हरियाणा की बीजेपी और जेजेपी सरकार की ओर से जनता से किए वादे पूरे न करने के खिलाफ कांग्रेस के सभी 31 विधायकों ने मंगलवार को विधानसभा की तरफ मार्च किया। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने गठबंधन सरकार को चुनाव से पहले किए गए वादों की याद दिलाई। बुढ़ापा पेंशन से लेकर बेरोजगारी भत्ता देने तक के राज्य के लोगों को दिखाए गए सपने के बाद हुए धोखे को लेकर सरकार पर जमकर चोट की। हाईकोर्ट के पास से नारेबाजी करते हुए सभी विधायक विधानसभा पहुंचे, जिसके बाद काफी देर तक विधान सभा की कार्यवाही भी ठप रही।
सुबह साढ़े दस बजे कांग्रेस के सभी 31 विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री व विस में नेता विरोधी दल भूपिंदर सिंह हुड्डा के नेतृत्व में सरकार को वादे याद दिलाने के लिए लिखे नारों वाली तख्तियों के साथ हाईकोर्ट के नजदीक से विधानसभा की तरफ कूच किया। इन तख्तियों पर आमतौर पर ‘थोड़े समय की बात है, जनता हमारे साथ है’, ‘हरियाणा का बच्चा-बच्चा कर्जे में, भाजपा सरकार मजे में’, ‘हरियाणा के बेरोजगार युवा करें पुकार, कहां हैं हमारे 11000’ जैसे नारे लिखे थे।
इसके अलावा किसानों का कर्ज माफ करो, बिजली मीटर खरीद घोटाला, किमी स्कीम घोटाला, एसएससी भर्ती घोटाला लिखी तख्तियां लिए यह विधायक सरकार को उसकी करनी और कथनी में फर्क की याद दिला रहे थे।
विधानसभा पहुंचने पर इन विधायकों को बाहरी गेट पर ही रोक लिया गया, जिसके बाद जमकर काफी हंगामा हुआ। इसके बाद विधानसभा में पहुंचते ही भूपिंदर सिंह हुड्डा ने यह मसला स्पीकर के सामने उठाया। हुड्डा ने कहा कि ‘आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ कि विधान सभा के बाहरी परिसर में पार्किग से ही विधायकों को अंदर घुसने की इजाजत न मिली हो। हम इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।’ हुड्डा के इतना कहते ही सारे कांग्रेस विधायक अपनी सीटों से खड़े हो गए। तानाशाही नहीं चलेगी और भारत माता की जय के नारे भी जमकर लगे।
हुड्डा ने स्पीकर से सवाल किया कि किसके कहने पर विधायकों को पार्किंग से अंदर आने की इजाजत नहीं दी गई। स्पीकर ने इसके जवाब में कहा कि यह आदेश मैंने ही दिया था। इस पर हुड्डा ने कहा कि सुरक्षाकर्मी तो कोई ऐसा आदेश उन्हें नहीं दिखा सके। सवाल-जवाबों के बीच स्पीकर ने कहा कि कोई भी विस परिसर में पोस्टर और तख्तियां लेकर नहीं आ सकता। पहले भी ऐसा हुआ है और विधायकों को अंदर आने की अनुमति नहीं दी गई है। हुड्डा के इसका रिकार्ड मांगने पर स्पीकर यह नहीं दिखा सके। विधानसभा की सीमा के सवाल पर हुड्डा ने स्पीकर से वह दस्तावेज मांगा, जिसमें सदन की सीमा सुनिश्चित की गई हो। स्पीकर ऐसा भी कोई आदेश नहीं दिखा सके।
इस बीच कांग्रेस के सभी विधायक वेल में आ गए। विपक्ष के तमाम सवालों और हंगामे के बीच स्पीकर यह कहते दिखे कि चैंबर में आइये, वहां बैठकर बात करते हैं। 11 बजकर 11 मिनट से शुरू हुआ हंगामा अंतत: 11 बजकर 29 मिनट पर थमा, लेकिन विपक्ष के इस पूरे हमले के दौरान सरकार पूरी तरह बैकफुट पर दिखी। विपक्षी विधायकों के किसी सवाल का उसके पास कोई जवाब नहीं था।
विधानसभा में पूर्वमंत्री और कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने सवाल किया कि कोरोना वायरस से पूरी दुनिया परेशान है। हरियाणा में सरकार ने इससे निपटने के क्या इंतजाम किए है? इस पर गृह मंत्रालय के साथ स्वास्थ्य महकमा भी संभाल रहे अनिल विज ने कहा कि कोरोना वायरस के लिए कोई दवा अभी तक नहीं बनी है। लक्षणों के आधार पर इसका इलाज किया जाता है। विज ने कहा कि इससे बचने का एक ही तरीका है कि किसी से हाथ मिलाने की जगह उससे हाथ जोड़कर नमस्ते करें। इसके अलावा कोरोना से बचने का और कोई तरीका नहीं है।
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