देश की राजनीति में भाषा की ऐसी गिरावट शायद पहले कभी नहीं देखी गयी। लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान नेताओं के बिगड़े बोल सारी मर्यादा को तार-तार कर रहे हैं। ऊपर से नीचे तक सड़कछाप भाषा ने अपनी बड़ी जगह बना ली है। ये ऐसा समय है जब शब्द सहमे हुए हैं, क्योंकि उनके दुरूपयोग की घटनाएं लगातार जारी हैं। हालात यह है कि बोलने से पहले नेता एक बार भी नहीं सोच रहे हैं। चुनाव आयोग की चेतावनी के बाद भी नेताओं के बिगड़े बोल बदस्तूर जारी है। ताजा बयान शिवसेना नेता संजय राउत का है। बीजेपी की सहयोगी दल शिवसेना के नेता ने जता दिया है उन्हें कानून का खौफ नहीं है वे कानून से उपर है।
उन्होंने कहा, “एक भाषण में संजय राउत ने कहा कि वैसे तो हम कानून मानने वाले लोग हैं, लेकिन चुनाव के दौरान हमारे ऊपर एक दबाव बना रहता है। कहीं आचार संहिता का उल्लंघन ना हो जाए। लेकिन भाड़ में गया कानून, आचार संहिता भी हम देख लेंगे। जो बात हमारे मन में है, वो अगर मन से बाहर नहीं निकले तो घुटन सी होती है।”
दूसरी ओर समाजवादी पार्टी नेता आजम खान एक के बाद एक विवादित बयान देते जा रहे है। आजम खान ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अफसरों से डरने की जरूरत नहीं है। हमारा गठबंधन मायावाती के साथ है। सरकार आते हैं कि हम अफसरों से मायावती जी के जूते साफ करवाएंगे। इससे पहले उन्होंने ने बिना नाम लिए जया प्रदा पर अभ्रद टिप्पणी की थी।
बीते दिनों की बात करे तो बीजेपी नेता मेनका गांधी से लेकर साक्षी महाराज तक वोट की राजनीति के चक्कर में लोगों को डराने में कोई कसर नहीं छोड़ा है। मेनका गांधी ने मुसलमानों को धमकाते हुए कहा, “अगर वे उन्हें वोट नहीं देंगे तो उनके लिए भी मुसलमानों के काम करना मुश्किल होगा.” उन्होंने आगे कहा, “चुनाव में उनकी जीत मुसलमानों के बिना भी होगी और उनके साथ भी होगी। लेकिन मेरी जीत में अगर मुस्लिमों का योगदान नहीं होगा तो मुझे ज्यादा अच्छा नहीं लगेगा।”
उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने मतदाताओं को धमकी देते हुए कहा था कि अगर मुझे वोट नहीं दिया तो मैं श्राप दे दूंगा। उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने कहा था, ‘मैं साधु हूं अगर मुझे वोट नहीं दिया तो मैं श्राप दे दूंगा।
बड़े-बड़े राजनेता चुनावी मोड में अपने पद की मर्यादा भूलकर जैसी टिप्पणियां कर रहे हैं, उसका मूल्यांकन समय करेगा। लेकिन एक बात तो साफ है कि इस वक्त राजनीतिक भाषा अपने सबसे निचले स्तर पर है।
Published: 15 Apr 2019, 3:15 PM IST
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Published: 15 Apr 2019, 3:15 PM IST