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दिल्लीः बुधवार को ‘रिबिल्ड द ब्रोकेन रिपब्लिक’ सम्मेलन, लोकतंत्र और संविधान पर हमलों के खिलाफ उठेगी आवाज

राजधानी दिल्ली के कंस्टीट्यूशन क्लब में बुधवार को ‘रिबिल्ड द ब्रोकेन रिपब्लिक’ विषय पर एक सम्मेलन का आयोजन किया गया है। सम्मेलन में देश में बढ़ रही सांप्रदायिकता और लोकतंत्र पर हो रहे हमलों के खिलाफ संविधान को मजबूत करने के उपायों पर बात होगी।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

देश के संविधान पर हो रहे हमलों और लगातार बढ़ रही सांप्रदायिकता के खिलाफ आवाज उठाने और लड़ाई की रणनीति पर बात करने के लिए बुधवार को राजधानी दिल्ली के कंस्टीट्यूशन क्लब में ‘रिबिल्ड द ब्रोकेन रिपब्लिक’ विषय पर एक सम्मेलन आयोजित किया गया है। ‘युनाइटेड अगेंस्ट हेट’ की ओर से आयोजित इस सम्मेलन में खास तौर से संविधान, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और बाबरी मस्जिद पर बात होगी।

‘युनाइटेड अगेंस्ट हेट’ के अनुसार इस सम्मेलन को तीन सत्रों में बांटा गया है। पहला सत्र सबकी समानता की बात करने वाले संविधान पर केंद्रित होगा। इसमें इस बात को समझने की कोशिश होगी कि कैसे देश में आज सांप्रदायिकता इतनी बढ़ गई है कि कानून को दरकिनार कर राम मंदिर के निर्माण की बात उठाई जा रही है। इस सत्र में प्रो अपूर्वानंद समेत कई बुद्धिजीवी बाबरी मस्जिद-राम मंदिर विवाद के इतिहास से जुड़ी अपनी जानकारियों की चर्चा करेंगे।

वहीं दूसरे सत्र में केंद्र की मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल के दौरान देश में बढ़ी सांप्रदायिकता और ऐसी घटनाओं को बढ़ावा देने की घटनाओं पर बात होगी। इस सत्र में अभिनेता प्रकाश राज, सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी, स्वामी अग्निवेश, राधिका वेमुला मौलाना महमूद मदनी और जॉन दयाल आदि कई सामाजिक कार्यकर्ता और एक्टिविस्ट अपनी बात रखेंगे।

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सम्मेलन के तीसरे सत्र में देश पर मंडरा रहे फासीवाद के खतरों को समझने और उनसे लड़ने के लिए भविष्य की रणनीति पर चर्चा होगी। इस सत्र में विशेष तौर पर युवा वक्ता अपनी बात रखेंगे। इस सत्र में जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार, गुजरात के युवा विधायक जिग्नेश मेवानी और छात्र नेता उमर ख़ालिद अपने विचार रखेंगे।

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