केंद्र सरकार द्वारा बुधवार को खुदरा और रिटेल व्यापारियों के लिए गेहूं भंडारण की सीमा को घटा दिया है। यह कदम गेहूं की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए सरकार द्वारा निरंतर किए जाने वाले प्रयासों का हिस्सा है। केंद्रीय उपभोक्ता मामलों, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, थोक व्यापारियों के लिए गेहूं के भंडारण की सीमा 2,000 मीट्रिक टन से घटाकर 1,000 मीट्रिक टन कर दी गई है, जबकि खुदरा व्यापारियों के लिए इसे 100 मीट्रिक टन से घटाकर 50 मीट्रिक टन कर दिया गया है। निचली भंडारण सीमा का उद्देश्य जमाखोरी को रोकना है, जिससे पर्याप्त गेहूं उपलब्ध होने के बावजूद कीमतें बढ़ जाती हैं।
सरकार द्वारा कहा गया कि गेहूं का भंडार करने वाली संस्थाओं को गेहूं स्टॉक लिमिट पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा और प्रत्येक शुक्रवार को भंडारण की जानकारी अपडेट करना आवश्यक है। आधिकारिक बयान में कहा गया कि कोई भी संस्था जो पोर्टल पर पंजीकृत नहीं पाई गई या भंडार सीमा का उल्लंघन करती है, आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 की धारा 6 और 7 के तहत उचित दंडात्मक कार्रवाई के अधीन होगी। साथ ही बताया कि यदि उपरोक्त संस्थाओं का गेहूं भंडार उपरोक्त निर्धारित सीमा से अधिक हैं, तो उन्हें अधिसूचना जारी होने के 15 दिनों के भीतर इसे भंडारण की निर्धारित सीमा में लाना होगा।
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मजबूत वैश्विक रुख के बीच आभूषण विक्रेताओं और स्टॉकिस्टों की लिवाली बढ़ने से बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोना एक बार फिर से 80,000 रुपये के स्तर को लांघ गया। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी है। 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 620 रुपये उछलकर करीब तीन सप्ताह के उच्चतम स्तर 80,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। मंगलवार को यह 79,780 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
लगातार तीसरे दिन तेजी जारी रखते हुए चांदी 1,450 रुपये उछलकर एक महीने के उच्चतम स्तर 96,300 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। मंगलवार को चांदी 94,850 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव बुधवार को 620 रुपये उछलकर 80,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। पिछले कारोबारी सत्र में यह 79,380 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कॉमेक्स सोना वायदा 10.20 डॉलर प्रति औंस बढ़कर 2,728.60 डॉलर प्रति औंस हो गया।
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भारतीय शेयर बाजार बुधवार को लगातार तीसरे दिन सपाट बंद हुआ। कारोबार के अंत में निफ्टी के पीएसयू बैंक, मीडिया, एनर्जी और प्राइवेट बैंक सेक्टर में बिकवाली देखी गई। वहीं, ऑटो, आईटी, फाइनेंशियल सर्विस, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल और रियलिटी सेक्टर में खरीदारी रही। निवेशक अभी नवंबर के सीपीआई (कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स) डेटा का इंतजार कर रहे हैं, जो कि भारत सरकार द्वारा गुरुवार को रिलीज किया जाएगा। सेंसेक्स कारोबार के अंत में 16.09 अंक या 0.02 प्रतिशत की मामूली बढ़त के बाद 81,526.14 पर सिमट गया। वहीं, निफ्टी 31.75 अंक या 0.13 प्रतिशत की बढ़त के बाद 24,641.80 स्तर पर बंद हुआ।
निफ्टी बैंक 186.35 अंक या 0.35 प्रतिशत फिसलने के बाद 53,391.35 पर बंद हुआ। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 157.55 अंक या 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,292.95 पर बंद हुआ। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 74.15 अंक या 0.38 प्रतिशत की बढ़त के साथ 19,657.35 पर बंद हुआ। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 2,148 शेयर हरे और 1,836 लाल निशान में बंद हुए, जबकि 112 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। सेंसेक्स पैक में बजाज फाइनेंस, नेस्ले इंडिया, बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंफोसिस, मारुति, भारती एयरटेल और हिंदुस्तान यूनिलीवर टॉप गेनर्स थे। वहीं, जेएसडब्ल्यू स्टील, एनटीपीसी, एसबीआई, रिलायंस, टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक और टाइटन टॉप लूजर्स थे।
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दिग्गज शीतल पेय कंपनी कोका-कोला ने भारत में अपने बॉटलिंग कारोबार हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड (एचसीसीबीएल) में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी जुबिलेंट भरतिया समूह को बेच दी है। हालांकि, कंपनी ने इस सौदे से जुड़ी राशि का खुलासा नहीं किया है लेकिन कुछ रिपोर्टों में इसके लगभग 10,000 करोड़ रुपये होने की बात कही गई है। दोनों कंपनियों की तरफ से जारी एक संयुक्त बयान में इस हिस्सेदारी बिक्री की जानकारी दी गई।
भरतिया परिवार के स्वामित्व वाले समूह ने बयान में कहा, “उन्होंने एक रणनीतिक निवेश के लिए एक निश्चित समझौता किया है जिसके तहत जुबिलेंट भरतिया समूह अपनी इकाई जुबिलेंट बेवरेजेस लिमिटेड के माध्यम से हिंदुस्तान कोका-कोला होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडिया (एचसीसीएच) में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करेगी। एचसीसीएच भारत में सबसे बड़ी कोका-कोला बॉटलर एचसीसीबीएल की मूल कंपनी है।”
जुबिलेंट भरतिया समूह विविध क्षेत्रों में वैश्विक उपस्थिति वाला कई अरब डॉलर वाला समूह है। वहीं एचसीसीबीएल भारत में कोका-कोला की सबसे बड़ी बॉटलिंग इकाई है। बयान के मुताबिक, ये परिवर्तन और निवेश कोका-कोला के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हैं, क्योंकि कंपनी दुनिया को नया रूप देने और बदलाव लाने के अपने उद्देश्य को आगे बढ़ा रही है।
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भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नये गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय बैंक नीतिगत मोर्चे पर स्थिरता को बनाये रखेगा। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक माहौल को देखते हुए हमें सतर्क और सजग रहने की जरूरत है। इससे पहले, उन्होंने आरबीआई के 26वें गवर्नर के रूप में पदभार संभाला। उन्होंने शक्तिकान्त दास का स्थान लिया है, जिनका छह साल का कार्यकाल मंगलवार को समाप्त हो गया।
मल्होत्रा ने गवर्नर के रूप में मीडिया से पहली बातचीत में कहा, ‘‘हमें इस तथ्य को लेकर सचेत रहना है कि हम नीतिगत स्तर पर निरंतरता और स्थिरता बनाए रखें....। साथ ही हमें चुनौतियों का सामना करने के लिए सतर्क और सजग रहना होगा।’’ मल्होत्रा ने यह भी कहा कि आरबीआई की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए केंद्रीय बैंक वित्तीय नियामकों, सरकारों तथा अन्य सभी पक्षों के साथ मिलकर काम करता रहेगा।
उन्होंने विभिन्न पक्षों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के महत्व का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘सभी ज्ञान पर हमारा एकाधिकार नहीं है।’’ पूर्व राजस्व सचिव ने यह भी कहा कि आरबीआई वित्तीय समावेश को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी का उपयोग करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बात से अवगत हूं कि आरबीआई ने अपनी स्थापना के 90वें वर्ष में स्थिरता, भरोसा और वृद्धि का विषय दिया है। ये तीनों विषय काफी महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। इसपर हमें काम करना है।’’
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