राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर को लेकर अब तक काफी जोश में रही बीजेपी फाइनल एनआरसी आने के बाद से सकते में है। अब तक असम के बाद पूरे देश में एनआरसी लागू कर बांग्लादेशी मुसलमानों और रोहिंग्या मुसलमानों को खदेड़ने की बात करने वाले बीजेपी नेता राज्य में एनआरसी के अंतिम प्रकाशन के बाद चुप्पी लगा गए हैं। हाल ये है कि अभी तक रात-दिन टीवी पर एनआरसी को लेकर दहाड़ने वाले बीजेपी नेता दो दिन से खामोश हैं। किसी भी राज्य में असम की तरह एनआरसी तैयार करने की मांग नहीं उठ रही है।
Published: 02 Sep 2019, 9:56 PM IST
इस बीच खबर है कि असम के बीजेपी नेता केंद्रीय गृह मंत्री और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात कर एनआरसी की अंतिम लिस्ट से बाहर हुए ‘वास्तविक’ नागरिकों को बचाने के लिए किसी तरह की कार्रवाई की मांग करेंगे। एक न्यूज चैनल की खबर के अनुसार असम के बीजेपी प्रमुख रंजीत दास ने कहा है कि पार्टी राज्य इकाई ने इस मामले पर कोई कानूनी कार्रवाई करने के लिए मोदी सरकार और बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व से अपील करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कोई कानून पास कराए या फिर संविधान में संशोधन कर एनआरसी से बाहर हुए असम के असली नागरिकों को बचाए।
Published: 02 Sep 2019, 9:56 PM IST
रंजीत दास ने बताया कि बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 8 सितंबर को गुवाहटी के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचेंगे। असम बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि इस दौरान वे उनसे कानूनी कार्रवाई या संविधान संशोधन की अपील करेंगे। हालांकि, आधिकारिक तौर पर गृह मंत्री अमित शाह नॉर्थ ईस्ट काउंसिल और नॉर्थ ईस्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी की बैठक के लिए गुवाहटी के दौरे पर जा रहे हैं, लेकिन माना जा रहा है कि हाल ही में जारी एनआरसी की अंतिम सूची को देखते हुए उनका ये दौरा बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
Published: 02 Sep 2019, 9:56 PM IST
अब तक बांग्लादेशी शरणार्थियों के नाम पर राज्य के मुसलमानों पर निशाना साधती रही बीजेपी अब अंतिम लिस्ट के प्रकाशन के बाद एनआरसी के स्टेट को-ऑर्डिनेटर प्रतीक हजेला पर आरोप लगा रही है। रंजीत दास ने कहा कि कई लोगों ने अपने रिफ्यूजी सर्टिफिकेट और माइग्रेशन सर्टिफिकेट जमा कराए, लेकिन स्टेट कोऑर्डिनेटर हजेली ने अधिकारियों को ये दस्तावेज नहीं लेने के लिए कह दिया। एनआरसी की प्रक्रिया में अनियमितता का आरोप लगाते हुए प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि वास्तविक नागरिकों की कीमत पर फर्जी दस्तावेज लगाने वाले कई आवेदकों का नाम भी एनआरसी की आखिरी सूची में शामिल कर लिया गया है।
Published: 02 Sep 2019, 9:56 PM IST
गौरतलब है कि 31 अगस्त को जारी एनआरसी की अंतिम सूची से 19 लाख से अधिक लोग बाहर हो गए हैं। बताया जा रहा है कि इसमें करीब 13 लाख लोग हिंदू हैं, जिनमें से करीब 11 लाख बंगाली बताए जा रहे हैं। जबकि बाहर होने वालों में करीब 6 लाख लोग मुसलमान हैं। खास बात ये है कि इससे पहले जारी हुई लिस्ट से करीब 40 लाख लोग बाहर हो गए थे, जिन्हें 31 अगस्त तक अपनी नागरिकता को लेकर दावा करने का समय़ दिया गया था।
Published: 02 Sep 2019, 9:56 PM IST
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Published: 02 Sep 2019, 9:56 PM IST