मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों को लेकर विरोध के स्वर लगातार मुखर होते जा रहे हैं। पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के बाद अब पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने केंद्र सरकार के आर्थिक फैसलों की तीखी आलोचना की है। एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में अरुण शौरी ने नोटबंदी और जीएसटी को भारतीय अर्थव्यवस्था की बुरी स्थिति के जिम्मेदार बताया। उन्होंने मोदी सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि नोटबंदी सबसे बड़ी मनी लॉन्ड्रिंग स्कीम थी, जिसके जरिए बड़े पैमाने पर काले धन को सफेद करना का काम किया गया।
अरुण शौरी ने इस वक्त जीएसटी लाने के कदम को भी गलत ठहराया। उन्होंने कहा, “इस वक्त देश आर्थिक संकट से जूझ रहा है और यह संकट जीएसटी की वजह से पैदा हुआ है।“
उन्होंने कहा कि देश की अहम आर्थिक नीतियां एक बंद कमरे में ढाई लोग मिलकर तय करते हैं, जिसमें बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी शामिल हैं। आधे व्यक्ति के तौर पर उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर इशारा किया।
पिछले दिनों जब यशवंत सिन्हा ने सरकार की आलोचना की थी तो बीजेपी ने उन्हें कुंठाग्रस्त करार दिया था। इस पर अरूण शौरी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी का यही काम करने का तरीका है। बीजेपी को पहले ही ऐसे लोगों की सूची जारी कर देनी चाहिए जो कुंठाग्रस्त हैं।
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