पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने के लिये विपक्षी दलों के साथ अब सहयोगी दल भी शामिल होते दिख रहे हैं, जिससे इमरान खान की मुश्किलें और बढ़ गयी हैं। पाकिस्तान की 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में इमरान के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर 172 सदस्यों की मुहर चाहिये, तभी यह प्रस्ताव पारित हो सकता है।
Published: 16 Mar 2022, 6:00 PM IST
इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के पास 156 सीटें थीं लेकिन एक सांसद की मौत के बाद से वह सीट खाली है। इमरान की पार्टी को मुत्ताहिद कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (सात सीट), बलूचिस्तान आवामी पार्टी (पांच सीट), पाकिस्तान मुस्लिम लीग (कायद) (पांच सीट), ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस (तीन सीट),आवामी मुस्लिम लीग-पाकिस्तान (एक सीट), जम्हूरी वतन पार्टी (एक सीट) और एक निर्दलीय का समर्थन प्राप्त है। इन सबको मिलाकर इमरान खान को 178 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है।
Published: 16 Mar 2022, 6:00 PM IST
इमरान की पार्टी को समर्थन देने वाले पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू) का कहना है कि प्रधानमंत्री की कुर्सी अविश्वास प्रस्ताव के कारण शत प्रतिशत खतरे में हैं। पीएमएल-क्यू के नेता एवं पंजाब एसेंबली के स्पीकर चौधरी परवेज इलाही ने इमरान की बदले की नीति की कटु आलोचना करते हुये कहा है कि यह देश को चलाने का तरीका नहीं है।
Published: 16 Mar 2022, 6:00 PM IST
उन्होंने कहा कि इमरान पूरी तरह मुसीबत में हैं क्योंकि उनकी सहयोगी पार्टियां अब विपक्ष के साथ खड़ी हैं। इमरान की सरकार में बुद्धिमता और समझदारी की कमी है। प्रधानमंत्री में बदले की खूब इच्छा है और इस बात का सबूत यह है कि वह सबको नेशनल अकांउटेबिलिटी ब्यूरो (नैब) की धमकी देते हैं। यह शासन करने का तरीका नहीं है।
Published: 16 Mar 2022, 6:00 PM IST
उन्होंने अपने बेटे मूनीस इलाही का उदाहरण देते हुये कहा, जब मूनीस ने अपना भाषण दिया, हमें नैब की धमकी मिलने लगी। शासन में बहुत की अनुभवहीन लोग हैं। उन्हें पहले सीखना चाहिये। वे जब कुर्सी से उतरेंगे, तो सीखेंगे। इस सरकार को अपने ही लोगों से खतरा है।
Published: 16 Mar 2022, 6:00 PM IST
इलाही का कहना है कि विपक्ष बहुत ही मजबूत है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और जमात उलेमा ए इस्लाम फज्ल जैसी विपक्षी पार्टियां इमरान सरकार के दबाव की राजनीति के खिलाफ एकजुट हुई हैं। उन्होंने कहा कि जब विपक्षी एक व्यक्ति के खिलाफ एकजुट होते हैं, तो आपसी कड़वाहट भूल जाते हैं।
Published: 16 Mar 2022, 6:00 PM IST
इमरान खान की सरकार बहुत ही कम सीटों के अंतर से सत्ता में बनी हुई है और अगर उनके सहयोगी दलों के कुछ सदस्य तथा निर्दलीय सदस्य मजबूत हो रहे विपक्ष में शामिल हो जाते हैं, तो उनकी कुर्सी छिन जायेगी। इलाही इसीलिये कहते हैं कि इमरान खान के पास अब समय नहीं है और गठबंधन सरकार की दरारें अब गहरी हो गयी हैं।
Published: 16 Mar 2022, 6:00 PM IST
दूसरी तरफ पीटीआई के सांसदों का कहना है कि विपक्ष की यह साजिश नाकाम होगी और इमरान सरकार को कोई खतरा नहीं है क्योंकि कोई भी सहयोगी दल या पीटीआई का सदस्य विपक्ष को समर्थन नहीं देगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि बाहरी ताकतों के इशारे पर विपक्ष ने यह हंगामा किया है।
Published: 16 Mar 2022, 6:00 PM IST
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Published: 16 Mar 2022, 6:00 PM IST