विचार

विष्णु नागर का व्यंग्यः बीजेपी का बंगाल वालों के लिए खुला ऑफर- तुम हमें वोट दो, हम तुम्हें बर्बादी देंगे!

अरे बंगाल वासियों आबाद करने वाले तो तुम्हें कभी भी मिल जाएंगे, मगर बर्बाद करने वाली असाधारण प्रतिभाएं कभी-कभी ही मिलती हैं। सौभाग्य से ऐसी महान प्रतिभा आज हमारे बीच है, उसकी सेवाएं आप भी हासिल करें। 1925 से जारी हमारे परिश्रम का फल अब आप भी चखें!

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

अपनी बर्बादी का पक्का सरंंजाम करवाने के लिए कृपया हमें वोट दें। सुनो बंगाल वासियों, हम अपने इस वायदे पर सौ टका खरे उतरे हैं, आगे भी उतरेंगे। यह भी सुन लो, आज तुम हमसे बर्बादी नहीं करवाओगे तो कल पछताओगे। हमें वोट नहीं दोगे तो हम तुम्हें दिल्ली से बर्बाद करेंगे, दोगे तो हमें आसानी हो जाएगी। यहीं कोलकाता से यह काम हो जाएगा। देश को यह सौभाग्य छह साल पहले से प्राप्त हो चुका है, तुम अब तो उसे हासिल कर लो!

संपूर्ण बर्बादी करने में सक्षम सरकार केंद्र में है, मगर इतना प्रगतिशील राज्य होते हुए भी तुम आज तक इतने पिछड़े क्योंं हो? तुम्हें इस पर शर्म नहींं आती? अरे आबाद करने वाले तो तुम्हें कभी भी मिल जाएंगे मगर बर्बाद करनेवाली असाधारण प्रतिभाएं कभी-कभी ही मिलती हैं। सौभाग्य से ऐसी महान प्रतिभा आज हमारे बीच है, उसकी सेवाएं आप भी हासिल करें। 1925 से जारी हमारे परिश्रम का फल अब आप भी चखें!

Published: undefined

अरे पहले ही यह फल देश को बहुत विलंब से मिला है, जबकि यह अवसर जर्मनी और इटली आदि को तो पिछली सदी में मिल चुका था। अब तुम इस शुभ काम में देर न करो। देश के साथ खड़े होओ । भारत को आठ दशक से भी अधिक समय तक इसकी प्रतीक्षा करनी पड़ी थी, अब आप तो जल्दी करें। इक्कीसवीं सदी में यह काम करने का अपना ही मजा है। अब टेक्नोलॉजी की मदद से इसे हम अधिक सक्षमतापूर्वक और त्वरित गति से कर रहे हैं। आप भी हमारी सेवाओं का कम से कम एक बार लाभ जरूर  लें।

इस पुण्य कार्य में सहयोग की किसी और से तो हमें विशेष आशा कभी नहीं रही, मगर इस देश के बहुसंख्यकों के एक बड़े वर्ग ने हमारी उम्मीदें पूरी की हैं। उसके समर्थन ने इस मिशन को कामयाब बनाया है। यहां भी आप पूरा सहयोग करें। इसमें किसी तरह की कमी न आने दें। हमें किसी और  धर्म के लोगों की गरज नहीं। वे जाएं भाड़ में। हम उनका इंतजाम कर देंगे।

Published: undefined

याद रखो, तुम्हारी आनेवाली पीढ़ियां याद रखेंगी कि हमारे बाबा या नाना या पिता या अम्मा या भाभी ने इसमें तन, मन, धन से योगदान दिया था। उन्हें यह देश युगों-युगों तक याद रखेगा। कल इसे ही देश सेवा माना जाएगा! मोदी जी के साथ तुम्हारे कीर्तिस्तंभ भी जगह-जगह लगेंगे। यही नहीं भारत आज अपनी बर्बादी करने में इस हद तक  सफल और आत्मनिर्भर बनता जा रहा है कि दुनिया यह देखकर ईर्ष्या से जल उठी है।

सोचिए, देश के संदर्भ में सोचिए। जो क्षमता दुनिया में भारत के पास है, वह आज कितने देशों के पास है? हमें खुशी थी कि हमारे मित्र देश अमेरिका ने भी यह क्षमता हासिल कर ली थी, मगर उस देश का दुर्भाग्य कि उसने इसे चार साल में ही खो दिया। दूसरी तरफ हम धारदार ढंग से यह काम कर रहे हैं। दूसरे देश आज दूसरों को तो बर्बाद कर सकते हैं, मगर अपने को बर्बाद करने की क्षमता वे खो चुके हैं। आज कोई भी 'देशभक्त' इस बात पर गर्व कर सकता है कि हम हिन्दू हैं और  बंगवासियों समेत हम सब अपने देश को बर्बाद करके खुश हैं।

Published: undefined

मित्रों, यह कहा जाता है कि किसी भी देश को बर्बाद करना आसान है, मगर उसे बनाना बहुत मुश्किल है, मगर हमें तो लगता है कि बर्बाद करना अधिक मुश्किल है। हम तो हर दिन बर्बादी के नए-नए कदम उठाते हैं, फिर भी हमारी इच्छा के अनुकूल बर्बादी कहां हो पा रही है! हम सीएए लाए थे। फिर एनआरसी लाना था, ताकि मुसलमानों को अच्छी तरह सबक सिखाया जा सके, मगर न जाने कहां से ये मुस्लिम महिलाएं शाहीनबाग में टपक गईंं और सब कबाड़ा कर दिया। हम कानून बनाकर भी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।

हमने सोचा था कि मजदूरों के साथ किसानों को भी बर्बाद करेंगे, मगर इसमें भी  मुश्किलें हैं। किसान पूरी दिल्ली को घेर कर बैठे हैं। नफरत के  ब्रह्मास्त्र से हमने इन पर खूब वार किया था, मगर वह भी इस बार काम नहीं आया। लगता है इनकी बर्बादी का काम भी हमें ठप करना पड़ेगा। बस एक ही काम हमने आज तक सफलता से किया है, वह है अडाणी-अंबानी का भरपूर विकास मगर इन किसानों ने इस पर भी उंगली उठाना शुरू कर दिया है, जबकि उनकी प्रगति में ही हमारी सरकार की प्रगति है, हमारी में उनकी।

Published: undefined

जनता का वोट तो प्रतीकात्मक होता है, मगर उनका पैसा ठोस होता है। वही हमें, वोटर के इतने नजदीक लाता है कि तुम हमें वोट देते हो। उनका साथ तो हम किसी हालत में छोड़ नहीं सकते, उनके बिना हम देश की बर्बादी तक नहीं कर सकते। विपक्ष के लोग आपको भड़काएंगे कि ये आपको बर्बाद करने आए हैं, मगर आप  कहना कि नहीं, हमारी  बर्बादी ही हमारा असली विकास है। बंगाल की बर्बादी देश का मार्ग आगे और प्रशस्त करेगी!

(इस व्यंग्य लेख में लेखक के अपने विचार हैं)

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined