उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी के सिलक्यारा पहुंच गए हैं जहाँ सुरंग में अभी भी मजदूर फंसे हुए हैं। धामी भू-धसाव की घटना का स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं और राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा के साथ ही तमाम अधिकारियों से घटना की जानकारी ले रहे हैं।
सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए बचाव और राहत कार्य लगातार जारी है। मलवा हटाने का काम चल रहा है। मलवा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को लगाया गया है। वॉकी-टॉकी से टनल में फंसे मजदूरों से संपर्क हुआ है।
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फिलहाल सभी मजदूर सुरक्षित बताए जा रहे हैं। टनल में पानी की आपूर्ति के लिए बिछी पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। इसी पाइपलाइन के जरिए रात में चने के पैकेट कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे श्रमिकों तक भेजे गए।
पूरी रात बचाव कार्य चला और अभी भी जारी है।
आपको बता दें कि रविवार सुबह 5 बजे यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक नवयुगा कंपनी की निर्माणाधीन टनल में भूस्खलन की बड़ी घटना हुई। इस टनल में 35 मजदूर फंसे हुए हैं। अब 30 घंटे से ज्यादा का समय हो गया है। मौके पर राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर लगातार जारी है।
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एनडीआरफ, एसडीआरएफ, पुलिस फायर ब्रिगेड, साथ ही एम्बुलेंस आदि के दस्ते राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। केंद्रीय एजेंसियों को भी मदद के लिए भेजा गया है। एसडीआरएफ और अन्य बचाव दल पुलिस बल के साथ मौके पर लगातार रेस्क्यू कर रहे है।
जानकारी के अनुसार, सिलक्यारा की ओर सुरंग के द्वार से 200 मीटर की दूरी पर भूस्खलन हुआ, जबकि जो मजदूर काम कर रहे थे वो वाहन द्वार के 2800 मीटर अंदर हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी मुख्यमंत्री से फ़ोन पर बात कर इस पूरी घटना की जानकारी ली, और हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
इसके अलावा उत्तरकाशी जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने जिले के सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी है। सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने की कवायद लगातार जारी है।
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