सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल, दूसरे राज्यों की सिम... इस तरीके से हो रही 'वोट चोरी', राहुल गांधी ने फोड़ा एक और बम

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि उनकी पार्टी के समर्थक मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाने के प्रयास हुए और मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार "लोकतंत्र की हत्या करने वालों" तथा "वोट चोरों" की रक्षा कर रहे हैं।

वोट चोरी को लेकर राहुल गांधी का नया खुलासा
i
user

नवजीवन डेस्क

राहुल गांधी ने 'वोट चोरी' के मुद्दे पर गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि 'वोट चोरी' का काम मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार में संरक्षण हो रहा है। उन्होंने इलेक्शन कमीशन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वोटर लिस्ट से कई लोगों के नाम काट दिए।

'हाइड्रोजन बम' क्या बोले राहुल गांधी?

पहले यह कयास लगाया जा रहा था कि राहुल गांधी आज हाइड्रोजन बम फोड़ने वाले हैं, लेकिन पीसी शुरू होते ही राहुल गांधी ने कहा कि "सबसे पहले, यह हाइड्रोजन बम नहीं है, हाइड्रोजन बम आने वाला है। यह इस देश के युवाओं को यह दिखाने और स्थापित करने में एक और मील का पत्थर है कि चुनावों में किस तरह धांधली की जा रही है।"


चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप

राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग उन लोगों को बचाने का काम कर रहा है जिन्होंने भारत के लोकतंत्र को नष्ट कर दिया है। मैं जो भी कहूंगा पुख्ता सबूत के साथ कहूंगा, आज मैं आपको ये बताने जा रहा हूं कि कैसे वोट काटे जा रहे हैं। क्या तरीका अपनाया जा रहा है। देश का दलित और ओबीसी इनके निशाने पर है। मुझे अपने देश और संविधान से प्यार है और मैं अपने संविधान की रक्षा करूंगा।' राहुल ने दावा किया कि कर्नाटक के आलंद में 6018 वोट खत्म किए गए।

वोट चोरी के लिए सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस के वोट जान बुझ कर काटे जा रहे हैं। कर्नाटक में खेल हुआ है। एक आदमी कांग्रेस के वोट काट रहा है। वोटर लिस्ट से नाम हटाने में अलग-अलग राज्यों का नंबर का इस्तेमाल हुआ है। राहुल गांधी ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐसे लोगों को लेकर भी आए जिनके नाम से वोट काटे गए।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक शख्स ने बताया कि मेने नाम से 12 वोट काटे गए, जबकि मैंने कभी ऐसा किया ही नहीं। राहुल गांधी ने कहा कि इसे प्लान करके सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर वोटर लिस्ट से नाम काटा जा रहा है। जिस बूथ पर कांग्रेस वोटर ज्यादा हैं, वहीं वोट काटा जा रहा है।


आलंद विधानसभा में ऐसे हुआ खेल

राहुल गांधी ने कर्टनाक के आलंद विधानसभा का प्रमाण देते हुए चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। राहुल गांधी ने कहा कि इस मामले में जांच चल रही है। सीआईडी ने 18 महीने में 18 पत्र ईसी को भेजा और पूछा कि हमें डेस्टिनेशन आईपी दीजिए, डिवाईस डेस्टिनेश के बारे में जानकारी दीजिए, इसके अलावा ओटीपी ट्रेल को भी देने के लिए कहा। कर्नाटका का सीआईडी ने कई बार इसकी मांग चुनाव आयोग से की। लेकिन उस पर चुनाव आयोग ने जवाब नहीं दिया।

राहुल गांधी ने कहा कि आलंद, जो कर्नाटक का एक विधानसभा क्षेत्र है, वहां किसी ने 6,018 वोट हटाने की कोशिश की। हमें यह नहीं पता कि 2023 के चुनाव में कुल कितने वोट डिलीट किए गए, लेकिन इतना तय है कि यह संख्या 6,018 से कहीं ज़्यादा थी।

राहुल ने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब गलती से एक वोट डिलीट करने के दौरान गड़बड़ी पकड़ में आ गई। दरअसल, एक बूथ-लेवल अधिकारी ने देखा कि उसके चाचा का नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया गया है। जब उसने जांच की कि यह वोट किसने डिलीट किया, तो पता चला कि उसका ही पड़ोसी जिम्मेदार दिखाया गया है।

लेकिन जब उसने अपने पड़ोसी से बात की, तो उसने साफ कहा कि उसने ऐसा कुछ नहीं किया। यानी न तो जिसने वोट हटाया और न ही जिसका वोट हटा- दोनों ही इस बात से अनजान थे।

‘‘हाइड्रोजन बम’’ आने वाला है

उन्होंने कहा कि एक सप्ताह में निर्वाचन आयोग को पूरा विवरण देना चाहिए और यदि ऐसा नहीं है तो फिर स्पष्ट हो जाएगा कि ज्ञानेश कुमार "वोट चोरों" की मदद कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने बीते एक सितंबर को पटना में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के समापन के मौके पर ‘वोट चोरी’ से जुड़े अपने पहले के खुलासे का हवाला देते हुए दावा किया था कि ‘‘एटम बम’’ के बाद अब ‘‘हाइड्रोजन बम’’ आने वाला है, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोगों को अपना ‘‘मुंह नहीं दिखा पाएंगे।’’

उन्होंने बेंगलुरु के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में कथित वोट चोरी का मुद्दा बीते सात अगस्त को संवाददाता सम्मेलन के जरिए उठाया था। इस खुलासे को उन्होंने "एटम बम" कहा था।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia