शेयर बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिली है। विदेशी संस्थागत निवेशकों के लौटने के बाद तेल, वाहन और बैंक शेयरों में जोरदारी खरीदारी देखने को मिली है। बीएसई सेंसेक्स 746 अंक उछल गया जबकि एनएसई निफ्टी में 222 अंकों की तेजी रही।
बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 746.29 अंक यानी 0.93 प्रतिशत बढ़कर 80,604.08 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 778.26 अंक बढ़कर 80,636.05 अंक पर पहुंच गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी भी 221.75 अंक यानी 0.91 प्रतिशत बढ़कर 24,585.05 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की 30 में से 26 कंपनियों में तेजी रही। टाटा मोटर्स, इटरनल, ट्रेंट, भारतीय स्टेट बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट और लार्सन एंड टुब्रो प्रमुख रूप से लाभ में रहीं। दूसरी तरफ, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, भारती एयरटेल और मारुति के शेयरों में गिरावट रही।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "बाजार के तीन महीने के निचले स्तर पर आने के बाद राहत भरी तेजी देखी गई। सकारात्मक वैश्विक संकेतों और विदेशी संस्थागत निवेशकों की वापसी ने निवेशकों की धारणा को बल दिया।"
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 1,932.81 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की थी।
नायर ने कहा, "निवेशकों को इस सप्ताह होने वाले अमेरिका-रूस शिखर सम्मेलन का इंतजार है। हालांकि निकट भविष्य में सतर्कता बनी रह सकती है, लेकिन अमेरिकी व्यापार और वृद्धि पर संभावित प्रभाव का अधिक निश्चित आकलन अभी नहीं हुआ है।"
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुए जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। जापान में छुट्टी के कारण बाजार बंद रहे। यूरोप के अधिकांश बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे।
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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा में इनकम टैक्स बिल, 2025 का रिवाइज्ड वर्जन पेश किया, जिसमें बीजेपी नेता बैजयंत पांडा की अध्यक्षता वाली संसदीय चयन समिति द्वारा की गई अधिकांश सिफारिशों को शामिल किया गया है।
लोकसभा में विधेयक पेश करते हुए वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि सुझाव प्राप्त हुए हैं, जिन्हें सही विधायी अर्थ प्रदान करने के लिए शामिल किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा, "ड्राफ्टिंग के नेचर, वाक्यांशों के अलाइनमेंट, परिणामी परिवर्तनों और क्रॉस रेफरेंसिंग में सुधार किए गए हैं।" उन्होंने आगे कहा कि भ्रम से बचने के लिए पहले वाले बिल को वापस ले लिया गया था।
उन्होंने कहा कि रिवाइज्ड बिल निष्पक्षता और स्पष्टता में सुधार करेगा और कानून को मौजूदा प्रावधानों के अनुरूप बनाएगा। नए ड्राफ्ट का उद्देश्य सांसदों को एक सिंगल, अपडेटेड वर्जन प्रदान करना है, जो सभी सुझाए गए परिवर्तनों को दर्शाता है।
अपडेटेड इनकम टैक्स बिल 2025 में संसदीय चयन समिति के 285 सुझाव शामिल हैं। नए कानून का उद्देश्य कर प्रक्रियाओं को सरल बनाना और पिछली कमियों को दूर करना है, जिससे देश में आयकर परिदृश्य में संभावित रूप से बदलाव आ सकता है।
पिछले सप्ताह, इनकम टैक्स बिल, 2025 को सरकार ने औपचारिक रूप से वापस ले लिया, जिसे 13 फरवरी को लोकसभा में मौजूदा आयकर अधिनियम, 1961 के स्थान पर पेश किया गया था।
इस कानून की समीक्षा के लिए जिम्मेदार संसदीय चयन समिति के अध्यक्ष पांडा के अनुसार, नया कानून, पारित होने के बाद, भारत के दशकों पुराने कर स्ट्रक्चर को सरल बनाएगा, कानूनी उलझनों को कम करेगा और व्यक्तिगत करदाताओं और एमएसएमई को अनावश्यक मुकदमेबाजी से बचने में मदद करेगा।
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वैश्विक स्तर पर तनाव कम होने के बीच बिकवाली के रुख से सोने की कीमत सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में रिकॉर्ड उच्च स्तर से फिसलकर 900 रुपये की गिरावट के साथ 1,02,520 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रही। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना शुक्रवार को 800 रुपये बढ़कर 1,03,420 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था।
वहीं 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना सोमवार को 900 रुपये की गिरावट के साथ 1,02,100 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) पर रहा। पिछले सत्र में यह 1,03,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। शुक्रवार तक पांच सत्रों में सोने की कीमतों में 5,800 रुपये प्रति 10 ग्राम तक की वृद्धि हुई है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘बाजार के उत्साहजनक रुख के कारण पारंपरिक सुरक्षित निवेश वाली परिसंपत्तियों की मांग कम होने से सोने में कमजोर रुख के साथ कारोबार शुरू हुआ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, भू-राजनीतिक तनाव में कमी आई है। इसका कारण राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस सप्ताह अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए सहमत हुए हैं, ताकि रूस-यूक्रेन संघर्ष से जुड़े शांति प्रयासों पर चर्चा की जा सके।’’
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, सोमवार को चांदी की कीमतें 1,000 रुपये घटकर 1,14,000 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) रही। शुक्रवार को चांदी की कीमत 1,15,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
शुक्रवार तक पिछले पांच दिनों में चांदी की कीमतों में 5,500 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई थी। वैश्विक बाजार, न्यूयॉर्क में, हाजिर बाजार में सोना 40.61 डॉलर टूटकर 3,358.17 डॉलर प्रति औंस पर रहा था।
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आयातकों की डॉलर मांग जारी रहने और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के कारण रुपया सोमवार को आठ पैसे की गिरावट के साथ 87.66 (अस्थायी) पर बंद हुआ। रुपये ने कारोबार के दौरान मिली बढ़त को गंवा दिया।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में तेजी, आयातकों की डॉलर मांग और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण रुपये ने शुरुआती बढ़त गंवा दी।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 87.56 पर खुला और कारोबार के दौरान यह 87.48 से 87.66 के दायरे में रहा। कारोबार के अंत में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 87.66 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से आठ पैसे की गिरावट है। रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.58 पर स्थिर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के जिंस शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ''अमेरिकी डॉलर सूचकांक में कमजोरी और सकारात्मक घरेलू बाजारों के चलते रुपया बढ़त के साथ खुला। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और एफआईआई की बिकवाली के चलते रुपये ने शुरुआती बढ़त गंवा दी।''
चौधरी ने कहा, ''भारत और अमेरिका के बीच व्यापार शुल्क के मुद्दों को लेकर अनिश्चितता के बीच हमारा अनुमान है कि रुपया नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा।''
उन्होंने कहा कि एफआईआई की लगातार निकासी भी घरेलू मुद्रा पर दबाव डाल सकती है। हालांकि, कमजोर अमेरिकी डॉलर निचले स्तरों पर रुपये को सहारा दे सकता है। इस सप्ताह अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों से पहले निवेशक सतर्क रह सकते हैं। चौधरी ने कहा, ''डॉलर-रुपये की विनिमय दर हाजिर बाजार में 87.35 से 88 के बीच रहने का अनुमान है।''
इस बीच, वायदा कारोबार में ब्रेंट क्रूड की कीमतें 0.03 प्रतिशत बढ़कर 66.61 डॉलर प्रति बैरल हो गईं। छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.10 प्रतिशत बढ़कर 98.28 डॉलर पर पहुंच गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 1,932.81 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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एयर इंडिया ने सोमवार को घोषणा की है कि वह 1 सितंबर से दिल्ली और वॉशिंगटन डीसी के बीच सीधी उड़ानें अस्थायी रूप से बंद कर रहा है। यह फैसला कुछ संचालन से जुड़ी वजहों के चलते लिया गया है ताकि एयर इंडिया अपने पूरे रूट नेटवर्क की विश्वसनीयता बनाए रख सके।
यह सेवा रोकने का मुख्य कारण एयर इंडिया के बेड़े में विमान की अस्थायी कमी है। एयर इंडिया ने पिछले महीने 26 बोइंग 787-8 विमानों का रीफिटिंग (नई सजावट और सुविधाएं) कार्यक्रम शुरू किया है। इस बड़े बदलाव का मकसद यात्रियों को बेहतर अनुभव देना है, लेकिन इसके कारण कई विमान लंबे समय तक सेवा से बाहर रहेंगे। यह प्रक्रिया 2026 के अंत तक जारी रहेगी।
इसके अलावा, पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र के अब भी बंद होने से लंबी दूरी की उड़ानों का रूट लंबा और जटिल हो गया है, जिससे संचालन में और दिक्कतें आ रही हैं। जिन यात्रियों ने 1 सितंबर 2025 के बाद वॉशिंगटन डीसी के लिए एयर इंडिया से टिकट बुक किए हैं, उन्हें एयर इंडिया की तरफ से संपर्क किया जाएगा। उन्हें अन्य विकल्प दिए जाएंगे, जिसमें दूसरी उड़ानों पर बुकिंग या पूरा रिफंड जैसा ऑप्शन शामिल है।
एयर इंडिया वॉशिंगटन डीसी के लिए सीधी उड़ान बंद कर रही है, लेकिन यात्री अब भी एयर इंडिया के चार अमेरिकी गेटवे (न्यूयॉर्क, नेवार्क, शिकागो और सैन फ्रांसिस्को) से एक स्टॉप के साथ यात्रा कर सकते हैं। इन रूट्स पर एयर इंडिया की साझेदारी अलास्का एयरलाइंस, यूनाइटेड एयरलाइंस और डेल्टा एयर लाइंस के साथ है, जिससे यात्रियों को एक ही टिकट और सीधे गंतव्य तक चेक-इन बैगेज की सुविधा मिलेगी।
एयर इंडिया अब भी भारत और उत्तरी अमेरिका के छह शहरों के बीच सीधी उड़ानें जारी रखेगी, जिनमें कनाडा के टोरंटो और वैंकूवर भी शामिल हैं। एयर इंडिया ग्रुप में एयर इंडिया (फुल-सर्विस इंटरनेशनल एयरलाइन) और एयर इंडिया एक्सप्रेस (लो-कॉस्ट रीजनल एयरलाइन) शामिल हैं। इसकी शुरुआत 1932 में जेआरडी टाटा ने की थी।
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अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनी टेस्ला दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और बेंगलुरु में अपने सुपर चार्जिंग नेटवर्क का विस्तार करने की योजना बना रही है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। कंपनी की योजना सितंबर तक भारत में आपूर्ति शुरू करने की है।
टेस्ला की क्षेत्रीय निदेशक (दक्षिण पूर्व एशिया) इसाबेल फैन ने राष्ट्रीय राजधानी के एयरोसिटी में भारत के अपने दूसरे अनुभव केंद्र का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कंपनी गुरुग्राम और नोएडा के अलावा साकेत में भी एक और सुपरचार्जिंग स्टेशन खोलने की योजना बना रही है।
टेस्ला ने पिछले महीने मुंबई में अपना पहला अनुभव केंद्र खोला था और साथ ही 59.89 लाख रुपये से शुरू होने वाली अपनी मॉडल वाई कार भी पेश की थी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली और मुंबई, कंपनी की प्राथमिकता हैं। अगले कुछ हफ्तों में कंपनी गुरुग्राम में अपना सुपरचार्जिंग स्टेशन खोलेगी, जिसके बाद साकेत (दक्षिण दिल्ली) और नोएडा में भी अन्य स्टेशन खोले जाएंगे।
इसाबेल ने कहा कि टेस्ला मुंबई के लोअर परेल, नवी मुंबई और ठाणे में सुपरचार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना बना रही है, जो बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में मौजूदा स्टेशन के अतिरिक्त होंगे। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कंपनी बैंगलुरु में भी विस्तार करेगी।
इसाबेल ने यह भी बताया कि कंपनी जल्द ही भारत में अपनी मोबाइल सेवा, रिमोट डायग्नोस्टिक्स, सर्विस सेंटर और अन्य सेवाएं शुरू करेगी।
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