राजनीति

महाराष्ट्र पर संसद में कांग्रेस का प्रदर्शन, राहुल बोले- लोकतंत्र की हत्या हुई, सवाल पूछने का अब मतलब नहीं

राहुल गांधी ने सवाल पूछने से इनकार करते हुए कहा, ‘महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई है, ऐसे में मेरे सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है.’ इस दौरान सदन में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

कांग्रेस ने महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा सरकार बनाए जाने के खिलाफ सोमवार को संसद में प्रदर्शन किया। कांग्रेस सांसद महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष जमा हुए और उन्होंने 'मोदी सरकार शेम शेम' और 'लोकतंत्र बचाओ' के नारे लगाए। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुईं।

Published: 25 Nov 2019, 1:46 PM IST

सदन के अंदर कांग्रेस के दो सांसदों टी.एन. प्रथपन और हिबी ईडन ने एक बड़ा बैनर लहराया, और अन्य सांसदों ने भी मोदी सरकार के खिलाफ तख्तियां लहराई और नारेबाजी की। सांसदों ने कहा कि “महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या की गई है।” वहीं राहुल गांधी ने कहा कि सदन में आज सवाल पूछने आया था, लेकिन सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई है।

Published: 25 Nov 2019, 1:46 PM IST

राहुल गांधी ने सवाल पूछने से इनकार करते हुए कहा, ‘महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई है, ऐसे में मेरे सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है.’ इस दौरान सदन में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं।

Published: 25 Nov 2019, 1:46 PM IST

वहीं राज्यसभा में विपक्ष ने सदन का कामकाज स्थगित कर महाराष्ट्र के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की, जिसे सभापति एम. वेंकैया नायडू ने खारिज कर दी। जिसके बाद सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी गई। कांग्रेस सांसदों के अलावा, डीएमके और सीपीआई के नेताओं ने भी राज्यसभा में नियम 267 के अंतर्गत सदन की कार्यवाही स्थगित करने का नोटिस दिया। उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम अलोकतांत्रिक हैं।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के नेता बिनॉय विश्वम ने राज्यसभा के सभापति को दिए अपने नोटिस में कहा कि महाराष्ट्र की घटनाएं देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए शर्मनाक हैं।

Published: 25 Nov 2019, 1:46 PM IST

विश्वम ने कहा, "जनता की इच्छा के अनुसार चुनी गई लोकतांत्रिक सरकार की हत्या के लिए आधी रात में बनाई गई योजना बड़ी चिंता का विषय है। एक बार फिर राज्यपाल को ऐसी सरकार बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया है, जिसकी जनता की नजर में कोई वैधता नहीं है।"

Published: 25 Nov 2019, 1:46 PM IST

बता दें कि शनिवार सुबह सबको चौंकाते हुए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और एनसीपी के नेता अजित पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई थी।

विपक्षी दलों- शिवसेना, कांग्रेस और शरद पवार की अगुई में एनसीपी ने राज्यपाल के निर्णय को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

Published: 25 Nov 2019, 1:46 PM IST

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Published: 25 Nov 2019, 1:46 PM IST