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उत्तरकाशी सुरंग में 'जिंदगी' की जंग! अब वर्टिकल ड्रिलिंग के भरोसे रेस्क्यू ऑपरेशन, सवाल वही कब तक बाहर आएंगे मजदूर?

जानकारों के मुताबिक, रेस्क्यू ऑपरेशन कब तक पूरा होगा, यह ड्रिल की सतह और आने वाली रुकावटों पर निर्भर करेगा।

फोटोः IANS
फोटोः IANS 

उत्तराखंड के उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए जारी अभियान का आज 15वां दिन है। सुरंग से निकालने के लिए अब तक जो भी कोशिशें हुई हैं वह नाकाम साबित हुई हैं। आज (रविवार) से रेस्क्यू टीम ने नई योजना पर काम करना शुरू किया है। रविवार सुबह 4:30 बजे से रेस्क्यू टीम ने वर्टिकल ड्रिलिंग मशीन के जरिए बोरिंग शुरू की। 200 मिमी चौड़े पाइप को जमीन के अंदर डाला जा रहा है। रेस्क्यू टीम के मुताबिक, करीब 90 मीटर तक खुदाई की जानी है। फिलहाल 15.24 मीटर (50 फीट) से ज्यादा बोरिंग हो चुकी है।

बचाव दल की टीम में शामिल रेल विकास निगम लिमिटेड के मुताबिक, अब तक खुदाई में कोई बाधा नहीं आई है। जैसे ही 200 मिलीमीटर चौड़ा पाइप सुरंग में डाला जाएगा, उसके बाद सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 700 मिमी से लेकर 800 मिमी का चौड़ा पाइप इसी जगह पर ऊपर लेयर के तौर पर अंदर डाला जाएगा।

Published: 26 Nov 2023, 1:36 PM IST

इसके अलावा तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड ने होरिजेंटल ड्रिलिंग में बैकअप प्लान के लिए विजयवाड़ा के पास नरसिंहपुर से मैग्ना कटर मशीन भी मंगाई है, जो 4 हजार डिग्री सेल्सियस तक तापमान पैदा करती है। सुरंग के भीतर फिलहाल प्लाज्मा कटर मशीन से ऑगर मशीन के खराब हिस्से को काटकर निकाला जा रहा है। अगर जरूरत पड़ी तो  मैग्ना कटर का भी प्रयोग किया जाएगा। ऑगर मशीन के ब्लेड को काटने में काफी दिक्कात हो रही है। साथ ही मैन्युअल ड्रिलिंग के लिए विशेष कंपनी के लोगों को बुलाया गया है।

Published: 26 Nov 2023, 1:36 PM IST

'होरिजेंटल खुदाई से नहीं मिली कामयाबी'

इससे पहले खबर आई थी कि रेस्क्यू टीम को अब तक तक कोई सफलता नहीं मिली है। होरिजेंटल ऑगरिंग अब तक नाकाम रही है। ऑगर मशीन का हेरो एस्केप पाइप में धातु के जाल में फंस गया था। इसके बाद हेरो ब्लेड को हाथ से काटे जाने काम शुरू किया गया। आज इसके पूरा होने की उम्मीद है। वहीं, सीमा सड़क संगठन,  तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड और सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड की तरफ से वर्टिकल ड्रिलिंग की सभी तैयारियां चल रही हैं।

Published: 26 Nov 2023, 1:36 PM IST

'वर्टिकल खुदाई 90 मीटर तक की जाएगी'

एक बार बरमा जब सुरंग से निकाल लिया जाएगा। और एस्केप ट्यूब साफ हो जाएगी तो इस पर कर्मचारी मैन्युअली अगले 10 मीटर तक ड्रिलिंग शुरू करेंगे। वर्टिकल ड्रिलिंग 90 मीटर तक की जानी है। जानकारों के मुताबिक, रेस्क्यू ऑपरेशन कब तक पूरा होगा, यह ड्रिल की सतह और आने वाली रुकावटों पर निर्भर करेगा।

Published: 26 Nov 2023, 1:36 PM IST

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Published: 26 Nov 2023, 1:36 PM IST