कोरोना वायरस से पूरा देश परेशान है, हर कोई इस वायरस से जल्द से जल्द छुटकारा पाने की उम्मीद लगाए बैठा है। वहीं कई लोग इस मुश्किल घड़ी को पैसा कमाने का मौका बनाने में लगे हैं। इसके लिए वो घोटाला और कालाबाजीर करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है मुजफ्फरनगर के खतौली तहसील में। यहां क्वारन्टीन सेंटर में भोजन घोटाला हुआ है। खास बात यह है कि जिन सरकारी लोगों ने यह घोटाला किया है उन्हें ही इस महामारी से निपटने के लिए कोरोना वारियर्स की संज्ञा दी गई है।अग्रिम पंक्ति से यह खबर निराश करती है।
Published: undefined
घटना के सामने आने के बाद कार्रवाई भी शुरू हो गई है। मुजफ्फरनगर डीएम सेल्वकुमारी ने खतौली तहसीलदार को संस्पेंड कर दिया है। एसडीएम के खिलाफ भी जांच बैठा दी गई है और एडीएम को छुट्टी पर भेज दिया गया है।
यह मामला खतौली और चरथावल दो ब्लॉक पर सामने आया है। यहां मजदूरों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता बहुत अधिक खराब थी। जानकारी ये भी मिली है कि मजदूरों को भरपूर खाना भी नही मिल रहा था। मामला का खुलासा शासन द्वारा भेजे गए नोडल अधिकारी आरएन यादव की जांच में हुआ है। इनकी जांच में खुलासा हुआ कि जिस फर्म और फ्लोर मिल से खाधन्न सामग्री लाई जा रही थी। उसका लाइसेंस तो फरवरी में ही समाप्त हो गया था।
Published: undefined
अब इस फ्लोर मिल को सील कर दिया गया है। इसके अलावा खतौली की अन्नपूर्णा फूड रोलर को भी ठहरे मजदूरों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए 75 रुपये प्रति मजदूर ठेका दिया गया था। यहां जांच को पहुंचे नोडल अधिकारी आरएन यादव ने देखा कि पहले तो ढाई बजे तक खाना नहीं आया और मजदूर भूखे रहे। उसके बाद जो भी खाना आया वो बेहद ख़राब था। चावल और रोटी खाई नहीं जा सकती थी। दाल हल्दी का पानी जैसी लगती थी।
Published: undefined
स्थानीय अफसरों ने कुछ दिन पहले ही एक दूसरी संस्था से ठेका लेकर इस संस्था को काम सौंप दिया था। नोडल अफसर द्वारा डीएम को इसके बारे में जानकारी देने के बाद फर्म पर छापा मारा गया और फर्म को सील कर दिया गया। जिला फ़ूड अधिकारी विवेक कुमार ने इसकी पुष्टि की।फिलहाल पूरे प्रकरण की जांच एडीएम वित्त आलोक कुमार कर रहे हैं, उन्होंने बताया कि एसडीएम अशोक कुमार के ख़िलाफ़ जांच बैठा दी गई है। तहसीलदार पुष्कर नाथ चौधरी को तत्काल निलबिंत कर दिया गया है। फर्म का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है।
Published: undefined
इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर हमला बोला है। समाजवादी पार्टी के नेता चंदन चौहान ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व वाली सरकार क्या इसी सुशासन की बात कर रही थी! जो सरकार मजदूरों को दो वक्त का सही खाना नही दे पा रही है वो इन गरीब मजदूरों का क्या ख्याल रख पाएगी। उन्होंने कहा कि इस घोटाले के खुलासे के बाद साफ हो गया है कि गहराई से पड़ताल करने पर सरकार के हर एक दावे की पोल खुल जाएगी। समाजवादी पार्टी के नेता ने कहा कि योगी सरकार की प्राथमिकता गरीब नहीं अमीर हैं।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined