हाथरस पीड़ित परिवार के फोन टैप करा रही योगी सरकार, बातचीत की रिकॉर्डिंग की लीक, प्रियंका ने मांगा योगी का इस्तीफा

उत्तर प्रदेश सरकार हाथरस पीड़िता के परिवार और उनसे बात करने वाले पत्रकारों के फोन टैप कर रही है। इतना ही नहीं इन रिकॉर्डिंग को लीक भी किया जा रहा है ताकि पीड़ित परिवार पर दबाव बनाया जा सके। इस मामले में प्रियंका गांधी ने सीएम योगी का इस्तीफा मांगा है।

फोटो : सोशल मीडिया
फोटो : सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

रात के अंधेरे में हाथरस पीड़िता का दाह संस्कार कर और पीड़ित परिवार को नजरबंद करने के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का एक और दुराग्रह सामने आया है। उत्तर प्रदेश सरकार पीड़ित परिवार के सदस्यों और उनसे बात करने वाले पत्रकारों के फोन टैप कर रही है। इतना ही नहीं इन फोन रिकॉर्डिंग को लीक भी कर रही है।

मामला इंडिया टुडे टीवी की रिपोर्टर तनुश्री पांडे और पीड़िता के भाई के बीच हुई फोन पर बातचीत का है। शुक्रवार शाम इन दोनों के बीच हुई फोन रिकॉर्डिंग को सोशल मीडिया पर लीक किया गया। रिकॉर्डिंग में सुना जा सकता है कि इंडिया टुडे की रिपोर्टर पीड़िता के भाई को समझा रही है कि वह बिना किसी डर और खौफ के पत्रकारों से बात कर लें, और अगर हो सके तो पीड़िता के पिता का वीडियो बनाकर दे दें। संभवत: यह बातचीत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पीड़ित परिवार से वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद की है। इस वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद पीड़िता के पिता का बयान सामने आया था कि उन्हें इंसाफ मिल गया है और सरकार ने उनकी मदद का भरोसा दिया है।

लेकिन इसके साथ ही हाथरस के डीएम का एक वीडियो भी सामने आया जिसमें वह पीड़ित परिवार को धमका रहे हैं कि मीडिया वालों से बात नहीं करनी है। इस वीडियो को लेकर काफी विवाद हुआ था और आरोप लगे थे कि उत्तर प्रदेश शासन सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कर पीड़ित परिवार पर दबाव बना रहा है।

फोन रिकॉर्डिंग के पूरे मामले पर इंडिया टुडे ने बयान जारी कर कहा है कि आखिर किस कानून के तहत रिपोर्टर का फोन टैप किया गया। इस बयान में यह भी कहा गया है कि अगर पीड़ित परिवार का फोन टैप किया जा रहा है तो इसके पीछे मंशा क्या है।


इस पूरे मामले पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनात से इस्तीफा मांगा है। उन्होंने कहा है कि इस घटना के बाद योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह गया है।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस पीड़िता के गांव की नाकेबंदी कर रखी है और वहां मीडिया और किसी जनप्रतिनिधि को जाने की इजाजत नहीं है। गुरुवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हाथरस जाकर पीड़ित परिवार से मिलने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें बीच रास्ते ही रोक लिया गया। उत्तर प्रदेश पुलिस ने राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की की और उन्हें और प्रियंका गांधी को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उन पर विभिन्न धाराओँ में मुकदम दर्ज किया गया है। वहीं शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसदों और नेताओं के साथ भी बदसुलूकी की गई।


हाथरस की घटना को लेकर पूरे देश में गुस्सा है। शुक्रवार शाम दिल्ली के जंतर-मंतर पर युवा कांग्रेस और महिला कांग्रेस समते कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने प्रदर्शन किया। लेकिन दिल्ली पुलिस ने इन सभी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मुकदमा कायम किया है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia