न्यूजीलैंड के दिग्गज क्रिकेटर केन विलियमसन ने मोहम्मद सिराज की जबरदस्त गेंदबाजी की तारीफ की, जिसने गुजरात टाइटंस (जीटी) को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के खिलाफ आठ विकेट से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि सिराज ने पूरे जोश और आक्रामकता के साथ गेंदबाजी की और अपनी पूर्व टीम के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। सिराज ने सिर्फ 19 रन देकर 3 विकेट लिए। उनकी घातक गेंदबाजी का असर ऐसा रहा कि आरसीबी की टीम महज 42 रन पर 4 विकेट गंवा बैठी और 20 ओवर में 169/8 का स्कोर बना पाई। इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए सिराज को 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया। विलियमसन ने जियोहॉटस्टार पर कहा, "सिराज को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम की परिस्थितियों की अच्छी समझ है। उन्होंने पूरे जोश के साथ गेंदबाजी की, आक्रामक अंदाज में टीम का नेतृत्व किया और बहुत अच्छी गति से गेंदें डालीं। उन्हें मैन ऑफ द मैच का खिताब मिलना ही था। वहीं, दूसरी पारी में जोस बटलर अपने बेहतरीन फॉर्म में नजर आए, लेकिन सिराज ने शुरुआती ओवरों में ही मैच की दिशा तय कर दी थी।"
170 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी गुजरात टाइटंस की टीम को शुभमन गिल (14) और साई सुदर्शन (49) ने तेज शुरुआत दिलाई। इसके बाद जोस बटलर ने शानदार बल्लेबाजी की और लिविंगस्टोन की गेंद पर छक्का जड़कर महज 31 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया। रदरफोर्ड ने भी 18 गेंदों में 30 रनों की तेज पारी खेली, जबकि बटलर 73 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने 17.5 ओवर में ही टीम को जीत दिलाई और गुजरात टाइटंस की यह लगातार दूसरी जीत रही।
विलियमसन ने कहा, "नई टीम में आने का जोश कुछ अलग ही होता है और जोस बटलर को गुजरात टाइटंस में यही अनुभव मिला। टीम का माहौल शानदार है। मुझे सबसे ज्यादा यह पसंद आ रहा है कि जब दूसरे बड़े बल्लेबाज हर गेंद पर छक्का मारने की कोशिश कर रहे हैं, बटलर अपनी रणनीति पर पूरी तरह भरोसा रखते हैं और उसी के अनुसार खेलते हैं। पिछले आठ सालों में बटलर लगातार दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में शामिल रहे हैं और उन्होंने कई मैच जिताए हैं। आज भी उन्होंने यही किया, जो गुजरात टाइटंस के लिए आगे के मुकाबलों में अच्छा संकेत है।" गुजरात टाइटंस अब तीन मैचों में चार अंकों के साथ अंकतालिका में चौथे स्थान पर है और यह टीम अगले मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ अपनी जीत की लय बरकरार रखने की कोशिश करेंगे।
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सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) के ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी का मानना है कि इस सीजन में ट्रॉफी जीतना ही उनकी फ्रेंचाइजी के लिए एकमात्र बचा हुआ अधूरा कार्य है। पिछले सीजन बल्लेबाजी के कई रिकॉर्ड बनाने वाली सनराइजर्स की टीम रनर-अप रही थी। फाइनल में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ हार ने उनका खिताब जीतने का सपना तोड़ दिया था। आईपीएल 2025 में हालांकि सनराइजर्स की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं हुई है और यह टीम अपने पिछले दो मैच हारने के बाद अंक तालिका में 8वें स्थान पर है। गुरुवार को उनका मुकाबला कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) से है। नीतीश ने जियोहॉटस्टार के शो 'जेन बोल्ड' पर कहा, "मैंने कभी अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों को सेट नहीं किया। मैं भारत के लिए खेल चुका हूं। अब आईपीएल में खेल रहा हूं, तो एकमात्र अधूरा काम ट्रॉफी जीतना है। हमने कुछ ऐतिहासिक रिकॉर्ड के साथ इतिहास रचा है, लेकिन आईपीएल खिताब जीतना ही हमारा एकमात्र उद्देश्य है।"
नीतीश ने आईपीएल में मौका मिलने के बाद से क्रिकेट करियर में काफी तरक्की की है। वह भारत के लिए टी20 और टेस्ट प्रारूप में भी डेब्यू कर चुके हैं। उन्होंने कहा, "मैंने भारत और आईपीएल के लिए खेलते हुए जो भी अब तक प्रदर्शन किया है, उससे मैं काफी खुश हूं। मैं ऐसा प्रदर्शन जारी रखना चाहता हूं। लोगों ने अब मुझे पहचानना शुरू कर दिया है और मेरी प्रदर्शन की तारीफ भी की जाती है। यह एक बड़ा बदलाव है जो पहले की तुलना में मैंने महसूस किया है।" नीतीश हालांकि सफलता को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "मैं आगे बढ़ते हुए, इसी तरह के जुनून और निरंतरता के साथ खेलना चाहता हूं, चाहे यह मेरी फ्रेंचाइजी के लिए खेलना हो या देश के लिए। मैं पूरा ध्यान क्रिकेट के खेल के प्रति अपने प्यार को ऐसे ही बरकरार रखने पर है।" 21 साल के खिलाड़ी ने पैट कमिंस की कप्तानी की खूब तारीफ की और उन्हें शांत स्वभाव का कप्तान बताया। उन्होंने कहा, "वह बहुत ही शांत और स्थिर लीडर हैं। जिस तरह से वह दबाव को संभालते हैं, वह कमाल का है। जब आप अपने कप्तान को इतनी आसानी से सब कुछ मैनेज करते हुए देखते हैं, तो पूरी टीम में आत्मविश्वास आ जाता है। एक कप्तान के तौर पर वह शानदार हैं, और मुझे उनके नेतृत्व में खेलने में बहुत मजा आता है।"
सनराइजर्स हैदराबाद की तूफानी बल्लेबाजी के बारे में उन्होंने कहा, "मैं अपनी टीम को बहुत ऊंचा दर्जा दूंगा। पिछला साल हमारे लिए अविश्वसनीय रहा, और हम उस सफलता को दोहराना चाहते हैं। हमारी रणनीति सीधी है - बिना किसी दबाव के खेलना, पावरप्ले में ज्यादा से ज्यादा रन बनाना और उस लय को बाद के ओवरों तक बनाए रखना। चाहे टॉप ऑर्डर हो या मिडिल ऑर्डर, हर किसी को अपनी भूमिका निभानी है। हमें एक और शानदार सीजन की उम्मीद है।" वहीं, रेड्डी ने कगिसो रबाडा को आईपीएल में सबसे मुश्किल गेंदबाज बताया और कहा कि उनका सामना करना एक कठिन चुनौती थी। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि अब मैं गेंदबाजों को बेहतर ढंग से समझने लगा हूं। जैसे वे मेरे खेल के बारे में जानकारी करते हैं, वैसे ही मैं भी उनका विश्लेषण करता हूं। मेरा तरीका वही रहेगा, लेकिन मैं जरूरत के अनुसार स्थितियों के अनुकूल ढल जाऊंगा। मुझे कगिसो रबाडा का सामना करना विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण लगता है। जब हमने पंजाब किंग्स के खिलाफ खेला, तो वह उस विकेट पर बहुत प्रभावी थे, और वहां उनका सामना करना मेरे लिए एक कठिन चुनौती थी।"
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न्यूज़ीलैंड के बेहतरीन बल्लेबाज केन विलियमसन का मानना है कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की गुजरात टाइटंस के खिलाफ आठ विकेट से हार में विराट कोहली का आउट होना बस एक ऐसा मौका था जो कभी-कभी खेल में हो जाता है। एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में कोहली ने पुल शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद ठीक से नहीं आई और वह सिर्फ सात रन बनाकर डीप स्क्वायर लेग पर कैच आउट हो गए। यह गेंद बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ऑलराउंडर अरशद खान ने फेंकी थी। इस पर विलियमसन ने जियोहॉटस्टार पर कहा, "यह बस एक स्वाभाविक शॉट था, जिसे विराट पहले भी कई बार खेल चुके हैं। इस बार गेंद सीधा फील्डर के हाथों में चली गई। वह इस शॉट पर कई बार छक्का भी मार चुके हैं और ग्राउंड शॉट भी खेल चुके हैं, लेकिन कभी-कभी खेल में ऐसा हो जाता है।" उन्होंने आगे कहा, "गुजरात टाइटंस के लिए यह एक बहुत बड़ा विकेट था क्योंकि चिन्नास्वामी स्टेडियम में विराट बेहद खतरनाक साबित होते हैं। उन्होंने यहां करीब 3,000 रन बनाए हैं और लंबे समय तक बल्लेबाजी कर टीम को जिताने की काबिलियत रखते हैं। इसलिए उन्हें जल्दी आउट करना गुजरात के लिए बहुत जरूरी था।"
आरसीबी ने इस मैच से पहले अपने पहले दो मुकाबले जीतकर शानदार शुरुआत की थी, लेकिन उनकी यह लय गुजरात टाइटंस ने तोड़ दी। इस मैच की पिच बल्लेबाजों के लिए ज्यादा अनुकूल नहीं थी और जीटी ने हालात के हिसाब से खुद को बेहतर ढंग से ढाल लिया। जब विलियमसन से पूछा गया कि आरसीबी इस हार से क्या सीख सकता है, तो उन्होंने कहा कि उन्हें बल्लेबाजी में बड़े साझेदारी करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "आईपीएल जैसी लीग में अब टीमें हमेशा बड़े स्कोर बनाने की कोशिश कर रही हैं, खासकर बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे मैदानों पर, जहां बड़े लक्ष्य हासिल करना संभव लगता है। लेकिन कभी-कभी, इसी कोशिश में बल्लेबाज जल्दबाजी कर बैठते हैं। अगर शुरुआती विकेट जल्दी गिर जाएं, तो जरूरी है कि बल्लेबाज कुछ देर तक टिके रहें और साझेदारी करें। अगर आपके पास विकेट बचे रहते हैं, तो आखिरी 10 ओवरों में 14 रन प्रति ओवर या उससे भी ज्यादा तेजी से रन बनाए जा सकते हैं। आरसीबी इस मैच के बाद सोचेगा कि अगर उन्होंने बीच के ओवरों में थोड़ा संभलकर खेला होता, तो वे खुद को बेहतर स्थिति में ला सकते थे।" आरसीबी की कप्तानी इस समय रजत पाटीदार कर रहे हैं। यह टीम अब चार दिन के ब्रेक के बाद 7 अप्रैल को मुंबई में पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में खेलेगी।
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मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने गुरुवार को उन खबरों का खंडन किया कि सूर्यकुमार यादव अपने कुछ साथियों के साथ आगामी रणजी ट्रॉफी सत्र के लिए गोवा जाने की योजना बना रहे हैं।एमसीए ने कहा कि भारत का टी20 कप्तान खेल के प्रत्येक प्रारूप में मुंबई का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुंबई के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल रणजी टीम के कुछ सीनियर खिलाड़ियों के साथ कथित मतभेदों के कारण पहले ही मुंबई से गोवा जाने की घोषणा कर चुके हैं। जायसवाल हालांकि तभी गोवा की टीम से जुड़ पाएंगे जब भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) अपनी अंतर-राज्य स्थानांतरण विंडो खोलेगा।
बुधवार को एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सूर्यकुमार अजिंक्य रहाणे की कप्तानी वाली मुंबई रणजी टीम छोड़ सकते हैं। असल में सूर्यकुमार ने खुद ही अपने एक्स हैंडल पर इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया था। एमसीए सचिव अभय हदाप ने एक बयान में कहा, ‘‘मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) को सूर्यकुमार यादव के कुछ अन्य खिलाड़ियों के साथ गोवा की टीम से जुड़ने को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों की जानकारी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एमसीए के अधिकारियों ने आज सुबह सूर्य से बात की और हम पुष्टि कर सकते हैं कि ये अफवाहें पूरी तरह से निराधार और झूठी हैं। सूर्यकुमार यादव मुंबई की तरफ से खेलने के लिए प्रतिबद्ध हैं और वह मुंबई का प्रतिनिधित्व करने में बहुत गर्व महसूस करते हैं।’’ एमसीए के सचिव ने कहा, ‘‘हम सभी से गलत सूचना फैलाने से बचने और हमारे खिलाड़ियों का समर्थन करने का आग्रह करते हैं।’’ इस बात की भी पुष्टि की जा सकती है कि हैदराबाद के लिए खेलने वाले तिलक वर्मा के गोवा में जाने की खबरें गलत पाई गई हैं।
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मुंबई इंडियंस और लखनऊ सुपर जॉइंट्स की टीम इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मैच में शुक्रवार को यहां जब आमने सामने होंगी तो सभी की निगाह रोहित शर्मा और ऋषभ पंत के प्रदर्शन पर टिकी रहेगी। पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस का इस सत्र में अभी तक प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है तथा तीन मैच में उसके केवल दो अंक हैं। भारतीय कप्तान रोहित की खराब फॉर्म मुंबई के लिए चिंता का विषय है। यही बात लखनऊ के कप्तान पंत पर भी लागू होती है जो रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इन दोनों प्रमुख बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन का असर परिणाम पर साफ नजर आ रहा है। इन दोनों टीमों ने अभी तक तीन में से केवल एक मैच जीता है और ऐसे में शुक्रवार को होने वाले मैच में जो टीम परिस्थितियों से बेहतर सामंजस्य बिठाएगी, उसकी जीत की संभावना बढ़ जाएगी।
यही नहीं इस बार क्यूरेटर घरेलू टीमों के अनुकूल पिच तैयार नहीं कर रहे हैं जिस पर कुछ फ्रेंचाइजी के कोच और खिलाड़ियों ने खुलकर नाराजगी व्यक्त की है। ऐसे में पावर प्ले में अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीम की जीत की संभावना बढ़ जाएगी। मुंबई के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की चोट भी चिंता का विषय है। बुमराह कब तक वापसी करेंगे इसको लेकर हार्दिक पंड्या की अगुवाई वाली टीम ने चुप्पी साध रखी है। बुमराह की जगह लेना आसान नहीं है लेकिन बाएं हाथ के युवा तेज गेंदबाज अश्वनी कुमार ने पिछले मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करके मुंबई की टीम में आशा की नई किरण जगाई है। अश्वनी कुमार ने इस मैच में 24 रन देकर चार विकेट लिए थे।
पंजाब के रहने वाले इस 23 वर्षीय तेज गेंदबाज ने घरेलू क्रिकेट में केवल चार टी20 मैच खेलने के बाद मुंबई की तरफ से आईपीएल में पदार्पण करते हुए शानदार प्रदर्शन किया तथा अजिंक्य रहाणे, मनीष पांडे, रिंकू सिंह और आंद्रे रसेल जैसे बल्लेबाजों को आउट किया। मुंबई के गेंदबाजों ने कोलकाता के खिलाफ वानखेड़े में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन वह दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज रयान रिकेलटन थे जिन्होंने टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया। मुंबई को अगर इसी तरह का प्रदर्शन जारी रखना है तो फिर रोहित और सूर्यकुमार यादव को बड़ी भूमिका निभानी पड़ेगी।
जहां तक लखनऊ की बात है तो विशाखापत्तनम में आईपीएल के शुरुआती मैच में दिल्ली कैपिटल्स से मिली एक विकेट की निराशाजनक हार के बाद उसकी टीम अभी तक अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाई है। लखनऊ के लिए अच्छी बात यह है कि वेस्टइंडीज के बल्लेबाज निकोलस पूरण अच्छी फॉर्म में चल रहे हैं। उन्होंने तीन मैच में अभी तक 189 रन बनाए हैं लेकिन ऑस्ट्रेलिया के मिशेल मार्श को छोड़कर लखनऊ का कोई भी अन्य बल्लेबाज पूरण की तरह बल्लेबाजी नहीं कर पाया है। लखनऊ की सबसे बड़ी कमजोरी उसकी गेंदबाजी और कप्तान पंत का अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाना है। लखनऊ के कुछ तेज गेंदबाज चोटिल हैं और ऐसे में उसके गेंदबाजी विभाग की जिम्मेदारी शार्दुल ठाकुर और रवि बिश्नोई संभाल रहे हैं। जहां तक पंत की बात है तो उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने का मौका नहीं मिला और मैच अभ्यास की कमी का असर उनकी बल्लेबाजी में स्पष्ट रूप से नजर आ रहा है। यह आक्रामक बल्लेबाज अभी तक तीन मैच में केवल 17 रन बना पाया है।
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