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इंदौर के मंदिर में हुए हादसे में मृतकों की संख्या 14 पहुंची, NDRF का बचाव अभियान अभी भी जारी

हादसे पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुआवजे का ऐलान कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना में दिवंगत लोगों के परिजन को 5-5 लाख रुपए की राहत राशि दी जाएगी। वहीं, घायलों को नि:शुल्क इलाज के साथ 50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

मध्य प्रदेश के इंदौर में रामनवमी पर पूजा के दौरान बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में बावड़ी धंसने से हुए हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में कई महिलाएं भी हैं। बावड़ी में गिरे कई लोग अभी भी फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के अभियान में एनडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं। इस बीच राज्य सरकार ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं।

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इंदौर के कलेक्टर इलैया राजा टी ने बताया कि हादसे में अभी तक 14 लोगों की मृत्यु हो गई है। घटना की लगातार निगरानी की जा रही है। एनडीआरएफ की टीमें लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। अब तक 19 से ज्यादा लोगों को बचाकर अस्पताल भेजा गया है। घायल व्यक्तियों में से अभी तक किसी की मृत्यु नहीं हुई है। प्रशासन लगातार हालात पर नजर रखे हुए है।

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इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में पुरानी निजी बावड़ी के धंस जाने से 14 लोगों की असामयिक मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री चौहान ने घटना की जांच के निर्देश देते हुए पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि घटना में दिवंगत लोगों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपए की राहत राशि प्रदान की जाएगी। घायलों को नि: शुल्क इलाज के साथ 50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी।

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इंदौर में रामनवमी का उत्सव उस समय मातम में बदल गया, जब बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में करीब 50-60 फीट गहरी और पानी से भरी बावड़ी की छत धंस गई और उस पर बैठे कई लोग नीचे गिर गए। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गया। हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमला और राहत बचाव दल मौके पर पहुंचा और बावड़ी में गिरे लोगों को निकालने का अभियान शुरू किया गया। हालांकि जिस स्थान पर हादसा हुआ वह काफी संकरा है, जिससे बचाव अभियान में काफी बाधा का सामना करना पड़ रहा है।

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