लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने वर्तमान समय में युद्ध क्षेत्र और अन्य जगहों पर ड्रोन की उपयोगिता का उल्लेख करते हुए शनिवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसकी "क्रांति" को समझने में असफल रहे हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने ड्रोन और उससे जुड़ी प्रौद्योगिकी को लेकर एक वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया।
उन्होंने कहा, "ड्रोन ने संचार के लिए बैटरी, मोटर और ‘ऑप्टिक्स’ के संयोजन से युद्ध के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। ड्रोन सिर्फ प्रौद्योगिकी नहीं हैं, बल्कि वे एक मजबूत औद्योगिक प्रणाली द्वारा संचालित निचले स्तर के नवाचार हैं। उन्होंने युद्ध क्षेत्र को ही बदल दिया है। टैंक, तोपखाने और यहां तक कि विमान वाहक को कम प्रासंगिक बना दिया है।"
राहुल गांधी ने कहा कि यह क्रांति सिर्फ युद्ध के बारे में नहीं है - यह उद्योग, एआई (कृत्रिम मेधा) और प्रौद्योगिकी की अगली पीढ़ी के बारे में है।
उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से, प्रधानमंत्री मोदी इसे समझने में असफल रहे हैं। जबकि वह एआई पर 'टेलीप्रॉम्प्टर' (की मदद से) भाषण देते हैं। हमारे प्रतिस्पर्धी नयी प्रौद्योगिकियों में महारत हासिल कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि असली शक्ति सिर्फ ड्रोन बनाने में नहीं है, बल्कि ‘इलेक्ट्रिक’ मोटर, बैटरी, ‘ऑप्टिक्स’ और उत्पादन नेटवर्क को नियंत्रित करने में भी है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘यदि हम उत्पादन को नियंत्रित नहीं करते हैं तो हम एआई या प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नेतृत्व नहीं कर सकते।’’
राहुल गांधी ने कहा, "भारत के पास अपार प्रतिभा और प्रेरणा है लेकिन हमें खोखले शब्दों से कहीं अधिक की आवश्यकता है। हमें एक स्पष्ट दृष्टिकोण और वास्तविक औद्योगिक कौशल की आवश्यकता है।’’
उन्होंने जोर देकर कहा, "भारत के युवाओं के लिए आगे आने और यह सुनिश्चित करने का समय है कि भारत पीछे न छूटे।"
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