अरुणाचल की चोटी पर नियंत्रण के लिए चीन अक्टूबर से ही कर रहा कोशिश, दोनों सेनाओं का कई बार हुआ है आमना-सामना

चीन लगातार अरुणाचल प्रदेश में 17,000 फीट ऊंची चोटी पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। भारतीय सेना और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के बीच इसी चोटी पर ताजा झड़प 9 दिसंबर को हुई।

फोटो: IANS
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आईएएनएस

चीन लगातार अरुणाचल प्रदेश में 17,000 फीट ऊंची चोटी पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। भारतीय सेना और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के बीच इसी चोटी पर ताजा झड़प 9 दिसंबर को हुई। इससे पहले भी इस क्षेत्र में दोनों सेनाओं का आमना-सामना हो चुका है। एक अक्टूबर 2021 में तवांग से 35 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में यांग्त्से में एक झड़प हुई थी।

भारतीय सेना ने 17,000 फुट ऊंची चोटी पर पहुंचने के चीनी प्रयास को विफल कर दिया। इस इलाके में अब बर्फबारी हो रही है और मार्च तक ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है।

इस बार की झड़प अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी भाग में तवांग के उत्तर-पूर्व में यांग्त्से में एलएसी पर हुई। एक सूत्र ने बताया कि भारतीय और चीनी दोनों सैनिकों को चोटें आई हैं और घायलों में से छह को गुवाहाटी के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन किसी के गंभीर रूप से घायल होने या मरने की कोई खबर नहीं है।


भारतीय सेना के सूत्रों ने कहा कि भारत के पास शिखर पर मजबूत नियंत्रण है, जो सीमा के दोनों ओर एक कमांडिंग व्यू देता है। अब भारतीय वायुसेना इस इलाके पर नजर रखने के लिए हवाई निगरानी कर रही है।

इस बीच भारतीय वायुसेना को गुरुवार को 36 राफेल विमानों में से आखिरी विमान भी मिल गया। 36वां राफेल फ्रांस से भारत में उतरा। भारतीय वायु सेना ने कहा: पैक पूरा हो गया है। 36 राफेल में से आखिरी संयुक्त अरब अमीरात की वायु सेना के टैंकर से भारत में उतरा।

राफेल का एक स्क्वाड्रन पाकिस्तान से लगी पश्चिमी सीमा और उत्तरी सीमा की निगरानी करेगा। एक और स्क्वाड्रन भारत के पूर्वी सीमा क्षेत्र की निगरानी करेगा।

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