आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला है। पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को कहा कि 'डबल इंजन की सरकार’ होने के बावजूद राजधानी में अपराध बढ़ रहे हैं और लोगों में दहशत का माहौल है। हाल ही में कोहाट एन्क्लेव में एक बुजुर्ग दंपति की हत्या और फतेहपुरी में 80 लाख रुपये की लूट की घटनाओं ने राष्ट्रीय राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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सौरभ भारद्वाज ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि बीजेपी सरकार दिल्ली में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल हो गई है। एनसीआरबी (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) के आंकड़ों के अनुसार, देश में बुजुर्गों के खिलाफ होने वाला हर चौथा अपराध दिल्ली में होता है। केंद्र सरकार पिछले 11 साल से दिल्ली की कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रही है, लेकिन पुलिस में रिक्त पदों को भरने की कोई कोशिश नहीं की गई, जिससे स्थिति और बिगड़ गई है।
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आप नेता ने बताया कि मंगलवार को दिल्ली के पॉश इलाके कोहाट एन्क्लेव में एक 70 वर्षीय बुजुर्ग और उनकी पत्नी के शव मिले। तीन दिन तक शव घर में पड़े रहे और किसी को खबर तक नहीं लगी। लूट के उद्देश्य से की गई इस हत्या में बुजुर्ग का गला नेबुलाइजर पाइप से दबाया गया और उनकी पत्नी को लोहे की रॉड से मारा गया। यह घटना दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पड़ोस में घटी, जिससे कानून-व्यवस्था की पोल खुल गई है।
उन्होंने कहा कि मंगलवार शाम फतेहपुरी में भी अपराधियों ने बंदूक की नोक पर एक व्यापारी से 80 लाख रुपये लूट लिए। यह घटना पीक ऑवर्स में हुई, जब बाजार में भारी भीड़ रहती है। सीसीटीवी फुटेज में आरोपी कैद हुए हैं, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। इससे पहले, फरवरी में एक अन्य बुजुर्ग की हत्या कर उनके मेडिकल उपकरण लूट लिए गए थे।
सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस का राजनीतिकरण हो चुका है। बीजेपी ने चुनावों के दौरान पुलिस का इस्तेमाल किया और अब वह उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी।
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उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस में स्टाफ की भारी कमी है। थानों में स्वीकृत पदों में से आधे रिक्त पड़े हैं, जिससे अपराधों की जांच और सुरक्षा व्यवस्था कमजोर पड़ रही है।
आप नेता ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री (केंद्रीय) गृह मंत्री को चिट्ठी तो नहीं लिख पाएंगी, लेकिन कम से कम पीड़ित परिवारों से मुलाकात तो कर सकती हैं।"
उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में केवल 30 प्रतिशत मामलों में ही चार्जशीट दाखिल होती है, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। दिल्ली में कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्र सरकार के हाथ में है और पिछले 11 साल में पुलिस व्यवस्था को सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से जल्द से जल्द पुलिस बल में नई भर्ती करने की मांग की।
दिल्ली में बढ़ते अपराधों को लेकर आप बीजेपी और केंद्र सरकार पर लंबे समय से हमलावर है। पार्टी का कहना है कि कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्र के हाथ में होने के बावजूद हालात लगातार बिगड़ रहे हैं।
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