
मलयालम सिनेमा के सुपरस्टार मोहनलाल की माता, शांति कुमारी अम्मा, का मंगलवार को निधन हो गया। इस कड़ी में प्रशंसकों समेत फिल्म जगत की तमाम हस्तियों ने संवेदना व्यक्त की। दक्षिण भारतीय सिनेमा के लोकप्रिय अभिनेता ममूटी और छह बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकीं प्रसिद्ध गायिका के. एस. चित्रा ने शांति कुमारी अम्मा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
ममूटी ने अपने दोस्त मोहनलाल के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "मेरा दिल भारी है क्योंकि हम किसी ऐसे इंसान को खोने का दुख मना रहे हैं जो हम सभी के लिए बहुत मायने रखता था। हिम्मत रखो।''
प्रसिद्ध गायिका के. एस. चित्रा ने लिखा, "हमने एक बेहद प्यार करने वाली, सच्ची और पुण्य आत्मा को खो दिया। वैकुंठ एकादशी के पावन दिन उनका निधन हुआ। शांतकुमारी अम्मा बेहद स्नेह स्वभाव की थीं। कुछ साल पहले जब मैं उनसे मिलने गई थीं, तब मैंने उनके स्नेह और अपनापन को महसूस किया था। यह एक बड़ी क्षति है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि मोहनलाल और उनके परिवार को इस कठिन समय में शक्ति प्रदान करें।"
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अभिनेत्री गुल पनाग अक्सर एडवेंचर भरे पोस्ट सोशल मीडिया पर करती रहती हैं। लेटेस्ट पोस्ट में उन्होंने बताया कि उनकी जिंदगी में एडवेंचर के मायने क्या हैं। साथ ही उन्होंने पेरिमेनोपॉज का जिक्र करते हुए जीवन को एक एडवेंचर के रूप में अपनाने की बात कही।
अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर अपनी कई तस्वीरें पोस्ट करने के साथ ही विस्तार के साथ अपने विचार रखे। उन्होंने बताया, "मैं अपने एडवेंचर के शौक के लिए जानी जाती हूं और अक्सर लोग मुझसे पूछते हैं कि एडवेंचर मेरे लिए क्या मायने रखता है। तो मैं बता दूं कि एडवेंचर लापरवाही नहीं, बल्कि सभी संभावित परिणामों को ध्यान में रखकर सोच-समझकर जोखिम लेना है। यह अनजाने रोमांच का अनुभव है, जो व्यक्ति को कम्फर्ट जोन से बाहर निकालता है और एक ऐसी दुनिया में ले जाता है जहां कुछ भी हो सकता है।"
इस साल गुल को एडवेंचर के मामले में बड़ी सफलता मिली। उन्होंने बताया, " मैंने इस साल महसूस किया कि कितनी भी प्लानिंग कर लो, योजनाएं गड़बड़ हो ही जाती हैं। अब मैं हर दिन को एडवेंचर की तरह स्वीकार करने लगी हूं। व्यक्ति अपनी पूरी क्षमता से प्लान बनाता है और बाकी सब छोड़ देता है, क्योंकि वह उसके हाथ में नहीं होता। मैं इसे भी अपने अन्य एडवेंचर्स की तरह देखती हूं।"
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जानी-मानी अभिनेत्री ईशा कोप्पिकर और पत्रलेखा के लिए साल 2025 बेहद खास और यादगार रहा। यह साल उनके पेशेवर और निजी जीवन में नए अनुभव और खुशियां लेकर आया।
ईशा कोप्पिकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए बताया कि कैसे इस साल सिनेमा के लिए उनका जुनून और मजबूत हुआ है। उनके लिए यह साल सीख और अनुभवों से भरा रहा।
ईशा कोप्पिकर ने कहा, ''इस साल मैंने ऐसे प्रोजेक्ट्स में काम किया, जिन्होंने मेरे अंदर कला और अभिनय के प्रति जुनून को और बढ़ाया। मुझे काफी कुछ सिखाया और लगातार मेहनत करने का मतलब बताया। मेरे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण पल वह था, जो मैंने अपनी बेटियों के साथ बिताया।''
अभिनेत्री पत्रलेखा के लिए यह साल और भी खास रहा, क्योंकि इस साल 15 नवंबर को उन्होंने और उनके पति व अभिनेता राजकुमार राव ने अपनी पहली संतान का स्वागत किया। पत्रलेखा ने बेबी गर्ल को जन्म दिया।
पत्रलेखा ने सोशल मीडिया पर लिखा, ''इस साल ने मुझे कई ऐसी जगहें दिखाई जो मैंने देखी नहीं थीं। काफी कुछ सीखने को मिला, कई हंसी के पल भी आए, थोड़ी बहुत आंखें नम भी हुईं, लेकिन फिर सब कुछ बदल गया। अब एक प्यारी सी बच्ची मेरे पास है।''
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नए साल के आगमन में कम ही समय बचा है और हर कोई साल 2025 की यादों को याद कर नए साल के बेहतरीन होने की कामना कर रहा है। ये साल कियारा आडवाणी के लिए भी खास रहा है क्योंकि साल 2025 में उनकी पर्सनल लाइफ से लेकर प्रोफेशनल लाइफ तक सब कुछ शानदार रहा।
अभिनेत्री ने भी साल 2025 की यादों को ताजा किया है। साल की शुरुआत ही अभिनेत्री की दो शानदार फिल्मों से हुई, जहां उन्होंने तमिल और हिंदी ऑडियंस को अपनी एक्टिंग से मंत्रमुग्ध कर दिया। साल की शुरुआत में ही उनकी तेलुगु-भाषा की एक्शन थ्रिलर फिल्म 'गेम चेंजर' रिलीज हुई, जिसमें वे दक्षिण अभिनेता राम चरण के साथ नजर आई। फिल्म ने हिंदी और तमिल बेल्ट में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन ओवरऑल कमाई के मामले में फिल्म पिछड़ गई। हालांकि फिल्म अभिनेत्री के लिए शानदार रही, क्योंकि आलोचकों तक ने उनके किरदार की तारीफ की।
कियारा ने सिर्फ प्रोफेशनल लेवल पर ही नाम नहीं कमाया, बल्कि पर्सनल लेवल पर भी उनका प्रमोशन हो गया। अभिनेत्री ने इसी साल 15 जुलाई को बेटी सरायाह मल्होत्रा को जन्म दिया। बेटी के आगमन से उनकी पूरी दुनिया बदल गई। अब साल के आखिर में वे फिर साउथ के सुपरस्टार यश के साथ फिल्म 'टॉक्सिक' कर रही हैं, जिसमें वे नादिया का किरदार निभा रही हैं। उनके किरदार का पहला पोस्टर रिलीज के साथ ही सुर्खियां बटोर रहा है। ये फिल्म अगले साल
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स्क्रीन पर चाहे कॉमेडी हो या गंभीर रोल, कादर खान ऐसे अभिनेता थे जो आंखों से अदायगी करते थे। उनके चेहरे के एक्सप्रेशन में इतनी ताकत होती थी कि डायलॉग बोलने की जरूरत ही नहीं होती थी, लेकिन जब वे बोलते थे तो किरदार जीवंत हो उठता था।
आज दिग्गज अभिनेता की पुण्यतिथि है और इस मौके पर हम आपको बताएंगे कि पर्दे पर सभी को हंसाने वाले अभिनेता का बचपन कितना मुश्किल और दर्दनाक रहा था।
300 से ज्यादा फिल्मों में काम करने वाले और 250 से ज्यादा फिल्मों में डायलॉग लिखने वाले कादर खान एक गरीब परिवार से थे, जिन्हें ये नहीं पता होता था कि सुबह के खाने के बाद शाम का खाना मिलेगा या नहीं। कादर खान का परिवार अफगानिस्तान में रहता था और जैसे-तैसे अपना गुजारा कर रहा था, लेकिन कादर खान के जन्म के बाद वे मुंबई आ गए। दरअसल, कादर खान से पहले उनके तीन भाई थे, जिनकी मौत 8 साल की उम्र होने तक हो चुकी थी। इसके बाद, अभिनेता के जन्म के बाद उनकी मां के मन में डर बैठ गया था कि वे उन्हें भी खो देंगी। ऐसे में वे उन्हें मुंबई ले आईं।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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