देहरादून में देर रात बादल फटने से भारी तबाही मची है। जानकारी के मुताबिक देहरादून के अलग अलग जगहों पर आई तबाही में 10 लोगों के मारे जाने की सूचना है। देहरादून प्रेमनगर परवल टॉस नदी में दस मजदूर बह गए। घटना में छह लोगों की मौत हो गई। इसमें छह मृत लोग प्रेमनगर अस्पताल में परवल क्षेत्र से लाए गए। सहस्त्रधारा से बह कर आए तीन मृत कोरोनेशन अस्पताल में रखे गए। और एक की मौत नया गांव क्षेत्र में हुई है।
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उधर, देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र स्थित नंदा की चौकी में स्थित देवभूमि इंस्टीट्यूट परिसर में भारी बारिश के कारण जलभराव की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई। इस दौरान परिसर में लगभग 200 छात्र-छात्राओं के फंसे होने की सूचना राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) को प्राप्त हुई।
सूचना मिलते ही SDRF वाहिनी मुख्यालय, देहरादून से एक रेस्क्यू टीम तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना की गई। टीम ने मौके पर पहुंचकर तेजी और सूझबूझ के साथ राहत व बचाव कार्य शुरू किया। जलभराव के बीच कठिन परिस्थितियों में कार्य करते हुए, SDRF टीम ने सभी 200 छात्रों को सुरक्षित बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
यह रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी तरह सफलतापूर्वक संपन्न किया गया, जिसमें SDRF की तत्परता और समर्पण स्पष्ट रूप से देखने को मिला।
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वहीं, सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें पहाड़ों पर मची तबाही साफ दिखाई देती है। इनमें से ताजा वीडियो उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से सामने आया है। यह वीडियो प्रेमनगर ठाकुरपुर इलाके का है, जहां बादल फटने की घटना हुई। इस घटना के बाद वहां का नजारा इतना खतरनाक हो गया कि लोग डर गए। पानी का बहाव इतना तेज था कि एक शख्स खुद को बचाने के लिए बिजली के खंभे पर चढ़ गया। जान पर खेलकर NDRF की टीम ने उस शख्स को बचाया।
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देहरादून जिले में देर रात बादल फटने की घटना ने हड़कंप मचा दिया। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के जाने माने टूरिस्ट स्पॉट सहस्त्रधारा में भारी बारिश के कारण रात में बादल फटने की घटना हुई। जानकारी के मुताबिक इस घटना में कुछ दुकानें बह गईं, तीन लोगों के मारे जाने की खबर है
स्थानीय लोगों के मुताबिक देहरादून के एक मुख्य बाजार में बादल फटने के बाद काफी मलबा नीचे आ गया था, उसी वजह से कई होटलों को भारी ऋति पहुंची और दो से तीन लोग लापता हो गए। एक मार्केट में तो सात से आठ दुकानें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। इस बादल फटने की वजह से 100 के करीब लोग फंस भी गए थे जिन्हें काफी मशक्कत के बाद स्थानीय लोगों ने सुरक्षित बाहर निकाला।
उधर, भारी बारिश से देहरादून के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल टपकेश्वर महादेव मंदिर भी इस बार प्रकृति के कहर से नहीं बच पाया। मंदिर परिसर में तमसा नदी का पानी भर गया, जिससे मंदिर का अधिकांश हिस्सा जलमग्न हो गया। श्रद्धालुओं को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला गया है। मंदिर में आने-जाने वाले मार्ग भी जलभराव के कारण बाधित हो गए हैं। टपकेश्वर महादेव शिवलिंग परिसर में 1-2 फीट मलबा जमा हो गया है और मंदिर परिसर में काफी नुकसान हुआ है।
स्थानीय व्यक्ति ने बताया, "सुबह करीब 4:45 बजे पानी गुफा में घुस आया, बाद में जब जलस्तर बढ़ने लगा तो यह 10-12 फीट तक बढ़ गया। पानी 'शिवलिंग' के ऊपर तक पहुंच गया, किसी तरह हमने रास्ता बनाया और रस्सी की मदद से ऊपर आ गए। पूरी खबर के लिए यहां क्लिक करें
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लगातार बारिश के कारण देहरादून-हरिद्वार नेशनल हाईवे भी प्रभावित हुआ है। फन वैली और उत्तराखंड डेंटल कॉलेज के पास बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। हाईवे पर लंबा जाम लग गया है और प्रशासन वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था करने में जुटा है। इस क्षति से प्रदेश की लाइफलाइन माने जाने वाले इस मार्ग पर आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। देहरादून में मालदेवता के पास सौंग नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। ब्रिज तोड़ते हुए नदी बेकाबू रफ्तार से बह रही है।
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