उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी की योगी सरकार से इस्तीफी देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ एमपी-एमएलए कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। मौर्य के खिलाफ यह वारंट साल 2014 में आपत्तिजनक भाषण देने के मामले में जारी हुआ है। सुल्तानपुर की कोर्ट ने मौर्य को आगामी 24 जनवरी तक पेश होने का आदेश दिया है।
Published: 12 Jan 2022, 5:56 PM IST
जानकारी के अनुसार साल 2014 में देवी-देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक भाषण मामले में कोर्ट में हाजिर नहीं होने पर बुधवार को सुल्तानपुर के एमपी-एमएलए कोर्ट के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने राज्य के पूर्व श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ पूर्ववत जारी गिरफ्तारी वारंट को फिर से जारी करने का आदेश दिया है। अब इस मामले में 24 जनवरी को सुनवाई की तारीख तय हुई है।
Published: 12 Jan 2022, 5:56 PM IST
बता दें कि एक दिन पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए बीजेपी सरकार पर पिछड़ों और दलितों की उपेक्षा का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की थी, जिसके बाद से उनके सपा में जाने की चर्चा है। हालांकि, खुद उन्होंने अभी सपा में जाने की पुष्टि नहीं की है, लेकिन साफ कहा है कि उन्होंने बीजेपी छोड़ दिया है।
Published: 12 Jan 2022, 5:56 PM IST
यूपी चुनाव से ठीक पहले योगी सरकार से इस्तीफा देकर और बीजेपी छोड़ने का ऐलान कर स्वामी प्रसाद मौर्य यूपी की राजनीति के सबसे चर्चित चेहरा बने हुए हैं। मौर्य के बाद मंगलवार को तीन और विधायकों ने बीजेपी छोड़ने का ऐलान कर दिया था। इनमें बांदा के ब्रजेश प्रजापति, शाहजहांपुर के रोशन लाल वर्मा और कानपुर के भगवती सागर शामिल हैं। इसके बाद आज एक अन्य मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी मंत्री पद से इस्तीफा देकर योगी सरकार को हिला दिया है। ऐसे में मौर्य के खिलाफ वारंट जारी होना दबाव की राजनीति मानी जा रही है।
Published: 12 Jan 2022, 5:56 PM IST
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Published: 12 Jan 2022, 5:56 PM IST