
अमेरिकी सरकार की ओर से H-1B वीजा शुल्क का असर दिखाई देने लगा है। इसका असर अब कंपनियों में कर्मचारियों की नियुक्ति पर दिखने लगा है। कई प्रमुख दिग्गज कंपनियों ने कई पदों के लिए H-1B वीजा के अपने स्पॉन्सरशिप को रोक दिया है या कम कर दिया है।
यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लागू नए वीजा नियमों और शुल्क पर प्रतिक्रिया है। फाइनेंशियल एक्सप्रेस के मुताबिक
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वॉलमार्ट
वालमार्ट ने फिलहाल एच-1बी वीजा वाले जॉब ऑफर पर रोक लगा दी है। हालांकि इसका वालमार्ट पर खास असर दिखने के आसार नहीं है। इसकी वजह ये है कि एच-1बी वीजा पर काम करने वाले एंप्लॉयीज की संख्या टोटल एंप्लॉयीज की तुलना में वालमार्ट में कम ही है।
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कॉग्निजेंट
कॉग्निजेंट का भी कहना है कि कंपनी कई पदों के लिए केवल उन आवेदकों पर विचार करेगी जो एम्प्लॉयर स्पॉन्सरशिप की आवश्यकता के बिना यूएस में काम करने के लिए कानूनी रूप से अधिकृत हैं।
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इंट्यूटिव सर्जिकल
सितंबर के आखिर से बिजनेस इनसाइडर ने बताया क इंट्यूटिव सर्जिकल ने एच-1बी वीजा की आवश्यकता वाले आवेदकों के लिए स्पॉन्सरशिप रोक दी है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज
टाटा टेक्नोलॉजीज के CEO वॉरेन हैरिस ने कहा कि कंपनी अमेरिका में और अधिक स्थानीय नागरिकों को भर्ती करेगी। टाटा टेक्नोलॉजीज के पास दुनिया भर में 12,000 से अधिक कर्मचारी हैं, जिसमें अमेरिका में भी बड़ी संख्या शामिल है।
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