिस्सों में जलजमाव अभी तक खत्म नहीं हुआ है। खासकर गारियाहाट, जोका, सरसुना, थांथनिया और एमर्स्ट स्ट्रीट जैसे इलाके अभी भी पानी में डूबे हैं।
बिजली कटौती कई इलाकों में जारी है। कोलकाता विद्युत आपूर्ति कंपनी (CESC) ने कुछ क्षेत्रों में बिजली को सावधानी के तौर पर बंद रखा है ताकि करंट से और हादसों से बचा जा सके।
Published: undefined
मेट्रो सेवाएं मध्य-सेगमेंट (ब्लू लाइन) में बाधित हैं। शाहिद खूदिराम और मैदान के बीच सेवा निलंबित है।
रेलवे ट्रैकों पर पानी भरने के कारण कई ट्रेनों को रद्द या शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है।
सड़क यातायात प्रभावित है। कई सड़कों पर वाहनों का आना-जाना मुश्किल हो गया है।
Published: undefined
दुर्घटनाओं से बचने के लिए बिधाननगर नगर निगम ने मंगलवार शाम को स्ट्रीट लाइट्स बंद रखीं।
Published: undefined
अधिकारियों ने बताया कि हालांकि बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम होने लगा है, लेकिन त्योहारों के मौसम से पहले सामान्य जनजीवन बहाल करना प्रशासन के लिए तात्कालिक चुनौती बनी हुई है। उन्होंने बताया कि और अधिक बारिश की आशंका को देखते हुए बुधवार को कोलकाता और आसपास के जिलों की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
Published: undefined
कोलकाता और आसपास के जिलों में सोमवार कोरातभर हुई मूसलाधार बारिश के कारण कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से नौ की मौत करंट लगने से हुई। यह लगभग चार दशकों में सबसे भारी बारिश थी। इससे हवाई, रेल और सड़क परिवहन ठप हो गया, शैक्षणिक संस्थान बंद हो गए और राज्य सरकार को दुर्गा पूजा की छुट्टियां समय से पहले घोषित करनी पड़ीं।
Published: undefined
24 घंटे से भी कम समय में 251.4 मिलीमीटर बारिश 1986 के बाद से सबसे अधिक थी और पिछले 137 वर्षों में एक दिन में हुई छठी सबसे अधिक वर्षा थी।
Published: undefined
कोलकाता में बा आज रिश की अवधि बनी रहेगी, यानी कुछ-कुछ समय बारिश हो सकती है।
अगले 24 घंटे में अत्यधिक बारिश की संभावना कम बताई जा रही है, लेकिन मेघगर्जन और मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है।
मछुआरों को तट के पास न जाने के लिए सलाह दी गई है, और लोगों को पेड़ों या विद्युत पोलों के नीचे न ठहरने की चेतावनी दी गई है।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined