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फीफा विश्व कप: क्वार्टर फाइनल में आज स्वीडन से इंग्लैंड और क्रोएशिया से रूस का होगा मुकाबला

फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में रूस की टीम क्रोएशिया के खिलाफ अपनी आक्रमकता के बल पर जीत दर्ज करना चाहेगी। दूसरी ओर आज इंग्लैंड समारा एरिना में स्वीडन से भिड़ेगा। 

फोटो: सोशल मीडिया 
फोटो: सोशल मीडिया   रूस और क्रोएशिया के बीच होगा मुकाबला

फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मेजबान रूस का सामना आज फिश्ट स्टेडियम में क्रोएशिया से होगा। टूर्नामेंट के पहले मुकाबले में धमाकेदार जीत दर्ज करने वाली रूस की टीम क्रोएशिया के खिलाफ अपनी आक्रमकता के बल पर जीत दर्ज करना चाहेगी। दूसरी ओर आज इंग्लैंड समारा एरिना में स्वीडन से भिड़ेगा। इंग्लैंड इस मैच को जीतकर इतिहास रचना चाहेगा। इतिहास रचने का मौका स्वीडन के पास भी होगा क्योंकि दोनों में से जो भी टीम सेमीफाइनल में पहुंचेगी, वह बरसों से चले आ रहे अंतिम-4 में न जाने के अपने सूखे को खत्म करेगी।

क्रोएशिया और रूस होंगे आमने-सामने

फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मेजबान रूस का सामना आज फिश्ट स्टेडियम में क्रोएशिया से होगा। टूर्नामेंट के पहले मुकाबले में धमाकेदार जीत दर्ज करने वाली रूस की टीम क्रोएशिया के खिलाफ अपनी आक्रमकता के बल पर जीत दर्ज करना चाहेगी। दूसरी तरफ क्रोएशिया की कोशिश 20 साल बाद एक बार फिर सेमीफाइनल में कदम रखने की होगी।

रूस ने ग्रुप चरण में तीन में से दो मैच जीतकर छह अंकों के साथ अंतिम-16 में प्रवेश किया जहां उसने स्पेन को पेनाल्टी शूटआउट में हराकर क्वार्टर फाइनल में कदम रखा। रूस को एक बार फिर अपने दो स्टार खिलाड़ियों अर्टेम ज्यूबा और डेनिस चेरिशेव से काफी उम्मीदें होंगी, जो टूर्नामेंट में अब तक तीन-तीन गोल दाग चुके हैं।

साल 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद से रूस कभी भी ग्रुप चरण से आगे नहीं बढ़ा है और इस बार उसके पास अपने घरेलू दर्शकों के सामने इतिहास रचने का मौका है। सोवियत संघ के रूप में उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1966 में रहा था जब उसने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था।

रूस के शहर यारोस्लावल में एक डॉल्फिन ने मेजबान टीम के जीतने और सेमीफाइनल में पहुंचने की भविष्यवाणी की है। यह देखना दिलचस्प होगा कि डॉल्फिन की यह भविष्यवाणी कहां तक सही साबित होती है।

क्रोएशिया ने भी अपने प्रदर्शन से सभी को चौंकाया है। क्रोएशिया ग्रुप चरण में तीन मैचों में तीन जीत के साथ नौ अंक लेकर अंतिम-16 में पहुंचा था जहां उसने डेनमार्क को पेनाल्टी शूटआउट में हराकर क्वार्टर फाइनल में कदम रखा है। क्रोएशिया 1998 में पहली बार विश्व कप के सेमीफाइनल पहुंचा था और उसकी कोशिश 20 साल बाद एक बार फिर से अंतिम-4 में पहुंचने की होगी।

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स्वीडन से भिड़ेगा इंग्लैंड

वहीं दूसरी ओर आज इंग्लैंड समारा एरिना में स्वीडन से भिड़ेगा। इंग्लैंड इस मैच को जीतकर इतिहास रचना चाहेगा। इतिहास रचने का मौका स्वीडन के पास भी होगा क्योंकि दोनों में से जो भी टीम सेमीफाइनल में पहुंचेगी, वह बरसों से चले आ रहे अंतिम-4 में न जाने के अपने सूखे को खत्म करेगी।

स्वीडन ने 1994 के बाद से कभी भी विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह नहीं बनाई है। 1994 में स्वीडन को तीसरा स्थान मिला था। इंग्लैंड 1990 में इटली में खेले गए विश्व कप में चौथे स्थान पर रहा था लेकिन इसके बाद वह कभी सेमीफाइनल में कदम नहीं रख सका। ऐसे में दोनों टीमों की कोशिश बरसों से जारी कमी को पूरा करने की होगी। स्वीडन ने स्विट्जरलैंड को मात देकर अंतिम-8 में जगह बनाई है। इंग्लैंड ने कोलंबिया को पेनाल्टी शूटआउट में हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया है। दोनों टीमों की ताकत एक दूसरे से उलट है। स्वीडन का डिफेंस दमदार है तो इंग्लैंड की आक्रमण पंक्ति। मैच में इन दोनों के बीच कड़े मुकाबले की उम्मीद की जा रही है।

स्वीडन ने अभी तक खेले चार मैचों में सिर्फ दो गोल खाए हैं, वहीं अगर कोलंबिया के खिलाफ हुए पेनाल्टी शूट आउट को हटा दें तो इंग्लैंड ने अभी तक चार गोल खाए हैं। स्वीडन ने अभी तक छह गोल किए हैं जबकि इंग्लैंड ने नौ गोल किए हैं जिसमें छह गोल अकेले उसके कप्तान हैरी केन के हैं। वह गोल्डन बूट की रेस में सबसे आगे हैं।

देखना यह होगा कि स्वीडन का डिफेंस इंग्लैंड की मजबूत आक्रामण पंक्ति को रोक पाता है या नहीं। हालांकि स्वीडन के लिए डिफेंस में एक खतरा यह है कि उसके खिलाड़ी मिकाएल लस्टिंग येलो कार्ड के कारण निलंबन झेल रहे हैं और इस मैच में नहीं उतरेंगे। वहीं उसके लिए अच्छी बात यह है कि मिडफील्डर सेबस्टियन लार्सन निलंबन के बाद वापसी कर रहे हैं। लस्टिंग की गैरमौजूदगी में स्वीडन का डिफेंस कैसे केन और उनके अटैक को रोकेगा, इसके लिए कोच को विशेष तैयारी करनी होगी।

इंग्लैंड का दारोमदार कप्तान केन पर ही होगा। उन्हीं के दम पर इंग्लैंड ने विश्व कप में अपना वर्चस्व बनाए रखा है। 1966 विश्व कप के विजेता इंग्लैंड को भी मैच से पहले एक बुरी खबर मिली है। उसके स्टार खिलाड़ी जेम्स वार्डी इस अहम मैच में मैदान पर उतर पाएंगे या नहीं, इस पर अभी संशय बना हुआ है।

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