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कोरोना के लेकर चौंकाने वाले खुलासे, जानें क्यों ICMR चीफ ने नहीं छापने दिया हॉटस्पॉट से जुड़ा डेटा?

खबर है कि भारत सरकार के अंतर्गत काम करने वाले रिसर्चरों ने कोरोना हॉटस्पॉट्स और कंटेनमेंट जोन्स से जुड़ा एक अहम डेटा साइंटिफिक पेपर में छापने से रोक दिया।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

देश में कोरोना का कहर जारी है। अब तो हर दिन करीब एक लाख नए मामले सामने आ रहे हैं। वहीं विपक्षी दलों ने कोरोना को लेकर मोदी सरकार पर लापरवाही के आरोप लगाते रहे हैं। इसी बीच खबर है कि भारत सरकार के अंतर्गत काम करने वाले रिसर्चरों ने कोरोना हॉटस्पॉट्स और कंटेनमेंट जोन्स से जुड़ा एक अहम डेटा साइंटिफिक पेपर में छापने से रोक दिया। बताया गया है कि देशभर में किए गए सर्वे में से 10 शहरों के हॉटस्पॉट्स से जुड़ा डेटा जानबूझकर रोका गया। इसमें उन क्षेत्रों में कोरोना के फैलाव की जानकारी दी गई थी। आरोप है कि ऐसा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के प्रमुख बलराम भार्गव के कहने पर किया गया।

Published: 20 Sep 2020, 12:46 PM IST

अंग्रेजी अखबार द लेटिग्राफ की खबर के मुताबिक बलराम भार्गव और आईसीएमआर के स्वास्थ्य शोध विभाग के सचिव ने रिसर्चर्स से कहा था कि काउंसिल को हॉटस्पॉट्स की जानकारी छापने की अनुमति नहीं मिली है। अखबार ने अपने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि भार्गव, जो कि इस रिसर्च पेपर के लेखकों में से एक थे, ने यह नहीं बताया कि इस जानकारी को छापने से किसने और क्यों रोका। अखबार ने दावा किया है कि उसने साइंटिफिक पेपर के 74 लेखकों में से 7 से बात की है। इनमें से चार ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर यह अहम जानकारी दी, जबकि तीन ने यह बात रिकॉर्ड पर कही है। इस बारे में आईसीएमआर प्रमुख को दो दिन पहले ही सवाल भी भेजे गए थे। हालांकि, अब तक उनकी तरफ से प्रतिक्रिया नहीं आई है। भार्गव का बयान आने के बाद उनकी बात भी शामिल की जाएगी।

Published: 20 Sep 2020, 12:46 PM IST

रिपोर्ट में कहा गया है कि ICMR द्वारा 11 मई से 4 जून के बीच किए गए देशव्यापी सर्वे से यह पता लगाने की कोशिश की गई थी कि कोरोना वायरस से किस अनुपात में लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसके तहत 70 जिलों में से हर एक में 400 रैंडम ब्लड सैंपल्स इकट्ठा किए गए। वहीं, 10 शहरों (अहमदाबाद, भोपाल, कोलकाता, दिल्ली, हैदराबाद, इंदौर, जयपुर, मुंबई, पुणे और सूरत) में हॉटस्पॉट्स से 500-500 लोगों की रैंडम टेस्टिंग की गई।

इसमें दावा किया गया है कि जहां कोरोना के ज्यादा मामले थे वहां की जानकारी हटा ली गई। आरोप है कि रिसर्चरों ने साइंटिफिक पेपर से आईसीएमआर प्रमुख बलराम भार्गव के निर्देश पर उन हॉटस्पॉट्स की जानकारी हटा ली, जहां कोरोना का फैलाव ज्यादा था।

Published: 20 Sep 2020, 12:46 PM IST

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Published: 20 Sep 2020, 12:46 PM IST