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दुनियाः अमेरिकी लोग आवश्यक वस्तुओं को जमा करने में जुटे और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने मार्शल लॉ को अधिकार बताया

यमन के हूतियों ने इजरायल के बंदरगाह शहर ईलात में एक बिजली संयंत्र पर मिसाइल हमला करने का दावा किया है। बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट ने आज पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्ष खालिदा जिया को भ्रष्टाचार के एक मामले में बरी कर दिया।

अमेरिकी लोग आवश्यक वस्तुओं को जमा करने में जुटे और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने मार्शल लॉ को अधिकार बताया
अमेरिकी लोग आवश्यक वस्तुओं को जमा करने में जुटे और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने मार्शल लॉ को अधिकार बताया फोटोः IANS

टैरिफ धमकी के डर से अमेरिकी लोग भंडार जमा करने में जुटे

अमेरिका में नई सरकार के कार्यभार संभालने के चलते अमेरिका में टैरिफ युद्ध के एक नए दौर पर चिंता बढ़ रही है। मार्च 2018 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आयातित वस्तुओं पर बड़े पैमाने पर अतिरिक्त कर लगाने की घोषणा की थी। इससे चीन-अमेरिका व्यापार संघर्ष बढ़ गया था। वर्ष 2021 से बाइडन सरकार ने अतिरिक्त टैरिफ लगाने के उपाय जारी रखे। पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति के चुनाव में जीत हासिल करने के बाद ट्रंप ने कहा कि पद ग्रहण करने के पहले दिन ही वे चीनी वस्तुओं पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने के कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करेंगे। लेकिन, पिछले कुछ वर्षों का तथ्य साबित कर चुका है कि चीन के खिलाफ अमेरिका का टैरिफ युद्ध दूसरों के साथ खुद को भी नुकसान पहुंचाएगा। बिल का भुगतान मुख्य रूप से अमेरिकी लोग और उद्यम ही करते हैं।

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति चुनाव के बाद वाशिंगटन के टैकोमा शहर के निवासी हर्शल विल्सन ने 300 अमेरिकी डॉलर का माल जमा कर रखा है। भंडार जमा करने के लिए उन्होंने प्रति माह अतिरिक्त 100 डॉलर का खर्च करने की योजना बनाई। विल्सन को चिंता है कि अमेरिका सरकार द्वारा टैरिफ धमकी पूरी करने के बाद उन्हें अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी। पिछले साल दिसंबर में 2,000 अमेरिकी निवासियों पर किए गए सर्वेक्षण से पता चला कि एक तिहाई लोग भविष्य में टैरिफ के डर से अधिक खरीददारी कर रहे हैं। शिकागो विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में किए गए सर्वे के मुताबिक 98 प्रतिशत अर्थशास्त्रियों का मानना है कि उच्च टैरिफ का बोझ मुख्य रूप से अमेरिकी उपभोक्ताओं पर पड़ता है। मूडीज के अनुमान के अनुसार चीन पर टैरिफ की लागत का 92 प्रतिशत हिस्सा अमेरिकी उपभोक्ताओं को उठाना पड़ता है। टैरिफ के कारण अमेरिकी परिवारों को प्रति वर्ष 1,300 डॉलर अधिक खर्च करने पड़ते हैं।

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दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने मार्शल लॉ को अधिकार बताया

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल ने बुधवार को दावा किया कि "मार्शल लॉ कोई अपराध नहीं है।" उन्होंने अपनी हिरासत के बाद एक हस्तलिखित पत्र में मार्शल लॉ का बचाव किया। 3 दिसंबर को मार्शल लॉ के अपने आदेश से संबंधित विद्रोह के आरोपों पर पूछताछ के लिए जांचकर्ताओं द्वारा हिरासत में लिए जाने के कुछ घंटों बाद, यून ने फेसबुक पोस्ट में अपने पहले के दावों को दोहराया। यून ने अपने हस्तलिखित पत्र की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, "मार्शल लॉ कोई अपराध नहीं है। मार्शल लॉ राष्ट्रीय संकट को दूर करने के लिए राष्ट्रपति के अधिकार का प्रयोग है। "

यून, जिन्हें14 दिसंबर को नेशनल असेंबली द्वारा महाभियोग लगाए जाने के बाद से निलंबित कर दिया गया है- ने तर्क दिया कि उनके लगाए मार्शल लॉ को विद्रोह के बराबर बताने वाली कहानी "वास्तव में बेतुकी है।" उन्होंने इसे "एक धोखाधड़ी वाला महाभियोग" बताया। योनहाप समाचार एजेंसी के मुताबिक उच्च पदस्थ अधिकारियों द्वारा पूछताछ के दौरान यून के गवाही देने से इनकार के बाद पत्र साझा किया गया था।

इससे पहले दिन में, जांचकर्ताओं ने यून को उनके निवास पर हिरासत में लिया। भ्रष्टाचार जांच कार्यालय के उच्च पदस्थ अधिकारियों (सीआईओ) के अनुसार, यून को हिरासत में लेने के लिए वारंट सुबह साढ़े दस बजे के करीब जारी किया गया, यह पहली बार है जब किसी मौजूदा राष्ट्रपति को गिरफ्तार किया गया है। यून को लेकर वाहनों का एक काफिला कुछ ही देर बाद मध्य सोल में राष्ट्रपति निवास परिसर से निकल गया, जो सोल के दक्षिण में ग्वाचेन में सीआईओ कार्यालय की ओर बढ़ रहा था। यून को पूछताछ के लिए कार से उतरते और कार्यालय में प्रवेश करते देखा गया।

उम्मीद की जा रही है कि जांचकर्ता 48 घंटे के भीतर औपचारिक रूप से उन्हें गिरफ्तार करने के लिए वारंट मांगेंगे। यून पर विद्रोह और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप हैं। उन पर 3 दिसंबर की रात को मार्शल लॉ घोषित करने के बाद नेशनल असेंबली में सेना भेजने का आरोप है, ताकि सांसदों को डिक्री के खिलाफ मतदान करने से रोका जा सके। पूछताछ के बाद यून को सीआईओ कार्यालय के पास उइवांग स्थित सोल डिटेंशन सेंटर में रखा जाएगा।

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यमन के हूतियों ने इजरायल के बिजली संयंत्र पर मिसाइल दागे

यमन के हूतियों ने एक बयान में कहा कि उसने दक्षिणी इजरायली बंदरगाह शहर ईलात में एक बिजली संयंत्र को "पंखों वाली मिसाइल" का इस्तेमाल करके निशाना बनाया। हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सरिया ने अल-मसीरा टीवी पर प्रसारित बयान में कहा, "हमला सफलतापूर्वक अपना लक्ष्य हासिल कर लिया गया।" समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सरिया ने कहा कि उसके गुट ने इजरायल के खिलाफ एक और हमला किया है, जिसमें तेल अवीव शहर में बम लदे कई ड्रोन के साथ महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाया गया। उन्होंने कसम खाई कि इजरायल के खिलाफ उनके समूह के हमले "तब तक नहीं रुकेंगे जब तक इजरायल गाजा में युद्ध बंद नहीं कर देता और अपनी घेराबंदी नहीं हटा लेता।"

इलियट में पावर स्टेशन और तेल अवीव में ठिकानों पर हमले हूती समूह द्वारा इजरायली रक्षा मंत्रालय के खिलाफ बैलिस्टिक रॉकेट हमले शुरू करने की जिम्मेदारी लेने के कुछ घंटों बाद हुए। इससे पहले इजरायली मीडिया ने दावा किया कि हूती रॉकेट हमले को इजरायली वायु रक्षा प्रणाली द्वारा रोक दिया गया। इजरायली सैन्य बयान के अनुसार, यमन की हूती सेना ने मंगलवार को तड़के इजरायल पर मिसाइल दागी, जिससे तेल अवीव और कब्जे वाले पश्चिमी तट पर स्थित कुछ इजरायली बस्तियों सहित व्यापक क्षेत्रों में सायरन बजने लगे।

सेना ने कहा, "मिसाइल को रोकने के कई प्रयास किए गए।" उन्होंने आगे कहा, ''संभवतः इसे रोक दिया गया था।'' किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन हमले में संपत्ति को नुकसान हुआ है। पुलिस ने एक बयान में कहा कि यरूशलम के बाहरी इलाके मेवो बेइतर और तजूर हदासा में घर क्षतिग्रस्त हो गए। पुलिस द्वारा जारी की गई एक तस्वीर में एक रिहायशी घर की छत में मिसाइल का टुकड़ा लगा हुआ दिखाई दे रहा है। बम निरोधक इकाइयां और अतिरिक्त पुलिस बल क्षति का आकलन करने और स्थल को सुरक्षित करने के लिए क्षेत्र में काम कर रहे हैं।

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बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को बरी किया

बांग्लादेश के उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) अध्यक्ष खालिदा जिया को भ्रष्टाचार के एक मामले में बरी कर दिया और उच्च न्यायालय द्वारा उन्हें दी गई 10 वर्ष की जेल की सजा को पलट दिया। ‘ढाका ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार, उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ खालिदा (79) की अपील की समीक्षा के बाद प्रधान न्यायाधीश डॉ. सैयद रेफात अहमद की अध्यक्षता वाली पीठ ने बुधवार को यह फैसला सुनाया। खबर में कहा गया है कि उच्चतम न्यायालय ने जिया, पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान और अन्य सभी संदिग्धों को जिया अनाथालय ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में उनकी अपील पर बरी कर दिया। अपीलीय प्रभाग ने कहा कि यह मामला बदले की भावना से प्रेरित था।

जिया को आठ फरवरी, 2018 को ढाका की विशेष न्यायाधीश अदालत-5 ने जिया अनाथालय ट्रस्ट के नाम पर सरकारी धन के कथित गबन के लिए पांच साल के कारावास की सजा सुनाई थी। इसी फैसले में खालिदा जिया के बेटे तारिक और पूर्व मुख्य सचिव कमालुद्दीन सिद्दीकी सहित पांच अन्य आरोपियों को 10 वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई। प्रत्येक आरोपी पर 2.1 करोड़ टका का जुर्माना भी लगाया गया। आरोपियों में से तारिक, सिद्दीकी और जियाउर्रहमान का रिश्तेदार मोमिनुर रहमान अब भी फरार हैं। जिया बीमार हैं और इस महीने की शुरुआत में इलाज के लिए लंदन गई थीं। जिया, मार्च 1991 से मार्च 1996 तक और फिर जून 2001 से अक्टूबर 2006 तक बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहीं।

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रूस के मिसाइल हमले के बाद यूक्रेन में बिजली कटौती

रूस ने बुधवार को यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए, जिसके कारण देश को एहतियातन बिजली कटौती करना पड़ा। यूक्रेन के ऊर्जा मंत्री ने यह जानकारी दी। ऊर्जा मंत्री हरमन हलुशेंको ने ‘फेसबुक’ पर लिखा, ‘‘दुश्मन ने यूक्रेनवासियों को आतंकित करना जारी रखा है।’’ उन्होंने निवासियों से आग्रह किया कि वे मौजूदा खतरे के दौरान आश्रय स्थलों में रहें और आधिकारिक अद्यतन सूचना के मुताबिक कदम उठाएं। सरकारी ऊर्जा कंपनी उक्रेनेर्गो ने खारकीव, सुमी, पोल्टावा, जापोरिज्जिया, निप्रॉपेट्रोस और किरोवोहराद क्षेत्रों में आपातकालीन बिजली कटौती की सूचना दी।

कीव के मेयर एंड्री सदोवी ने कहा कि रूसी सेना ने बुधवार तड़के पश्चिमी ल्वीव क्षेत्र में ऊर्जा अवसंरचना को निशाना बनाकर मिसाइल हमले किए। उन्होंने कहा, ‘‘सुबह के हमले के दौरान क्षेत्र में दुश्मन की क्रूज मिसाइलों की उपस्थिति दर्ज की गई।’’ हालांकि, हमले में किसी के हताहत होने या किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं मिली। यूक्रेन की वायु सेना ने राष्ट्रव्यापी हवाई हमले की चेतावनी के दौरान रूस द्वारा दागी गयी कई मिसाइलों का पता लगाया, हालांकि शुरुआती रिपोर्ट में किसी तरह का नुकसान नहीं होने का संकेत दिया गया। बुधवार के हमले ने यूक्रेन के ऊर्जा अवसंरचना पर दबाव को और बढ़ा दिया है, जिसे लगभग तीन साल पुराने युद्ध के दौरान लगातार निशाना बनाया गया है।

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