देश

मध्य प्रदेशः सामाजिक कार्यकर्ता का दावा, शिवराज सरकार के मंत्री से मिली मॉब लिंचिंग की धमकी

गोरक्षा और बच्चा चोरी के नाम पर आए दिन देश के अलग-अलग कोनों में अल्पसंख्यकों और दलित समुदाय के लोगों पर हमले की घटनाओं के बीच अब मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर इस तरह के हमलों की आशंका बढ़ती जा रही है।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया प्रेस कांफ्रेंस कर धमकी की जानकारी देते हुए विनायक परिहार

देश में लगातार हो रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं के बीच अब सामाजिक और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को भी भीड़ द्वारा हमले की आशंका सताने लगी है। गोरक्षा और बच्चा चोरी के नाम पर आए दिन देश के अलग-अलग कोनों से अल्पसंख्यकों और दलित समुदाय के लोगों पर हमले की घटनाओं के बीच अब मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर इस तरह के हमलों की आशंका बढ़ती जा रही है। ऐसी ही आशंका मध्य प्रदेश के सामाजिक कार्यकर्ता विनायक परिहार ने जतायी है। उन्होंने अपने ऊपर भीड़ के जरिए जानलेवा हमला कराए जाने की आशंका जताई है। परिहार ने इस बारे में राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर हालात के बारे में जानकारी दी है।

सामाजिक कार्यकर्ता विनायक परिहार लंबे समय से राज्य में गन्ना किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं और रेत माफियाओं के खिलाफ लगातार संघर्ष करते रहे हैं। परिहार ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि प्रदेश के मंत्री जालम सिह पटेल के लोगों ने उन पर जानलेवा हमले की धमकी दी है। परिहार बुधवार 1 अगस्त को किसानों के मुद्दों को लेकर गोटेगांव में एक सभा करने वाले हैं। इसी को लेकर उन्हें इस प्रकार की धमकियां मिल रही हैं।

Published: undefined

फोटोः सोशल मीडिया

इन धमकियों को गंभीरता से लेते हुए मध्य प्रदेश की सामाजिक संस्था, विचार ने पुलिस महानिदेशक से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और विनायक परिहार और उनके सभी साथियों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए। संगठन के अक्षय हुंका ने परिहार के पत्र के आधार पर बताया कि परिहार अरसे से गन्ना किसानों के बीच जाकर जन जागरण अभियान चला रहे हैं और इस बात से राज्य सरकार के मंत्री उनसे नाराज हैं। ऐसे में उन्हें मिल रही धमकियों को गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है। वहीं, परिहार की ओर से लगाए गए आरोपों को लेकर मंत्री जालम सिंह पटेल का पक्ष नहीं मिल पाया है।

Published: undefined

गौरतलब है कि इसी महीने देश के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश पार झारखंड में भीड़ का हमला हो चुका है। झारखंड के पाकुड़ में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए अग्निवेश पर बीजेपी की युवा ईकाई भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने उस समय जानलेवा हमला किया था, जब वह वहां अपने कुछ साथियो के साथ होटल से बाहर निकल रहे थे। इस घटना को मॉब लिंचिग बताते हुए स्वामी अग्निवेश ने इसे जान लेने की नीयत से किया गया सुनियोजित साजिश बताया था। इसी घटना के कुछ दिनों बाद 20 जुलाई को राजस्थान के अलवर में एक भीड़ ने मवेशी लेकर जा रहे हरियाणा के रकबर खान की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। देश में लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं से अब सिविल सोसायटी के लोगों पर भी इस तरह के हमले की आशंका बढ़ गई है।

Published: undefined

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: undefined