दिल्ली में बढ़ते कोरोना मामलों पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चिंता जाहिर की है। कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार ने बयान जारी करते हुए कहा कि, "लॉकडाउन के बाबजूद जिस प्रकार से दिल्ली में संक्रमण बढ़ रहा है उससे आने वाले दिनों में और भी गंभीर समस्या पैदा होने का खतरा है।" दिल्ली में कोरोना मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, जिसका सीधा असर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर पड़ रहा है। अस्पतालों में न बेड हैं और न ही दवाई उपलब्ध हो पा रही हैं।
इस मसले को उठाते हुए अनिल कुमार ने आगे कहा कि, "आज लॉकडाउन के बाबजूद केजरीवाल की विफलता के कारण दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन बिस्तर , वेंटिलेटर की भारी कमी है, अगर दिल्ली सरकार लॉकडाउन हटाती है तो यह कमी कई गुना बढ़ सकती है।"
उन्होंने कहा कि, "दिल्ली सरकार वर्तमान हालात को काबू करने में विफल है वहीं सरकार का ध्यान आने वाली समस्याओं को लेकर भी नहीं है , तैयारी के नाम पर भी कुछ नजर नहीं आ रहा केवल खाना - पूर्ति की कोशिश चल रही।"
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दरअसल दिल्ली में एक तरफ बेड की किल्लत है तो दूसरी ओर दिल्ली ऑक्सिजन की मार भी झेल रही है, कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पतालों में ऑक्सीजन न मिलने के कारण बेड नहीं मिल पा रहे हैं। दिल्ली के अस्पताल ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि, "केजरीवाल ने अपने 18 अप्रैल के पत्र में 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत बताया लेकिन अबतक दिल्ली को मात्र 445 मीट्रिक टन सप्लाई ही मिल रही है। आज एक अनुमान के मुताबिक लगभग 1000 मीट्रिक टन ऑक्सिजन की जरूरत है लेकिन इसकी आधी भी नहीं मिल रही।"
कुमार के अनुसार, लॉकडाउन कर लंबे समय तक भगवान भरोसे संक्रमण पर रोक का अब भी इंतजार किया गया तो तबतक दिल्ली बर्बाद हो जाएगी सारे उद्योग धंधे चौपट हो जाएंगे।
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