
सऊदी अरब की यात्रा करने वाले पाकिस्तानी नागरिकों के लिए पोलियो टीकाकरण प्रमाणपत्र अनिवार्य कर दिया गया है। सऊदी अरब के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (जीएसीए) ने यह घोषणा की है। जीएसीए के अनुसार, नवीनतम निर्देशों का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति को कठोर दंड और कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान दुनिया के अंतिम दो पोलियो-स्थानिक देशों में से एक बना हुआ है। देश में पोलियोवायरस के मामलों में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है। 2024 में इस अपंग करने वाली बीमारी के 68 मामले सामने आए थे। पिछले कई वर्षों से देश में पोलियो वायरस के प्रसार को रोकने में पाकिस्तान सरकार की नाकामी पर सवाल उठते रहे हैं। विशेष रूप से अशांत खैबर पख्तूनख्वा (केपी) और बलूचिस्तान प्रांतों को लेकर जहां पोलियो टीकाकरण अभियान को हिंसा का सामना करना पड़ा और स्वास्थ्य कर्मियों की मौतें भी हुईं।
सऊदी सरकार का यह फैसला ऐसे समय में आया है जब कई खाड़ी देशों ने अपराध, धोखाधड़ी और भीख मांगने में शामिल होने के कारण पाकिस्तानियों पर वीजा प्रतिबंध लगाए हैं। आव्रजन विभाग के अधिकारियों ने जियो न्यूज को बताया कि बुधवार को सात देशों से 51 निर्वासित पाकिस्तानी कराची पहुंचे, जबकि मंगलवार रात कराची के जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 30 यात्रियों को उनके यात्रा दस्तावेजों और अन्य अनियमितताओं के कारण अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से उतार दिया गया। इससे पहले, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने पाकिस्तान के वीजा आवेदकों के लिए पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य कर दिया था। सऊदी अरब के अलावा, यूएई और अन्य खाड़ी देशों ने पाकिस्तान के कम से कम 30 अलग-अलग शहरों के लोगों को वीजा देने पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगा दिया है। विदेशों में पाकिस्तानी नागरिकों के भीख मांगते या तस्करी, ड्रग्स की तस्करी, मानव तस्करी और अन्य आपराधिक अपराधों में शामिल पाए जाने के मामलों की संख्या में चिंताजनक बढ़ोतरी हुई है।
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हरदीप सिंह निज्जर हत्या केस में जस्टिन ट्रूडो सरकार को बड़ा झटका लगा है। सुपीम कोर्ट ने मामले में चारों आरोपियों को कानूनी सुनवाई लंबित रहने तक जमानत पर रिहा कर दिया है। मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक चार प्रतिवादियों में से तीन वीडियो के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पेश हुए जबकि चौथे का प्रतिनिधित्व वकील ने किया। अभियुक्त की अगली अदालती उपस्थिति 11 फरवरी, 2025 को निर्धारित की गई है। 18 जून 2023 को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की ब्रिटिश कोलंबिया में एक गुरुद्वारा की पार्किंग में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में करण बराड़, कमलप्रीत सिंह, करणप्रीत सिंह और अमनदीप सिंह को आरोपी बनाया गया।
निज्जर हत्याकांड नई दिल्ली और ओटावा के संबंधों में बड़े विवाद की वजह बन गया जब कनाडा के पीएम जस्टिसन ट्रूडो ने इस हत्या में भारत के शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने 18 सितंबर 2023 को संसद में कहा था, "पिछले कुछ हफ्तों से, कनाडाई सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार के एजेंटों और निज्जर की हत्या के बीच संभावित संबंध के विश्वसनीय आरोपों की सक्रिय रूप से जांच कर रही हैं।" नई दिल्ली ने इस आरोप को मजबूती से खारिज कर दिया और कनाडा की तरफ से इसे लेकर कभी कोई सबूत सामने नहीं रखे गए। इस मामले में चारों आरोपियों की रिहाई जस्टिन ट्रूडो के लिए मुश्किलों को और बड़ा सकती है जिन्होंने पीएम पद और लिबरल पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है। हालांकि, वह लिबरल पार्टी के नए नेता चुने जाने तक प्रधानमंत्री पद पर रहेंगे।
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यूक्रेन के दक्षिणी शहर जापोरिज्जिया पर रूस ने एक बड़ा मिसाइल हमला किया। यूक्रेन के अधिकारियों के मुताबिक इस हमले में 13 लोग मारे गए और 63 अन्य घायल हो गए। जापोरिज्जिया के क्षेत्रीय गवर्नर इवान फेडोरोव ने इस बड़े हमले की जानकारी देते हुए कहा कि स्थानीय समयानुसार शाम करीब 4 बजे शहर में दो बम गिरे, जिससे औद्योगिक बुनियादी ढांचे और आवासीय इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा है। फेडोरोव ने कहा कि घायलों में से चार की हालत गंभीर है।
स्टेट सर्विस फॉर इमरजेंसी ने बताया कि इस हमले में चार प्रशासनिक इमारतें और 27 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि हमले में 13 लोगों के मारे जाने की खबर है। जेलेंस्की ने इस हमले की एक वीडियो शेयर की, जिसमें हमले की भयावह तस्वीरें देखी जा सकती हैं। एक्स पर एक वीडियो शेयर करने के साथ जेलेंस्की ने कहा, "रूसियों ने जापोरिज्जिया पर बम बरसाए। यह शहर पर जानबूझकर किया गया हमला था। अब तक इस हमले में कई लोगों के घायल होने की खबरें मिल रही हैं। सभी घायलों को आवश्यक सहायता मुहैया कराई जा रही है।"
यूक्रेन के प्रॉसिक्यूटर जनरल कार्यालय ने हमले में हुए नुकसान का ब्योरा दिया। अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले में यात्रियों को ले जा रही एक ट्राम और एक बस को काफी नुकसान पहुंचा है। गवर्नर इवान फेडोरोव ने कहा कि रूसी सेना ने दोपहर में एक आवासीय क्षेत्र में बम दागे और हमले में दो आवासीय इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। इससे पहले बुधवार को यूक्रेनी सेना ने बताया कि उसने रूस में एक ईंधन भंडारण डिपो को निशाना बनाया है।
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ब्रिटेन ने गुरुवार को अवैध आव्रजन पर नकेल कसने के उपायों के तहत मानव तस्करी करने वाले गिरोहों से निपटने और ऐसे अपराध को बढ़ावा देने वाले अवैध वित्तपोषण को रोकने के लिए नए प्रतिबंधों की घोषणा की। सरकार ने कहा कि नए प्रतिबंध अवैध आव्रजन और संगठित आव्रजन अपराध को लक्षित करके इन पर अंकुश लगाने के लिए हैं। नयी प्रतिबंध व्यवस्था इस वर्ष के भीतर लागू होने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर ने कहा, ‘‘हमें हमारी सीमाओं को अवैध रूप से पार कराने वाले अपराधिक गिरोहों को खत्म करना होगा। हम तस्करों के वित्तपोषण पर लगाम लगाकर यूरोप भर से हाशिये पर पड़े लोगों को अवैध तरीके से ब्रिटेन की सीमा में लाने वाले गिरोहों पर नकेल कसेंगे, हम परिवर्तन की अपनी योजना को पूरा करेंगे और ब्रिटेन की सीमाओं को सुरक्षित करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसका मतलब है कि हम अपने नीति निर्माण में साहसिक और अभिनव होने के साथ-साथ यह सुनिश्चित करेंगे कि हम कोई कसर न छोड़ें। मेरी सरकार आने वाले वर्षों में जीवन बचाने और अपनी सीमाओं की सुरक्षा करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।’’
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अमेरिकी-ब्रिटिश गठबंधन ने 9 जनवरी को यमन के कई हिस्सों पर हवाई हमले किए। हूती द्वारा संचालित अल-मसीरा टीवी के अनुसार, गठबंधन ने भोर से पहले यमन की राजधानी सना और उत्तरी यमन के अन्य क्षेत्रों पर हमले किए। इसमें सना के दक्षिण में सनहान जिले और उत्तरी प्रांत अमरान के हर्फ सूफ़यान जिले पर पांच हमले किए गए, जबकि होदेइदाह प्रांत के अल-लुहय्याह जिले पर एक हमला हुआ। इन हमलों में हूती सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। यह हमले 24 घंटे से भी कम समय में हूती सैन्य चौकियों पर दोबारा किए गए।
अल-मसीरा टीवी ने बताया कि इससे पहले बुधवार को भी सना और अमरान में हमले किए गए थे। यूएस सेंट्रल कमांड (सीईएनटीसीओएम) ने इन हमलों की पुष्टि की और बताया कि अमेरिकी बलों ने हूती समूह के ईरान समर्थित भूमिगत पारंपरिक हथियार भंडारण स्थलों पर सटीक हमले किए। इन हथियारों का इस्तेमाल अमेरिकी नौसेना के युद्धपोतों और व्यापारी जहाजों पर हमले करने के लिए किया जा रहा था। हमलों के बाद, हूती अधिकारी हुसैन अल-एज़ी ने कहा कि अमेरिका अपनी आक्रामकता जारी रखे हुए है। लेकिन, उसे नहीं पता कि इसका परिणाम क्या होगा।
हूती समूह उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण करता है। यह समूह नवंबर 2023 से फिलिस्तीनियों के समर्थन में इजरायल पर हमले कर रहा है और लाल सागर में "इजरायल से जुड़े" शिपिंग को भी बाधित कर रहा है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, इसके जवाब में अमेरिकी नेतृत्व वाली नौसेना गठबंधन ने हूती समूह को रोकने के लिए नियमित हवाई हमले किए हैं। इसके कारण हूती ने अमेरिकी युद्धपोतों को निशाना बनाने के लिए हमलों का दायरा बढ़ा दिया है। पिछले महीने 5 जनवरी को, अमेरिका ने यमन के उत्तरी प्रांत सादा में तीन हवाई हमले किए थे। इसमें हूती समूह के एक सैन्य स्थल को निशाना बनाया गया था।
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