राजनीति

यूपी चुनाव परिणाम: अयोध्या में फिर खिला कमल, मिल्कीपुर और गोसाईगंज में तेज दौड़ी साइकिल

अयोध्या हमेशा भाजपा के सियासी एजेंडे में रही है। पीएम नरेन्द्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के दिग्गज नेताओं ने इस सीट पर विजय के लिए अपनी ताकत झोंक दी थी।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

अयोध्या। हिन्दुओं के आराध्य भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या सूबे की सियासत का केंद्र माना जाता है। यहां से निकला संदेश दशकों तक देश भर के मतदाताओं के मन को मथता रहा है। इस लिहाज से भी इस सीट के नतीजे अहम हैं। यह वही सीट है जहां से माना जा रहा था कि योगी आदित्यनाथ के लड़ने की तैयारी थी लेकिन ऐन वक्त पर उन्हें गोरखपुर भेज दिया गया। हालांकि योगी यही कहते रहे कि वे गोरखपुर से ही लड़ना चाहते थे और वहां से लड़ने का फायदा गोरखपुर की बाकी सीटों पर भी आज दिखाईं दिया।

Published: 10 Mar 2022, 8:00 PM IST

पिछले चुनाव में अयोध्या विधानसभा सीट पर भाजपा के वेद प्रकाश गुप्ता को विजय मिली थी। मौजूदा चुनाव में जनता ने उन पर दोबारा भरोसा जताया है। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी सपा प्रत्याशी तेजनारायण पांडे को 19165 वोटों से मात दी है। सपा प्रत्याशी तेज नारायण पांडे को कुल 75200 मत मिले। जबकि वेद प्रकाश को 15200 मत। अयोध्या की बीकापुर और गोसाइगंज सीट पर सपा प्रत्याशियों को विजय मिली है। हालांकि तेज नारायण उर्फ पवन पांडेय को लेकर सपा यहां खासी उत्साहित थी और इस सीट पर सबकी नजरें लगी हुई थीं।

Published: 10 Mar 2022, 8:00 PM IST

अयोध्या हमेशा भाजपा के सियासी एजेंडे में रही है। पीएम नरेन्द्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के दिग्गज नेताओं ने इस सीट पर विजय के लिए अपनी ताकत झोंक दी थी। विकास योजनाएं और धर्म नगरी के हालात सुधारने के लिए वादे किए गए थे। ऐसे में इस सीट पर भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी।

Published: 10 Mar 2022, 8:00 PM IST

रूदौली सीट पर सिटिंग भाजपा विधायक जीते


अयोध्या में पांच विधानसभा सीटे हैं। रूदौली विधानसभा सीट से भाजपा ने मौजूदा विधायक रामचन्द्र यादव पर विश्वास जताया। एक समय बसपा से विधायक रहे आनन्द सेन ने सपा ज्वाइन कर टिकट हासिल किया। सपा और भाजपा के बीच की लड़ाई को बसपा प्रत्याशी अब्बास अली जैदी ने रोमांचक बना दिया। जैदी वर्ष 2002 और 2007 में यही से सपा के टिकट पर विधायक रह चुके हैं। उन्हें 31500 और आनन्द सेन को 32061 वोट मिलें। सपा और बसपा प्रत्याशियों के बीच सिर्फ 1500 मतों का अंतर रहा। इसका फायदा भाजपा प्रत्याशी को मिला। रामचन्द्र को कुल 54877 वोट मिले। उन्होंने सेन को 22816 मतों के अंतर सीट पर कब्जा किया।


Published: 10 Mar 2022, 8:00 PM IST

कड़ी टक्कर के बाद मिल्कीपुर में चली साइकिल

मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा और सपा प्रत्याशी के बीच कांटे की टक्कर रही। भाजपा के वर्तमान विधायक गोरखनाथ और सपा के राष्ट्रीय महासचिव अवधेश प्रसाद के बीच काफी कम अंतर से हार और जीत का फैसला हुआ। अवधेश प्रसाद को 49703 और बाबा गोरखनाथ को 46792 वोट मिलें। सपा ने 2911 मतों के अंतर से यह सीट जीती। बसपा से मीरा देवी सिर्फ और कांगेस प्रत्याशी बृजेश रावत भी पूरे चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी से टक्कर लेते दिखे। यह सुरक्षित सीट है। वर्ष 2012 में अवधेश प्रसाद यहीं से बसपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे। 2017 में वह सपा के टिकट पर चुनावी समर में उतरे थे। पर तब उन्हें हार मिली थी।


Published: 10 Mar 2022, 8:00 PM IST

सहानुभूति की लहर में अभय की नैया हुई पार

गोसाईगंज सीट पर सपा प्रत्याशी अभय सिंह को विजय मिली है। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी आरती तिवारी को 5355 मतों के अंतर से हराया। आरती तिवारी अयोध्या के बाहुबली खब्बू तिवारी की पत्नी हैं। खब्बू तिवारी इस समय फर्जी मार्कशीट के केस में जेल में बंद हैं। ऐसे में भाजपा ने उनकी पत्नी को टिकट दिया। स्थानीय निवासियों के मुताबिक चुनाव के दरम्यान खब्बू और अभय के समर्थकों के बीच फायरिंग की घटना हुई थी। उस प्रकरण में अभय सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई थी। इस घटना के बाद क्षत्रिय वोटर एकजुट हो गए। उनकी सहानुभूति का लाभ सपा प्रत्याशी को मिला। अभय सिंह को 69263 और आरती तिवारी को 63908 वोट मिलें। बसपा प्रत्याशी रामसागर ने भी कड़ी टक्कर दी। उन्हें 21580 मत मिले।

Published: 10 Mar 2022, 8:00 PM IST

बीकापुर में विधायक का बेटा बना विधायक

बीकापुर विधानसभा क्षेत्र में पिछड़े, एससी और मुस्लिम मतदाता समीकरण बनाते बिगाड़ते रहे हैं। इसके इलाके में एससी वोटर काफी तादाद मे हैं। ध्यान देने की बात यह है कि इस सीट पर वर्ष 2017 के चुनाव में 26 साल बाद कमल खिला था। उस समय सपा से आनन्द सेन प्रत्याशी थे और चुनाव हार गए थे। भाजपा की शोभा सिंह चौहान विधायक बनी थी। इसके पहले 19़91 के चुनाव में भाजपा को इस सीट पर विजय श्री मिली थी। मौजूदा चुनाव में एक बार फिर भाजपा ने नजदीकी मुकाबले में यह सीट हथियाई है। इस बार मौजूदा विधायक के बेटे अमित सिंह चौहान को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया। सपा से फीरोज खान उन्हें चुनौती दे रहे थे। अमित को 85252 और फीरोज को 81432 वोट मिलें। जीत का अंतर 3820 मतों का रहा। बसपा प्रत्याशी सुनील को 15537 मत प्राप्त हुए।

Published: 10 Mar 2022, 8:00 PM IST

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Published: 10 Mar 2022, 8:00 PM IST